गोंडा का एमबीए युवक बाराबंकी से गिरफ्तार। अच्छी नौकरी के बावजूद नशे की लत ने उसको बाइक चोर बना दिया।

गिरफ्तार चन्दन 2008 में बीएससी (आईटी) और 2013 में एमबीए करने के बाद लुधियाना (पंजाब) में रेडबुल कंपनी और हिन्दुस्तान लीवर जैसी बड़ी कंपनी सहित डीएस ग्रुप कंपनियों में काम कर चुका है।
 
गोंडा का एमबीए युवक बाराबंकी से गिरफ्तार। अच्छी नौकरी के बावजूद नशे की लत ने उसको बाइक चोर बना दिया।

डाo शक्ति कुमार पाण्डेय
विशेष संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 22 जून।

गोंडा का एमबीए युवक बाराबंकी से गिरफ्तार। अच्छी नौकरी के बावजूद नशे की लत ने उसको बाइक चोरी बना दिया।

गिरफ्तार चन्दन 2008 में बीएससी (आईटी) और 2013 में एमबीए करने के बाद लुधियाना (पंजाब) में रेडबुल कंपनी और हिन्दुस्तान लीवर जैसी बड़ी कंपनी सहित डीएस ग्रुप कंपनियों में काम कर चुका है।

सीओ सिटी सीमा यादव की अगुवाई में कोतवाल पंकज सिंह, एसएसआई अमित मिश्रा और एसआई संजीव सिंह व मार्कंडेय सिंह की टीम कई दिनों से आटो लिफ्टर की तलाश कर रही थी।

20 जून की रात पुलिस ने इस शातिर आटो लिफ्टर को जैदपुर अंडरपास से चोरी की बाइक सहित गिरफ्तार कर लिया।

पकड़ा गया आरोपित गोंडा के कौड़िया थाना ग्राम गुदगुदियापुर का रहने वाला चंदन प्रसाद पाठक है। इसकी निशानदेही पर बाराबंकी व गोंडा जिले से चोरी की कुल 25 बाइक बरामद की गईं।

इसके बाद वह लुधियाना में स्टाल मशीन की रिपेयरिंग के कार्य के दौरान मार्फीन के नशे का आदी हो गया। इसको पूरा करने वह जैदपुर के टिकरा गांव आता था। रुपये की जरूरत के लिए बाराबंकी, लखनऊ, अयोध्या आदि जिलों से बाइक चोरी करने लगा।

चन्दन चोरी करने के बाद टिकरा से मार्फीन खरीदकर गोंडा चला जाता था। चोरी की बाइक को बहराइच के थाना विशेश्वरगंज के नेवलापुर में ले जाकर लोगों को पुलिस नीलामी की गाड़ी बताकर मात्र पांच-छह हजार रुपये में बेच देता था। शेष पैसा ट्रांसफर के बाद लेने के लिए कहता था।

नेवलापुर के कई अन्य लोग भी लुधियाना में काम करते हैं जो उसके परिचित थे और जिनके कारण उसका वहां आना जाना था।

शहर में कहीं से भी यह बड़ी चालाकी से बाइक चोरी कर लेता था। कई जगह उसके फुटेज सीसीटीवी कैमरे में मिले। हर बार उसके कपड़े अलग लेकिन जूते वही थे। जब बाइक चोरी कर भाग रहा था तो बाइक में लगे जीपीएस की मदद से पुलिस ने पीछा कर उसे पकड़ा तो जूतों से ही उसकी शिनाख्त हो सकी। इस उपलब्धि के लिए पुलिस टीम को दस हजार का पुरस्कार दिया है।