प्राथमिक शिक्षक संघ प्रतापगढ़ का धरना।

उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ प्रतापगढ़ द्वारा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर शिक्षकों के चयन वेतनमान जारी न करने के विरोध में जिलाध्यक्ष रमाशंकर शुक्ल की अध्यक्षता में धरने का आयोजन किया गया। धरने में जिले के सभी विकास खंड से बहुतायत संख्या में शिक्षक उपस्थित हुए।
 
प्राथमिक शिक्षक संघ प्रतापगढ़ का धरना।

प्राथमिक शिक्षक संघ प्रतापगढ़ का धरना।

डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

प्रतापगढ़, 22 सितम्बर।

उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ प्रतापगढ़ द्वारा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर शिक्षकों के चयन वेतनमान जारी न करने के विरोध में जिलाध्यक्ष रमाशंकर शुक्ल की अध्यक्षता में धरने का आयोजन किया गया। धरने में जिले के सभी विकास खंड से बहुतायत संख्या में शिक्षक उपस्थित हुए।

शिक्षक संघ का कहना है कि चयन वेतनमान को लागू करने में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा तथा विभाग के लिपिक धर्मेंद्र कुमार द्वारा लगातार लापरवाही बरतने के कारण शिक्षकों का अहित हो रहा है।

धरने में उपस्थित वरिष्ठ उपाध्यक्ष सत्य प्रकाश पांडेय ने कहा कि शिक्षकों की अनेक मांगों, जिसमें मृतक आश्रित तथा कोविड काल में मृत लोगों के परिजनों को समायोजित करने की दिशा में भी विभाग द्वारा लापरवाही बरती जा रही है‌ शिक्षक संघ यह कतई बर्दाश्त नहीं करेगा।

जिला मंत्री विनय सिंह ने कहा कि जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं हो जाती हैं यह धरना अनवरत चलता रहेगा। शिक्षकों के साथ दोहरा मापदंड नहीं अपनाया जा सकता। हमें हमारी मांगों को समय पर पूरा करने के लिए विभाग को उचित और आवश्यक कदम उठाना ही पड़ेगा।

जिला कोषाध्यक्ष राजेश पांडेय ने सभी शिक्षकों को एकजुट होकर अपनी आवाज बुलंद करने के लिए आवाहन किया | मांडलिक मंत्री प्रयागराज अनिल पांडेय ने शिक्षकों का सत्यापन की प्रक्रिया पूर्ण करके उनका एरिया और वेतन तत्काल देने की मांग की।

इस अवसर पर भारी संख्या में जिले के अलग-अलग भागों से आए हुए अध्यापक उपस्थित रहे।

धरने का संचालन जिला कार्यसमिति के सदस्य प्रभाशंकर पांडेय ने किया।

इस अवसर पर पंकज तिवारी, रामानंद मिश्रा, रामकुमार सिंह, सुशील सिंह, अनिल पांडेय, मानवेंद्र, प्रभाकर प्रताप सिंह, राजीव गुप्ता, मनोज पांडेय, सुधीर सिंह, नवीन शुक्ला, जैनेंद्र सरोज, राकेश सिंह,विजय मिश्र, पन्नालाल आदि उपस्थित रहे।