पूर्व सांसद धनंजय सिंह की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने लखनऊ से दिल्ली तक छापेमारी शुरू किया।

कई थानों की पुलिस ने बुधवार रात लखनऊ में कुर्सी रोड, सुलतानपुर रोड, मालवीय नगर और गोमती नगर में धनंजय सिह के ठिकानों पर ताबड़तोड़ दबिश दिया है।
पूर्व सांसद धनंजय सिंह की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने लखनऊ से दिल्ली तक छापेमारी शुरू किया।

डा. एस. के. पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 4 मार्च।
मऊ के हिस्ट्रीशीटर अजीत सिंह की हत्या की साजिश रचने के आरोप में पूर्व सांसद धनंजय सिंह का नाम आने और उनके खिलाफ गैर जमानती वॉरंट जारी किए जाने के बाद उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने लखनऊ से दिल्ली तक छापेमारी शुरू कर दिया है।

इसी कड़ी में कई थानों की पुलिस ने बुधवार रात लखनऊ में कुर्सी रोड, सुलतानपुर रोड, मालवीय नगर और गोमती नगर में धनंजय सिह के ठिकानों पर ताबड़तोड़ दबिश दिया है।

लखनऊ में उनके दो आवासों पर गिरफ्तारी वारंट वाली नोटिस भी चस्पा की गई। वहीं विभूतिखंड पुलिस की एक टीम ने दिल्ली में उनकी तलाश में कई जगह छापेमारी की। हालांकि धनंजय सिंह पुलिस के हाथ नहीं लगा।

उल्लेखनीय है कि 6 जनवरी को विभूतिखंड में कठौता चौराहे के पास अजीत सिंह को गोलियों से छलनी कर दिया गया था। अजीत के साथ मौजूद मोहर सिंह ने एफआईआर करायी थी कि आजमगढ़ जेल में बंद कुंटू सिंह और अखण्ड सिंह ने गिरधारी के जरिये हत्या करवायी है। गिरधारी ने पांच शूटरों के साथ अजीत की हत्या की थी।

गिरधारी को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराने का दावा किया। इसके बाद ही पुलिस ने सांसद धनंजय सिंह को गिरधारी के बयान के आधार पर हत्या की साजिश में शामिल होने का आरोपी बनाया। धनंजय पर एक घायल शूटर राजेश तोमर का लखनऊ और सुलतानपुर में इलाज कराने में मदद करने का भी आरोप लगाया गया।

धनंजय के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट लेने के बाद पुलिस कई दिन से शांत बैठी हुई थी। लेकिन बुधवार रात को अचानक धनंजय की तलाश में उसके कुर्सी रोड स्थित आवास, शारदा व सरस्वती अपार्टमेंट में उसके फ्लैट और उसके बेहद करीबी साथी के मालवीय नगर स्थित आवास पर ताबड़तोड़ दबिश दी गई।

पुलिस ने एक बर्खास्त सिपाही के घर भी दबिश दी लेकिन धनंजय का पता नहीं चला। इस दौरान दो ठिकानों से तीन लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। इन तीनों को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया।

पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने बताया कि धनंजय की तलाश में दो टीमें गुरुवार को दो अन्य जिलों में भेजी जाएंगी।

पुलिस को पता चला कि धनंजय सिंह दिल्ली में एक वकील के सम्पर्क में है। यह भी पता चला था कि वह दिल्ली में ही छिपा हुआ है। इसके बाद ही इंस्पेक्टर चन्द्रशेखर के नेतृत्व में एक टीम दिल्ली पहुंच गई। बुधवार रात को दिल्ली में भी दो जगह दबिश दी गई पर कोई हाथ नहीं लगा।

अजीत हत्याकांड में शामिल शिवेन्द्र सिंह उर्फ अंकुर, रवि यादव, राजेश तोमर भी अभी फरार है। इन तीनों पर 50 हजार रुपये इनाम घोषित किया जा चुका है।

पता चला है कि एक शूटर मुस्तफा उर्फ बंटी को बागपत पुलिस ने कुछ दिन पहले उत्तराखंड से पकड़ लिया था। पर, उसकी गिरफ्तारी की पुष्टि बागपत पुलिस ने अभी तक नहीं की है।