ठाकुरगंज पुलिस ने दो डाक्टरों समेत चार लोगों को रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करते हुए गिरफ्तार किया।

आरोपितों में सरफराजगंज निवासी डा. अतहर, एरा हास्टल में रहने वाले डा. सम्राट मूल निवासी गोंडा दुर्जनपुर और बांगरमऊ उन्नाव का विपिन कुमार, सरफराजगंज का तहजीबुल हसन है।
 
ठाकुरगंज पुलिस ने दो डाक्टरों समेत चार लोगों को रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करते हुए गिरफ्तार किया।

डाo शक्ति कुमार पाण्डेय
विशेष संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 23 अप्रैल।

ठाकुरगंज पुलिस ने गुरुवार को देर रात एरा मेडिकल कॉलेज के पास से दो डाक्टरों समेत चार लोगों को रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करते हुए गिरफ्तार कर लिया।

उनके पास से 34 इंजेक्शन औैर 469000 रुपये बरामद किए है। पुलिस पकड़े गए आरोपितों से उनके गैंग के बारे में पूछताछ कर रही है।

पकड़े गए आरोपितों में सरफराजगंज निवासी डा. अतहर, एरा हास्टल में रहने वाले डा. सम्राट मूल निवासी गोंडा दुर्जनपुर और बांगरमऊ उन्नाव का विपिन कुमार, सरफराजगंज का तहजीबुल हसन है।

मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम इनके पीछे लगाई गई थी। पुलिस टीम सादे कपड़ों में खड़ी थी। टीम लगाकर इन लोगों से फोन पर बात कर इंजेक्शन की जरूरत की बात कहकर रेट तय कर रही थी। 20 हजार रुपये में मूल्य तय हुआ था। टीम के लोगों ने इन्हें वहीं बुलाया था। इसके बाद आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया।

उनके पास से मौके से 34 इंजेक्शन और 469000 रुपये बारामद किए गए हैं। पूछताछ में पता चला कि इंजेक्शन चार से पांच हजार रुपये में खरीदते थे और 15 से 20 हजार रुपये में बेचते थे।

इंस्पेक्टर ठाकुरगंज का कहना है कि यह गैंग कानपुर के एक दलाल के संपर्क में था। वह इन्हें इंजेक्शन मुहैया कराता था। पकड़े गए आरोपितों से दलाल के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।

उल्लेखनीय है कि बढ़ते कोविड संक्रमण में मरीजों के लिए इस इंजेक्शन की काफी जरूरत है। यह लोग इंजेक्शन की कालाबाजारी बीते कई महीनों से कर रहे थे। गिरोह के अन्य लोगों का पता लगाया जा रहा है।