चरणजीत सिंह चन्नी होंगे पंजाब के नए मुख्यमंत्री, राज्य को मिलेगा पहला दलित सीएम।।

 
चरणजीत सिंह चन्नी होंगे पंजाब के नए मुख्यमंत्री, राज्य को मिलेगा पहला दलित सीएम।।

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

चंडीगढ़, 19 सितंबर:- पंजाब के पावर प्ले में कांग्रेस ने चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम बनाने का फैसला लेकर चौंका दिया है। चरणजीत सिंह चन्नी 1966 में हुए राज्य के पुनर्गठन के बाद से पहले दलित सीएम होंगे। सुखजिंदर सिंह रंधावा, सुनील जाखड़ और अंबिका सोनी जैसे नेताओं के नाम सीएम की रेस में चल रहे थे, लेकिन चन्नी की दूर-दूर तक चर्चा नहीं थी। ऐसे में उनको सीएम बनाया जाना कांग्रेस की ओर से सरप्राइज माना जा रहा है। वह कैप्टन अमरिंदर सिंह की जगह राज्य का नेतृत्व करेंगे, जिन्होंने शनिवार 18 सितंबर को ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। चरणजीत सिंह चन्नी सोमवार 20 सितंबर को सुबह 11 बजे सीएम पद की शपथ लेंगे।

पंजाब कॉंग्रेस प्रभारी ने ट्वीट करके दी जानकारी:- पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने ट्वीट कर चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम चुने जाने की जानकारी दी है। रावत ने ट्वीट किया, ‘चरणजीत सिंह चन्नी को कांग्रेस की विधायक दल की मीटिंग में एकमत से सीएम बनाए जाने का फैसला लिया गया है। उनके अलावा राज्य में पर्यवेक्षक के तौर पर पहुंचे अजय माकन ने भी ट्वीट किया है कि शाम को 6:30 बजे हरीश रावत और विधायक दल के नए नेता गवर्नर हाउस जाएंगे। माना जा रहा है कि इस मुलाकात में वह राज्य में सरकार के गठन का दावा करेंगे।

कौन है चरणजीत सिंह चन्नी:- दलित बिरादरी के चन्नी पंजाब की चमकौर साहिब सीट से कांग्रेस के विधायक हैं। 2012 के चुनावों में वे अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को 3659 वोटों के अंतर से हराकर निर्वाचित हुए। उनका जन्म 1 मार्च 1963 (आयु 58 वर्ष) का है। मूल घर मोहाली के पास खरड़ है। वे 2007 में पहली बार विधायक बने थे। पँजाब की लगभग 34 फीसदी आबादी अनुसूचित जाति की है जिसमें 14 फीसदी रामदसिया है, जिस समाज से चन्नी आते हैं। जान लें अकाली दल ने बीएसपी से समझौता किया और आम आदमी पार्टी ने भी दलित नेतृत्व की घोषणा की थी। चन्नी के कारण विरोधियों की गोटी पलट दी है।

कैप्टन अमरिंदर सिंह पर आरोप था कि उन्होंने चन्नी को फंसाने की कोशिश की थी:- चरणजीत सिंह चन्नी को #MeToo से जुड़े 3 साल पुराने एक मामले में कार्रवाई का सामना इसी साल करना पड़ा था। आरोप था कि चन्नी ने एक महिला आईएएस अधिकारी को साल 2018 में गलत मैसेज भेजा था, हालांकि महिला आईएएस ऑफिसर ने इस मामले को लेकर शिकायत दर्ज नहीं की और उस समय अमरिंदर सिंह ने भी कहा था कि मामला सुलझा लिया गया है। लेकिन इसी साल अमरिंदर सिंह की करीबी पंजाब महिला आयोग की अध्यक्ष मनीषा गुलाटी ने उन्हें नोटिस दिया था। यह वह समय है जब कैप्टन के खिलाफ कई विधायक हो गए थे। विदित हो उक्त महिला आई ए एस ने राज्य के बाहर अपना तबादला करवा लिया था।

आप ने चन्नी को दी बधाई, सभी वादे पूरे करने की जताई उम्मीद:- आम आदमी पार्टी (आप) ने सत्ताधारी कांग्रेस की ओर से नियुक्त किए गए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को बधाई दी है। रविवार 19 सितंबर को पार्टी हेडक्वार्टर से जारी बयान में आम आदमी पार्टी की समूची लीडरशिप की ओर से चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब का मुख्यमंत्री बनने पर बधाई दी गई। आप ने उम्मीद जताई है कि चरणजीत सिंह चन्नी अपनी 4-5 महीने की पार्टी के दौरान कांग्रेस द्वारा 2017 के चुनाव मौके पर किए सभी वादे पूरे करेंगे। क्योंकि बीते साढ़े चार वर्षों में सत्ताधारी कांग्रेस अपना एक भी वादा पूरा नहीं कर सकी।

आप ने कहा कि:- कांग्रेस ने पिछले साढ़े चार वर्षों से कुर्सी छीनने और कुर्सी बचाने के लिए जारी घटिया दर्जे की जंग ने पंजाब के समूचे सरकारी तंत्र को बर्बाद कर दिया है। इसकी पंजाब और पंजाब के लोगों को भारी कीमत चुकानी पड़ी है। इस कारण आम आदमी पार्टी उम्मीद करती है कि नवनियुक्त मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी कांग्रेस द्वारा किए सभी वादों को पूरा करेंगे।

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग ने कहा की कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने सिद्धू को ‘पाकिस्तान से करीबी संबंध रखने वाला बताया:- पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह द्वारा पीसीसी अध्यक्ष नवजोत सिद्धू को देशद्रोही करार दिए जाने पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए, भाजपा ने इस पर अपना रुख स्पष्ट करने के लिए एआईसीसी अध्यक्ष सोनिया गांधी से स्पष्टीकरण की मांग की है। चुग ने पूछा, “अगर सिद्धू देश के लिए खतरा हैं तो सोनिया गांधी और राहुल गांधी समेत एआईसीसी आलाकमान सीमावर्ती राज्य के पीसीसी प्रमुख के रूप में सिद्धू का समर्थन क्यों कर रहे हैं। चुघ ने कहा की अमरिंदर सिंह ने नवजोत सिद्धू को देशद्रोही बताकर उन पर बहुत गंभीर आरोप लगाए हैं, जबकि कांग्रेस आलाकमान को इस मामले में सफाई देनी चाहिए, चुग ने कहा की शनिवार 18 सितंबर को पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद, अमरिंदर सिंह ने नवजोत सिंह सिद्धू पर उनके पाकिस्तान कनेक्शन को लेकर लताड़ लगाई थी और सिद्धू द्वारा पाकिस्तान के प्रधान मंत्री इमरान खान और जनरल बाजवा की प्रशंसा पर सवाल उठाए थे, और यहां तक की उन्हें देशद्रोही भी कहा था।।