हराकर भी मैरीकॉम करोंडो दिलो को जीत गई, भारत की उम्मीदो को लगा झटका।।

 
हराकर भी मैरीकॉम करोंडो दिलो को जीत गई, भारत की उम्मीदो को लगा झटका।।

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

खेल, 30 जुलाई:- टोक्यो ओलंपिक में भारत को बड़ा झटका लगा है। गुरुवार 29 जुलाई को भारत की दिग्गज बॉक्सर मैरी कॉम का सफर इस प्रतियोगिता में खत्म हो गया है। मैरी कॉम का मुकाबला कोलंबिया की इनग्रिट वेलेंसिया से था।

अंतिम-16 में करना पड़ा हार का सामना:- बता दें कि 51 किलोग्राम वजन श्रेणी में मैरी कॉम (38 साल) को अंतिम-16 में हार का सामना करना पड़ा। दोनों खिलाड़ियों के बीच जबरदस्त मैच देखने को मिला। लेकिन तीसरे राउंड में वेलेंसिया मैरी कॉम पर बढ़त हासिल करने में सफल रही। इस तरह मैरी कॉम को इनग्रिट वेलेंसिया ने स्प्लिट डिसीजन में 3-2 से हराया। हालांकि मैरीकॉम ने हारकर भी करोड़ों लोगों का दिल जीत लिया है। दरअसल, जैसे ही रैफरी ने फैसला सुनाया, तब मैरी कॉम निराश जरूर दिखीं। लेकिन खेल भावना दिखाकर उन्होंने दिल जीत लिया।

हार के बाद अपनी विरोधी को लगा लिया गले:- बता दें कि मैरी कॉम ने हार के बाद अपनी विरोधी बॉक्सर इनग्रिट वेलेंसिया को गले से लगा लिया। वेलेंसिया भी मैरी कॉम से गले लगकर काफी इमोशनल नजर आईं। इस दौरान मैरीकॉम की आंखों में आंसू थे और चेहरे पर मुस्कान थी।

पदक जीतने का भी सपना टूट गया:- जापान की राजधानी टोक्यो में खेले जा रहे खेलों के महाकुंभ यानी ओलंपिक के सातवे भारत की तरफ से मुक्केबाजी करने उतरीं दिग्गज मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम को हार का सामना करना पड़ा और इसी के साथ उनका टोक्‍यो ओलंपिक में सफर खत्म हो गया है व उनके पदक जीतने का भी सपना टूट गया। मैरीकॉम 51 किग्रा फ्लाइवेट कैटेगरी के प्री क्‍वार्टर फाइनल में कोलंबिया की इंग्रिट वालेसिया से 2-3 से हार गईं। हालांकि 6 बार की वर्ल्‍ड चैंपियन रहीं मैरीकॉम का मानना है कि उनके साथ न्याय नहीं हुआ है। दरअसल, उन्हें लगा था कि उन्होंने प्री-क्वार्टर फाइनल का मुकाबला जीत लिया है और वालेसिया को विजेता करार देने से पहले उन्होंने अपना हाथ भी ऊपर उठा लिया था, लेकिन अंपायर के फैसले ने उन्हें जोर का झटका दिया। क्योंकि 2 जजों ने इंग्रिट के पक्ष में फैसला सुनाया, जबकि दो मैरीकॉम के पक्ष में रहे। इसके बाद भी इंग्रिट को जीता करार दे दिया गया।।