वायरल फीवर से तीन दिन में गई 6 बच्चों की जान मचा हड़कंप, स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच में जुटी।।

 
वायरल फीवर से तीन दिन में गई 6 बच्चों की जान मचा हड़कंप, स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच में जुटी।।

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

मथुरा, 25 अगस्त:- उत्तर प्रदेश के मथुरा में तीन दिन के अंदर 6 बच्चों की मौत से हड़कंप मच गया है, सभी बच्चों की मौत एक गांव में वायरल फीवर के बाद हुई है। स्थानीय विधायक की शिकायत पर डॉक्टरों की एक टीम गांव में पहुंची और बच्चों का मेडिकल चेकअप किया, गांव में अभी तीन दर्जन से ज्यादा बच्चे बीमार हैं।

पूरा मामला:- दरअसल, मथुरा के थाना फरह इलाके के कोह गांव में वायरल फीवर से पिछले तीन दिनों में छह बच्चों की मौत हो गई है, गांव में तीन दर्जन से ज्यादा बच्चे बीमार हैं और अस्पताल में भर्ती हैं। तेज बुखार आने की शिकायत पिछले कई दिनों से ग्रामीण अधिकारियों से कर रहे थे, लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया।

तीन दिन में गई 6 बच्चों की जान:- बताया जाता है कि कोह गांव में वायरल फीवर से पिछले 3 दिनों में छह बच्चों की मौत होने से हड़कंप मचा हुआ है, गांव में 3 दर्जन से ज्यादा बच्चे बीमार हैं, जिन्हें आसपास के जनपदों में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। जब मामले की जानकारी स्थानीय विधायक पूरन प्रकाश को हुई तो उन्होंने इसकी शिकायत स्वास्थ्य विभाग से की, पूरे गांव को किया गया सैनिटाइज विधायक की शिकायत के बाद हरकत में आई स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कोह गांव में बच्चों का मेडिकल चेकअप किया। साथ ही गांव का सैनिटाइजेशन भी करवाया, ग्रामीणों का कहना है कि गांव में बीमारी फैलने से बच्चों की मौत हो रही है, जिससे गांव में कोहराम मच गया है।

क्या है वायरल फीवर:- किसी भी वायरस की वजह से होने वाला बुखार वायरल होता है। यह विशेषकर मौसम बदलने के दौरान होने वाली बीमारी है, जब भी मौसम बदलता है तब तापमान के उतार-चढ़ाव के कारण हमारे शरीर की प्रतिरक्षी तंत्री कमजोर पड़ जाती है और शरीर जल्दी वायरस के संक्रमण में आ जाता है। इसको ऐसे भी कह सकते हैं कि मौसम में बदलाव, खान-पान में गड़बड़ी या फिर शारीरिक कमजोरी की वजह से भी वायरल बुखार होता है। वायरल बुखार हमारे शरीर के इम्यून सिस्टम यानी रोग प्रतिरोधक तंत्र को कमजोर कर देता है, जिसकी वजह से वायरल के संक्रमण बहुत तेजी से एक इंसान से दूसरे इंसान तक पहुंच जाते हैं। आमतौर पर वायरल बुखार के लक्षण आम बुखार जैसे ही होते हैं लेकिन इसको उपेक्षा करने पर व्यक्ति की हालत काफी गंभीर हो सकती है।

वायरल फीवर होने के कारण:- आम तौर पर वायरल फीवर मौसम के बदलने पर प्रतिरक्षा तंत्र के कमजोर होने पर होता है। लेकिन इसके सिवा और भी कारण होते है जिनके कारण बुखार आता है।
01- दूषित जल एवं भोजन का सेवन।
02- प्रदूषण के कारण दूषित वायु में मौजूद सूक्ष्म कणों का शरीर के भीतर जाना।
03- रोग प्रतिरोधक क्षमता की कमी।
04- वायरल बुखार हुए रोगी के साथ रहना।

वायरल फीवर के लक्षण:- वायरल फीवर के लक्षण सामान्य रूप से होने वाले बुखार की तरह ही लेकिन इसको नजरअन्दाज करने से अवस्था गंभीर हो सकती है क्योंकि इलाज के अभाव में वायरस के पनपने की संभावना रहती है। यह हवा और पानी से फैलने वाला संक्रमण है, यह बरसात के मौसम में ज्यादा होता है, वायरल संक्रमण किसी भी उम्र में हो सकता है लेकिन बच्चों में यह अधिक देखा जाता है। मौसम में बदलाव आने के कारण बच्चों में वायरल बुखार होने की संभावना ज्यादा होती है क्योंकि उनमें रोग प्रतिरोधक क्षमता पूरी तरह से विकसित नहीं होती। ऐसे में बच्चों में थकावट, खाँसी, जुकाम, उल्टी, दस्त जैसे लक्षण देखने को मिलते है और तापमान अधिक होने के कारण डिहाइड्रेशन भी हो सकता है।
01- थकान
02- पूरे शरीर में दर्द होना
03- शरीर का तापमान बढ़ना
04- खाँसी
05- जोड़ो में दर्द
06- दस्त
07- त्वचा के ऊपर रैशेज होना
08- सर्दी लगना
09- गले में दर्द
10- सिर दर्द
11- आँखों में लाली तथा जलन रहना।
12- उल्टी और दस्त का होना।

वायरल फीवर से बचाव:- अब तक आपने वायरल फीवर होने के लक्षण और कारणों के बारे में जाना। लेकिन कुछ सावधानियां बरतने पर यानि जीवनशैली में और खान-पान में थोड़ा बदलाव लाने पर इस रोग को होने से रोक सकते हैं।

01- खाने में उबली हुई सब्जियां, हरी सब्जियां खाना चाहिए।
02- दूषित पानी एवं भोजन से बचें।
03- पानी को पहले उबाल कर थोड़ा गुनगुना ही पिएँ।
04- वायरल बुखार से ग्रस्त रोगी के सम्पर्क में आने से बचें।
05- मौसम में बदलाव के समय उचित आहार-विहार का पालन करें।
06- रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनायें रखने के लिए आयुर्वेदिक उपचार एवं अच्छी जीवन शैली को अपनायें।