अमेठी- जनता की सुविधाओं के लिए 4 वर्ष पहले बना अंडरपास, आज जनता के लिए समस्या बनकर खड़ा।।

 
अमेठी- जनता की सुविधाओं के लिए 4 वर्ष पहले बना अंडरपास, आज जनता के लिए समस्या बनकर खड़ा।।

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

रिपोर्ट- दिलीप यादव संवाददाता

अमेठी, 20 सितंबर:- आइए बात करते हैं उत्तर प्रदेश के वीवीआईपी जनपद एवं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के संसदीय क्षेत्र अमेठी की जहां पर जनता की सुविधाओं को देखते हुए 4 वर्ष पहले बनाया गया अंडरपास आज जनता के लिए समस्या बनकर खड़ा हुआ है। जी हां आपको बता दें कि अमेठी से संग्रामपुर ब्लॉक थाना एवं सुप्रसिद्ध सिद्ध पीठ एवं पौराणिक स्थल मां कालिका के धाम कालिकन को जाने वाले रास्ते में लखनऊ वाराणसी रेल खंड पर फाटक बना हुआ था। जिधर से लोग आसानी से आवागमन करते थे केवल ट्रेन के आने पर थोड़ी देर फाटक बंद जरूर होता था लेकिन उसके बाद खुल जाता था। आवागमन में कोई असुविधा नहीं होती थी। इसके बावजूद इस मार्ग पर 4 वर्ष पहले जनता की सुविधा के लिए अंडरपास का निर्माण किया गया। लेकिन वह निर्माण कुछ इस तरह से कर दिया गया कि यह जनता की सुविधा ना होकर असुविधा का कारण बन गया।

जरा सी बरसात में अंडर पास में जलभराव:- जरा सी बरसात में जलभराव की समस्या हो जाती है जिसके कारण आवागमन पूरी तरह से बाधित हो जाता है। अंडर पास में लगभग 5 फीट तक पानी भरा रहता है जबकि हजारों गांव के लोगों का प्रतिदिन इधर से रोजमर्रा के काम से आना जाना इस कदर बाधित हो जाता है कि साइकिल और पैदल वाले लोग ऊपर से रेलवे लाइन को क्रॉस कर किसी तरह से जान हथेली पर रखकर आवागमन कर लेते हैं। लेकिन बाइक सहित अन्य वाहनों वाले लोगों को इस समस्या से निजात के लिए लगभग 8 किलोमीटर अतिरिक्त मार्ग तय करना पड़ता है जो एक बड़ी समस्या बना हुआ है।

पिछले 4 सालों में नही किया गया समस्या का समाधान:- सबसे बड़ी बात तो यह है कि इस समस्या का पिछले 4 सालों में आज तक कोई स्थाई समाधान नहीं किया गया। जब भी जलभराव को लेकर हो हल्ला होता है प्रशासन अपनी किरकिरी होते देख पंपिंग सेट लगवा कर पानी निकलवाने लगते है। लेकिन जरा सी बारिश में फिर जस का तस हो जाता है। पौराणिक स्थल एवं सिद्ध पीठ मां कालिका के धाम कालिकन में प्रत्येक सोमवार को जबरदस्त मेला लगता है। जिसमें दूर दूर से लोग अपनी मनोकामना लिए दर्शन करने इसी रास्ते से होकर पहुंचते हैं। ऐसे में उन लोगों के लिए भी काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। सबसे बड़ी समस्या तो प्रतिदिन गुजरने वाले लोगों के लिए है उनको प्रतिदिन 8 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ रही है। ऐसे में स्थानीय लोगों सहित आने जाने वाले भक्तों एवं राहगीरों ने इस समस्या के स्थाई निदान कराने के लिए सरकार से गुहार लगाई है।।