भ्रष्टाचार के आरोप में मण्डी परिषद के एक संयुक्त निदेशक तथा पांच उप निदेशक स्तर के अधिकारी निलम्बित।

मण्डी निदेशक जेपी सिंह ने गुरुवार को सभी के निलम्बन आदेश जारी करते हुए बताया कि मण्डी परिषद बोर्ड के जीरो टॉलरेंस पॉलिसी के तहत यह कार्रवाई की गई है।
 
भ्रष्टाचार के आरोप में मण्डी परिषद के एक संयुक्त निदेशक तथा पांच उप निदेशक स्तर के अधिकारी निलम्बित।

डा. एस. के. पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 19 फरवरी।
अनियमितता के आरोप में यूपी सरकार ने मण्डी परिषद के अलग-अलग मण्डलों में तैनात एक संयुक्त निदेशक तथा पांच उप निदेशक स्तर के अधिकारियों को निलम्बित कर दिया गया है।

मण्डी निदेशक जेपी सिंह ने गुरुवार को सभी के निलम्बन आदेश जारी करते हुए बताया कि मण्डी परिषद बोर्ड के जीरो टॉलरेंस पॉलिसी के तहत यह कार्रवाई की गई है।

उन्होंने कहा कि मण्डी परिषद के अपर निदेशक को इन सभी की अनियमितताओं की जांच की जिम्मेदारी दी गई है। साथ ही उन्हें निर्देश दिए गए हैं कि वे जल्द से जल्द जांच पूरी करें।

जेपी सिंह ने बताया कि मण्डी परिषद मुख्यालय में तैनात संयुक्त निदेशक (निर्माण) के पद पर तैनात गोपाल शंकर की ओर से 2007 से 2014 के बीच आगरा में उप निदेशक (निर्माण ) के पद पर तैनाती के दौरान गम्भीर अनियमितताएं की गई थी।

उप निदेशक निर्माण हरीराम द्वारा अयोध्या में निर्माण खण्ड में तैनाती के दौरान भारी भ्रष्टाचार किया गया।

इसी प्रकार उप निदेशक (निर्माण) रामनरेश द्वारा करनैलगंज नवीन मण्डी में अनियमितताएं की गई, जबकि उप निदेशक (निर्माण) अशोक कुमार द्वारा मिर्जापुर निर्माण खण्ड में कोरोना काल के दौरान दायित्वों का पालन नहीं किया गया और भारी वित्तीय गड़बड़ियां पाई गईं। इन सभी के खिलाफ अनुशासनहीनता की भी कई गम्भीर शिकायतें रही हैं।

इसी प्रकार उप निदेशक (निर्माण) अतर सिंह पर शाहजहांपुर क्षेत्र के बण्डा में भारी अनियमितता की शिकायतें हैं, जबकि उप निदेशक (प्रशासन/निर्माण) के पद पर भी साहिबाबाद (गाजियाबाद) में भारी भ्रष्टाचार किया गया है। सभी के निलम्बन के आदेश गुरूवार को जारी कर दिए गए हैं।