अजीत सिंह हत्याकांड में धनंजय सिंह के खिलाफ सीजेएम कोर्ट ने जारी किया गैर जमानती वारंट।

मुठभेड़ में मारे गए गिरधारी ने पूछताछ में बताया था कि उसने कुंटू सिंह के कहने पर अजीत सिंह की हत्या की थी और शूटरों की व्यवस्था कराने में पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने मदद की थी।
 
अजीत सिंह हत्याकांड में धनंजय सिंह के खिलाफ सीजेएम कोर्ट ने जारी किया गैर जमानती वारंट।

डा. एस. के. पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 20 फरवरी।
लखनऊ के विभूतिखंड इलाके में पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह की गोली मारकर हत्या करने के मामले में पूर्व सांसद धनंजय सिंह के खिलाफ लखनऊ की सीजेएम कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी कर दिया है। धनंजय सिंह पर हत्याकांड की साजिश रचने का आरोप है।

उल्लेखनीय है कि बीते 6 जनवरी की अजीत सिंह की लखनऊ के विभूतिखंड इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस की जांच में दावा किया गया था कि पूर्व सांसद ने शूटरों की मदद की थी।

उक्त हत्याकांड के मुख्य शूटर गिरधारी से पूछताछ के दौरान यह सामने आया कि राजधानी के विभूतिखंड क्षेत्र के कठौता चौराहे के पास छह जनवरी को हुई अजीत सिंह की हत्या में बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह भी शामिल हैं। बाद में गिरधारी पुलिस मुठभेड़ में मारा गया था।

पुलिस अब हत्याकांड में जुड़े पूर्व सांसद के बारे में कई बिंदुओं के आधार पर जांच कर रही है।

गिरधारी ने पूछताछ के दौरान बताया था कि उसने कुंटू सिंह के कहने पर हत्या की थी। उसने यह भी बताया कि शूटरों की व्यवस्था कराने में पूर्व सांसद ने मदद की थी।

जांच में जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि पहले गिरधारी ने पूछताछ के दौरान टाल-मटोल करने की कोशिश की थी पर बाद में वह टूट गया और उसने यह जानकारी दी।

गिरधारी से पहले दिन रिमांड के दौरान 70 से 80 सवाल विभिन्न बिंदुओं पर पूछे गए थे। पहले दिन गिरधारी से पुलिस कमिश्नर और एसीपी समेत अन्य अफसरों ने कई बिंदुओं पर पूछताछ की।

एसीपी विभूतिखंड ने बताया कि अजीत सिंह की हत्या करने के बाद गिरधारी स्कूटी से भागा था। इसके बाद वह भागकर दिल्ली पहुंचा।

पूछताछ में गिरधारी ने बताया था कि अजीत सिंह विधायक सीपू सिंह की हत्या में गवाही देने पर अड़े थे। यही बात उनकी हत्या की वजह बनी।

एसीपी ने बताया कि गिरधारी ने शूटर जय-वीरू के बारे में भी जानकारी दी है। उसकी निशानदेही पर दबिश दी जा रही है।