निजी स्कूलों के संगठन ने कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए चार घंटे के लिए स्कूल खोलने का निर्णय लिया है।

अनएडेड प्राइवेट स्कूल्स एसोसिएशन ने इस संबंध में दिशा-निर्देश व एसओपी तैयार कर उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा को भेजा है। जिन स्कूलों में संसाधन अच्छे हैं उनको चार-चार घंटे की दो शिफ्ट में भी पढ़ाने की सुविधा होगी।
 
निजी स्कूलों के संगठन ने कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए चार घंटे के लिए स्कूल खोलने का निर्णय लिया है।

डाo शक्ति कुमार पाण्डेय
विशेष संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 13 जुलाई।

निजी स्कूलों के संगठन ने कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए चार घंटे के लिए स्कूल खोलने का निर्णय लिया है।

अनएडेड प्राइवेट स्कूल्स एसोसिएशन ने इस संबंध में दिशा-निर्देश व एसओपी तैयार कर उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा को भेजा है। जिन स्कूलों में संसाधन अच्छे हैं उनको चार-चार घंटे की दो शिफ्ट में भी पढ़ाने की सुविधा होगी।

हालांकि, जिन छात्रों ने अभी तक नए सत्र की फीस नहीं दी है, वे कक्षा में नहीं बैठ सकेंगे।

संगठन ने हर हाल में इसी महीने से स्कूलों में पढ़ाई शुरू कराने की सिफारिश की है। सात जुलाई को भी डिप्टी सीएम को प्रस्ताव देकर 19 जुलाई से स्कूल खोलने की सिफारिश की गई थी।

संगठन के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने बताया कि पहली शिफ्ट में सुबह 7:30 से 11:30 बजे तक कक्षाएं चलेंगी और स्कूलों में असेंबली नहीं होगी। जिन स्कूलों के पास संसाधन ज्यादा हैं, वे दो शिफ्ट चला सकते हैं।

पहले कक्षा नौ से 12 तक की कक्षाएं लगेंगी, ताकि अगली बोर्ड परीक्षा की तैयारी शुरू की जा सके। अभिभावकों की सहमति पर एक कक्षा में 50 प्रतिशत छात्र ही बुलाए जाएंगे। स्कूूल चाहें तो तय तिथि व समय से अलग भी कक्षाएं लगा सकते हैं।

अनिल अग्रवाल ने बताया कि 19 जुलाई से स्कूलों में कक्षाएं चलाने का प्रस्ताव है। शासन कोई और तिथि जारी करना चाहता है तो हर हाल में 26 जुलाई तक की तारीख जारी कर दे, ताकि स्कूल, छात्र व अभिभावक तैयारी कर सकें।

अनिल अग्रवाल ने बताया कि पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र में स्कूल खोलने की तैयारी हो गई है। प्रदेश में कोरोना के मामले काफी कम हैं। ऐसे में छात्र हित में स्कूल खोल देने चाहिए।

पत्र में कहा है कि यदि बच्चे किसी प्रकार से संक्रमित होते हैं तो इसके लिए स्कूल जिम्मेदार नहीं होंगे। लेकिन कोविड प्रोटोकॉल के पालन में कोताही पर स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई होगी।