आगरा में चम्बल नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर, सीमावर्ती इलाको में जारी किया गया अलर्ट।।

 
आगरा में चम्बल नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर, सीमावर्ती इलाको में जारी किया गया अलर्ट।।

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

आगरा, 04 अगस्त:- जनपद में चम्बल नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। चम्बल नदी में 130 मीटर का जलस्तर खतरे की तरफ इशारा करता है। लेकिन जनपद में लगातार हो रही बारिश और गोकुल बैराज से पानी छोड़े जाने की वजह से चम्बल नदी का जलस्तर 132.7 मीटर से भी ऊपर पहुँच चुका है। चम्बल के लगातार बढ़ते जलस्तर को देखते हुए सीमावर्ती गाँवो में अलर्ट जारी कर दिया गया है।

गांव के सभी लोगो को जरूरी एतिहात बरतने के निर्देश दिए गए है। मौके की गंभीरता को देखते हुए सिंचाई विभाग के साथ तहसील के अधिकारी मौके पर है। जिला प्रशासन की टीम मौके पर कैम्प कर रही है, एसडीआरएफ टीम को भी मौके पर बुला लिया गया है। चम्बल नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण नदी के किनारे बसे गांवो में जनजीवन पूरी तरह अस्त व्यस्त हो गया है। बताया जा रहा है कि नदी का जलस्तर बढ़ने की वजह से मऊ की मड़ैया, उमरेठपुरा, भटपुरा समेत करीब आधा दर्जन गांव बुरी तरह प्रभावित है। कुछ गांव में तो बाढ़ का पानी भर आया है। हालात ये है कि पानी के बहाव को देखते हुए ग्रामीण गांव से पलायन का मन बना रहे है। चम्बल नदी के बढ़ते जलस्तर की वजह से नदी किनारे बसे गांवो में बाढ़ का खतरा खड़ा हो गया है। इसे देखते हुए जिलाधिकारी आगरा ने बाह तहसील को ढाई लाख रुपये और खेरागढ़ तहसील को 1 लाख रुपये जारी किए है, जिलाधिकारी आगरा प्रभू एन सिंह ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि बाढ़ आपदा के दौरान किसी भी ग्रामीण को किसी तरह की दिक्कत न होने पाए। चम्बल नदी किनारे बाढ़ के बढ़ते खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने आसपास के स्कूलों में ग्रामीणों की रिहायश के इंतजाम किए जा रहे है। जिला प्रशासन ने स्कूलोँ में इंतजाम कर दिए है ताकि जरूरत पड़ने पर ग्रामीणों को आसानी से स्कूलोँ में शिफ्ट किया जा सके। सुबह 9 बजे चम्बल नदी का जलस्तर 132.7 मीटर तक पहुँच गया था। जलस्तर अब बढ़कर 133 मीटर हो गया है, माना जा रहा है कि देर रात तक चम्बल नदी का जलस्तर 135 मीटर तक बढ़ने का अनुमान जताया जा रहा है।।