उबली हुई चाय पत्ती है आपके लिए कितनी कारगर, जानने के लिए पढ़े ये खबर।

 
उबली हुई चाय पत्ती है आपके लिए कितनी कारगर, जानने के लिए पढ़े ये खबर।

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

भारतीय लोग अपने दिन की शुरुआत सुबह एक कप चाय पी कर ही करते हैं। भारत में लगभग सभी घरों में 1 दिन में दो से तीन बार चाय बनती ही है और चाय बनने के बाद अक्सर घर की महिलाएं चायपत्ती को कूड़ेदान में डाल देती है, जो बिल्कुल भी सही नहीं है। आज की पोस्ट में हम आपको उबली हुई चाय पत्ती से होने वाले जबरदस्त फायदे के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे जानने के बाद आप भी चाय पत्ती को फेंकने से पहले एक बार जरूर सोचेंगे।

उबली हुई चाय पत्ती से होने वाले अचूक फायदे:-

1. चोट लगने पर उबली हुई चाय पत्ती घाव में भरने से इसमें से खून बहना बंद हो जाता है और ये घाव को भरने में मददगार साबित हो सकती है।

2. बालों को नर्म, मुलायम और चमकदार बनाने के लिए मेंहदी में आंवले का पाऊडर के साथ उबली हुई चायपत्ती मिलाकर लगाने से फायदा मिलता है।

3. यदि आप काबुली चने बना रही हैं तो चने उबालते समय चाय की पत्ती की पोटली बनाकर डालने से चने का रंग और स्वाद दोनो अच्छा हो जाएगा।

4. यदि लकड़ी का फर्नीचर गंदा हो गया हो तो उसे साफ करने के लिए उबली हुई चायपत्ती के पानी से फर्नीचर और शीशे साफ करने से फर्नीचर व शीशे दोंनो चमक जाएंगे।

5. चाय बनाने के बाद बची हुई पत्ती को अच्छे से धोकर मनीप्लांट और गुलाब के पौधे में डालने से यह खाद का काम करेगी।

6. चाय बनाने के बाद बची हुई पत्ती को दोबारा उबाल कर उस पानी से घी और तेल के चिकनाई वाले डिब्बे/बर्तन साफ करें इससे दुर्गंध खत्म होगी तथा बर्तन चमक जाएंगे।

7. यदि मक्खियों ने परेशान कर रखा हो तो पहले से धो कर रखी हुई चाय की पत्ती को गीला करके वहां पर रगड़ दें जहां पर मक्खियां बैठी हो। दोबारा उस जगह पर ये नही आएगी।

8. चायपत्ती में एंटी-ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं. ऐसे में चोट या किसी जख्म पर चायपत्ती का लेप लगाना बेहद फायदेमंद होता है।

9. उबली हुई चायपत्ती को अच्छी तरह धोकर इसे चोट पर लगाने से घाव जल्दी भर जाते हैं। इसके अलावा आप चाहें तो चायपत्ती को धोकर दोबारा उबाल लें. इस पानी से घाव धोना भी फायदेमंद रहता है।

10. चायपत्ती का पानी एक बेहतरीन कंडिशनर का काम करता है। चायपत्ती को धोकर दोबारा उबाल लें. इस पानी से बालों को धोएं. इससे बाल चमकदार और सॉफ्ट हो जाएंगे।

11. चायपत्ती को दोबारा धोकर सुखा लें. काबुली चने बनाते समय इस चायपत्ती का इस्तेमाल किया जा सकता है. इससे चने की रंगत निखर जाएगी।

12. चायपत्ती को दोबारा उबाल लें. इस पानी को एक स्प्रे बॉटल में भरकर, फर्नीचर की सफाई करें. इससे फर्नीचर चमक उठेंगे।

13. बची हुई चायपत्ती को अच्छी तरह साफ कर लें. इस चायपत्ती का इस्तेमाल खाद के रूप में भी किया जा सकता है।