रोहिंग्या अजीजुल हक को दोबारा पासपोर्ट जारी करने से लखनऊ का पासपोर्ट ऑफिस भी जांच के घेरे में।

एटीएस के सूत्रों के अनुसार लखनऊ रीजनल पासपोर्ट ऑफिस से अब यह पता लगाया जाएगा कि किन परिस्थितियों में उन्होंने अजीजुल हक का पासपोर्ट दो बार जारी किया।
 
रोहिंग्या अजीजुल हक को दोबारा पासपोर्ट जारी करने से लखनऊ का पासपोर्ट ऑफिस भी जांच के घेरे में।

डा. एस. के. पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 11 जनवरी।
उत्तर प्रदेश में संतकबीरनगर जिले के खलीलाबाद से गिरफ्तार किए गये म्यांमार निवासी रोहिंग्या अजीजुल हक को पासपोर्ट आफिस लखनऊ ने दो बार पासपोर्ट जारी किया।

इस मामले में राजधानी लखनऊ का रीजनल पासपोर्ट ऑफिस भी आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) की जांच के घेरे में आ गया है।

एटीएस के सूत्रों के अनुसार लखनऊ रीजनल पासपोर्ट ऑफिस के अधिकारियों से अब यह पता लगाया जाएगा कि किन परिस्थितियों में उन्होंने अजीजुल हक का पासपोर्ट दो बार जारी कर दिया।

अभी तक की पड़ताल में सामने आया है कि अजीजुल हक ने पहले भी अपना एक पासपोर्ट बनवाया था। बाद में उसे किसी ने सुझाव दिया कि हाईस्कूल की मार्कशीट और सर्टिफिकेट लगाने से पासपोर्ट की उपयोगिता बढ़ जाएगी‌ इसलिए उसने दोबारा पासपोर्ट के लिए आवेदन किया। उसके आवेदन पर पासपोर्ट ऑफिस की ओर से उसे दूसरा पासपोर्ट भी जारी कर दिया गया।

एटीएस जांच के दायरे में आने के बाद यह मामला पासपोर्ट ऑफिस के अफसरों के लिए मुसीबत की वजह बन गया है। गलत तरीके से पासपोर्ट जारी करने में पासपोर्ट ऑफिस पहले भी सवालों के घेरे में आ चुका है।

एटीएस ने शनिवार को अजीजुल हक से रिश्ते के कारण गिरफ्तार किए गये खलीलाबाद नगरपालिका के संविदा कर्मचारी अब्दुल मन्नान को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया।

सोमवार को एटीएस अब्दुल मन्नान को पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेने के लिए अदालत से अनुरोध करेगी। इसके बाद अजीजुल हक से उसका सामना कराकर टेरर फंडिंग से जुड़े कई महत्वपूर्ण सवाल पूछने की योजना है।

अजीजुल हक के बैंक खातों में ट्रांसफर हुई रकम का ब्योरा भी एटीएस को जल्द मिलने की उम्मीद है। ऐसा होने पर टेरर फंडिंग से जुड़े अन्य चेहरों को भी सामने लाया जा सकेगा और जांच के दायरे में लाकर उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

उधर जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किए गए पूर्व सैनिक सौरभ शर्मा को एटीएस रविवार को मेरठ ले गई और वहां कई जगहों पर छापेमारी की। जांच में एटीएस को मेरठ में सौरभ शर्मा के कई करीबियों के बारे में जानकारियां मिलीं।

वहीं आईएसआई के इशारे पर सौरभ को पैसा भेजने वाले गुजरात निवासी अनस गितैली को चार दिन की ट्रांजिट रिमांड पर लेकर एटीएस रविवार रात लखनऊ पहुंची है।

एटीएस ने अनस को रविवार को मजिस्ट्रेट के सामने पेश करने के बाद जेल भेज दिया है। उसे पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेने के लिए एटीएस सोमवार को अदालत में अर्जी देगी।