माँ की डांट से नाराज होकर घर छोड़कर निकली नाबालिग दो घंटे में दो बार बनी दरिन्दों का शिकार।।

 
माँ की डांट से नाराज होकर घर छोड़कर निकली नाबालिग दो घंटे में दो बार बनी दरिन्दों का शिकार।।

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

महाराष्ट्र/नागपुर 04 अगस्त:- महाराष्ट्र का नागपुर जो मिनी मुम्बई के नाम से जाना जाता है, वहाँ से एक दिल दहलाने वाली खबर सामने आई है, यहां दरिंदों ने एक नाबालिग लड़की को दो घंटों के भीतर दो बार अपनी हवस का शिकार बनाया। जानकारी के अनुसार घरवालों से नाराज होकर निकली लड़की किसी तरह इन आरोपियों के चंगुल में फंस गई, जिसके बाद चार ऑटोरिक्शा चालक समेत 6 लोगों ने उसके साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया। फिलहाल पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, पुलिस इस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है।

सीनियर पुलिस अधिकारी ने बताया:- एक सीनियर पुलिस अधिकारी के अनुसार यह घटना टिमकी इलाके की है, यहां गुरुवार रात को एक कमरे में चार लोगों ने लड़की के साथ रेप किया। जिसके बाद मेयो हॉस्पिटल चौक के नजदीक ऑटोरिक्शा में सवार दो लोगों ने फिर उसका यौन उत्पीड़न किया। उन्होंने बताया कि पीड़िता अनुसूचित जाति की है और घर से लड़ ​कर बाहर निकली थी। इस बीच उसके एक दोस्त ने उसको अपने ऑटोरिक्शा में लोहापुल इलाके में छोड़ दिया, जहां एक ऑटोरिक्शा चालक से उसकी मुलाकात हुई। ऑटोरिक्शा चालक की पहचान शाहनवाज उर्फ ​​सना मोहम्मद राशिद (25) के रूप में हुई।

दोस्त से मांगी थी मदद:- पुलिस अधिकारी ने बताया कि लड़की ने शाहनवाज से पैसे और रुकने का ठिकाने की मांग की, जिसके बाद वह उसको अपनी ऑटोरिक्शा में बैठाकर एक शराब की दुकान पर ले गया जहां उसने खुद भी शराब पी और लड़की को भी जबरन शराब पिलाई। फिर वह उसको एक किराए के कमरे में ले गया, जहां पहले से ही दो लोग रह रहे थे। यहां पर शाहनवाज, उसके दोस्त मोहम्मद तौसिफ मोहम्मद यूसुफ (26) और दो लोडर ने कथित तौर पर नाबालिग के साथ रेप किया। पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है।

आधी रात को रोड पर भटकती मिली युवती:- जानकारी के अनुसार रेप की घटना को अंजाम देने के बाद शाहनवाज पीड़िता को अपने तिपहिया वाहन में बैठाकर मेयो अस्पताल चौक ले गया और वहीं छोड़ दिया। बताया गया कि यहां पर दो अन्य ऑटोरिक्शा चालक लड़की को जबरन उठाकर अपने तिपहिया में ले गए और उसके साथ बलात्कार किया, इस बीच जब लोगों ने आधी रात पीड़िता को अकेले खड़े देखा तो उससे बात की। लोगों की मदद से लड़की रेलवे स्टेशन पहुंची और यहां जीआरपी ने उसको पुलिस को सौंप दिया।।