लखनऊ विश्वविद्यालय के अंग्रेज़ी विभाग ने सुश्री दिव्या द्विवेदी को पी०एच०डी० की उपाधि प्रदान किया।

सुश्री दिव्या द्विवेदी ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय से अंग्रेज़ी साहित्य में परास्नातक प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण करके लखनऊ विश्वविद्यालय की अर्हता प्रदायी शोध प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण किया था।
 
लखनऊ विश्वविद्यालय के अंग्रेज़ी विभाग ने सुश्री दिव्या द्विवेदी को पी०एच०डी० की उपाधि प्रदान किया।

डा. एस. के. पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 16 जनवरी।
लखनऊ विश्वविद्यालय के अंग्रेज़ी विभाग ने वर्चुअल मौखिक परीक्षा कराकर सुश्री दिव्या द्विवेदी को पी०एच०डी० की उपाधि प्रदान किया।

नाइजीरियन मूल की विश्वविख्यात लेखिका तथा अफ़्रीकन अंग्रेज़ी साहित्य जगत की जननी एवम् प्रथम महिला साहित्यकार ‘फ़्लोरा न्वापा’ द्वारा रचित उपन्यासों पर मिर्ज़ापुर की दिव्या द्विवेदी ने अपना शोध प्रबन्ध तैयार किया।

सुश्री द्विवेदी का शोध शीर्षक था – “पोलिटिक्स ऑफ़ आइडेंटिटी इन द सेलेक्ट नोवेल्स ऑफ़ फ़्लोरा न्वापा”।

इस उत्कृष्ट शोध प्रबंध को प्रस्तुत करने के लिए लखनऊ विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विभाग ने पी०एच०डी० की उपाधि प्रदान करने के बाद सुश्री दिव्या द्विवेदी को बधाई दिया।

अपने उक्त मौलिक शोध प्रबन्ध में दिव्या द्विवेदी ने अफ़्रीकन समाज मे व्याप्त ‘पहचान की राजनीति’, समूह आधारित विचारधारा, संस्कृति, भाषा, राष्ट्रीयता एवम् उभरते उपनिवेशवाद के प्रभाव – जैसे तमाम अनछुए विषयों का गहन अध्ययन व विश्लेषण किया है, तथा अफ़्रीकन समाज मे विस्थापित, वंचित एवं हाशिए के लोगों के हितों, जीवन उन्नयन व अनुशीलन से सम्बन्धित विशेष तथ्यात्मक पहलुओं को भी समाहित कर शोध का कार्य किया है।

सुश्री दिव्या द्विवेदी ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय वाराणसी से अंग्रेज़ी विषय में स्नातक एवं परास्नातक प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण करने के बाद अर्हता प्रदायी शोध प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण किया था।

सुश्री दिव्या द्विवेदी ने यह शोध कार्य लखनऊ विश्वविद्यालय के असोशिएट प्रोफ़ेसर डा० शिव गोविन्द पुरी के निर्देशन में, अन्तर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं में प्रकाशित शोधपत्रों के आधार पर यू०जी०सी० द्वारा निर्धारित मानदंडो के अंतर्गत सम्पन्न किया है।

उल्लेखनीय है कि सुश्री दिव्या द्विवेदी के० बी० स्नातकोत्तर महाविद्यालय मिर्जापुर के अंग्रेजी विभागाध्यक्ष डा० जी० एस० द्विवेदी की पुत्री हैं।

दिव्या की इस उपलब्धि पर राजस्थान के महामहिम राज्यपाल की धर्मपत्नी श्रीमती सत्यवती मिश्र ने समूचे परिवार को हार्दिक बधाई देते हुए प्रसन्नता ज्ञापित किया है।

इनके अलावा लखनऊ वि० वि० की अंग्रेज़ी विभागाध्यक्ष प्रोफ़ेसर रानु उनियाल, एच०आर०डी० निदेशक प्रोफेसर निशी पाण्डेय, प्रोफ़ेसर ओ० एन० उपाध्याय, प्रोफ़ेसर आर० पी० सिंह, काशी हिंदू विश्वविद्यालय के अंग्रेज़ी विभागाध्यक्ष प्रोफ़ेसर के० एम० पाण्डेय, प्रोफ़ेसर मिथिलेश कुमार पाण्डेय, प्रोफ़ेसर अर्चना कुमार, डा० आरती निर्मल तथा के० बी० स्नातकोत्तर महाविद्यालय मिर्ज़ापुर के प्राचार्य डा० भवभूति मिश्र, डा० रवींद्र कुमार द्विवेदी , पूर्व आचार्य डा० शक्ति कुमार पांडेय, एवं पूर्व अंग्रेजी विभागाध्यक्ष डा० अबुल हसन बेग ने भी दिव्या द्विवेदी को नव वर्ष में इस विशिष्ट उपलब्धि बधाई देते हुए ख़ुशियों भरा संदेश प्रेषित किया है।