शराबी बेटा बना हैवान- माँ के कलेजे के टुकड़े ने ही निकालकर खाया माँ का कलेजा, मिली मौत की सजा।।

शरीर के टुकड़े कर दिल, गुर्दे और फिर आंतो को निकालकर नमक-मिर्च लगाकर खा गया था।।
 
शराबी बेटा बना हैवान- माँ के कलेजे के टुकड़े ने ही निकालकर खाया माँ का कलेजा, मिली मौत की सजा।।

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

महाराष्ट्र, 10 जुलाई:- मां की हत्या कर उसके शव के टुकड़े-टुकड़े कर खाने के दोषी को अदालत ने मौत की सजा सुनाई है। कोल्हापुर की सेशन कोर्ट गुरुवार को दोषी को यह सजा सुनाई। दोषी शख्स ने अपनी शराब के लिए पैैसे न देने पर मां की हत्या कर दी थी। यही नहीं उसके बाद मां के शव के कई टुकड़े किए और उसे खा भी लिया था। ऐसे कलयुगी बेटे को अदालत ने सजा-ए-मौत दी है। हालांकि अभी इस फैसले को हाई कोर्ट में चुनौती दी जा सकती है। अतिरिक्त सेशन जज महेश कृष्णाजी जाधव ने 35 साल के सुनील राम कुचकोरवि को आईपीसी की धारा 302 के तहत मां की हत्या का दोषी करार दिया।

अदालत ने कोल्हापुर पुलिस की जांच को सही करार दिया:- जिसमें कहा गया था कि सुनील ने शराब के लिए रुपये न मिलने के चलते अपनी 63 वर्षीय मां यलम्मा रामा की हत्या कर दी थी। सुनील ने 28 अगस्त, 2017 को इस क्रूर घटना को अंजाम दिया था, जिसकी देश भर में चर्चा हुई थी। हत्या के बाद सुनील ने मां के शव के कई टुकड़े किए और उनमें से कई को फ्राई करके खा गया था। सरकारी वकील विवेक शुक्ला ने कहा, ‘हमने अदालत से सजा-ए-मौत की मा्ंग की थी। ऐसे क्रूरतम हत्या के मामलों में पहले भी मौत की सजाएं दी गई हैं। उसने अपनी ही मां की हत्या कर दी और फिर शव के साथ वे हरकतें कीं, जिसके बारे में कल्पना भी नहीं की जा सकती।’ मामले की जांच करने वाले इंसपेक्टर एसएस मोरे ने डीएनए प्रोफाइलिंग के जरिए पड़ताल की थी।

शरीर के टुकड़े कर दिल, गुर्दे और फिर आंतो को निकालकर नमक-मिर्च लगाकर खा गया था:- अपनी मां की हत्या करने और फिर उनके दिल, गुर्दे और आंतें निकालकर उसमें नमक-मिर्च लगाकर खाने वाले शख्स को स्थानीय अदालत ने मौत की सजा सुनाई। महाराष्ट्र के कोल्हापुर की एक अदालत ने मां की बर्बरतापूर्वक हत्या के मामले में 35 वर्षीय शख्स को मौत की सजा सुनाई है। जिला एवं सत्र न्यायाधीश महेश जाधव ने इसे दुर्लभतम मामला बताया और सुनील कुचिकोरवी को मृत्युदंड सुनाया। सजा सुनाते हुए जाधव ने कहा कि ऐसा जघन्य मामला आज तक देखने को नहीं मिला है। इसलिए आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।

ये है पूरा मामला:- अभियोजन पक्ष के अनुसार उसने अपनी 62 वर्षीय मां की हत्या की और उनके शव को चीरकर सारे अंग निकाल लिए। इसके नरभक्षण कृत्य होने का संदेह था, क्योंकि जब आरोपी पकड़ा गया था तो उसकी मां के अंग रसोई में नमक, तेल और मिर्च पाउडर लगे हुए पाए गए थे और उसके मुंह में खून था। बाद में उसने मां के अंग को खाने की बात कबूल भी की। लोक अभियोजक विवेक शुक्ला ने कहा कि घटना 28 अगस्त 2017 को हुई थी। वारदात के बाद से ही सुनील कुचिकोरवी जेल में बंद था। हालांकि, अभी सजा के खिलाफ अपील करने के उसके पास कई विकल्प मौजूद हैं।

माँ के दिल को चटनी के साथ पीस कर खा गया:– मां की क्रूर हत्या करने के बाद भी सुनील यही नहीं थमा था। इसके बाद उसने अपनी मां के शरीर से दिल निकाला और उसकी चटनी बनाकर खा गया था। नरभक्षी जैसे इस हरकत से सनसनी फैल गई थी। पुलिस ने बताया था कि सुनील ने अपनी मां के शरीर को कई टुकड़ों में काटा था और उसकी आंतें एवं दिल निकाल लिया था। यहां तक कि उसने दिल को पीसकर चटनी के साथ मिला लिया था और उसे खा गया था। सुनील के घर से निकलने पर पड़ोसियों ने उसके हाथ खून से रंगे देखे तो लोगों को शक हुआ और पुलिस को सूचना दी गई।

शराब के लिए पैसे नहीं देने पर की हत्या:- दरअसल कुचिकोरवी शराब का आदी था। घटना वाले दिन उसने अपनी मां से शराब खरीदने के लिए कुछ पैसे मांगे थे और जब मां ने मना किया तो उसने धारदार हथियार से उसकी हत्या कर दी। इसके बाद आरोपी ने उसके शरीर के दाहिने हिस्से को चीर दिया और दिल, किडनी, आंतों और अन्य अंगों को निकाल कर किचन के प्लेटफॉर्म पर रख दिया था। मामले में कम से कम 12 गवाहों से पूछताछ की गई और चूंकि कोई चश्मदीद गवाह नहीं था, इसलिए अदालत ने परिस्थितिजन्य साक्ष्य के आधार पर कुचिकोरवी को दोषी करार दिया। अदालत ने मामले को दुर्लभतम मानते हुए उसे मौत की सजा सुनाई।।