दिव्यांग छात्रों के पुनर्वास के लिए बनाए गए विश्वविद्यालय में ही दिव्यांग छात्र के साथ दुष्कर्म और दुर्व्यवहार।

लखनऊ के डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय में बीए प्रथम वर्ष के विकलांग छात्र से रैंगिंग के नाम पर भयानक ज्यादती और दुष्कर्म किया गया।
 
दिव्यांग छात्रों के पुनर्वास के लिए बनाए गए विश्वविद्यालय में ही दिव्यांग छात्र के साथ दुष्कर्म और दुर्व्यवहार।

डा. एस. के. पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 12 फरवरी।
दिव्यांग छात्रों के पुनर्वास के लिए बनाए गए विश्वविद्यालय में ही दिव्यांग छात्र के साथ दुष्कर्म और दुर्व्यवहार का मामला प्रकाश में आया है।

लखनऊ के डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय में बीए प्रथम वर्ष के विकलांग छात्र से रैंगिंग के नाम पर भयानक ज्यादती और दुष्कर्म किया गया।

पहले तो जबरदस्ती सिगरेट पिलाने की कोशिश हुई, और मना करने पर वरिष्ठ छात्रों ने पीड़ित को पहले तो जमकर पीटा और फिर उसके साथ कुकर्म किया।

पीड़ित ने घटना की सूचना विश्वविद्यालय के एंटी रैगिंग सेल व पारा थाने को भी दिया। जांच के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से तहरीर दी गई। पुलिस ने दो के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, शकुंतला देवी पुनर्वास विश्वविद्यालय लखनऊ में बीए प्रथम वर्ष का दिव्यांग छात्र परिसर स्थित छात्रावास में रहता है।

छात्र का आरोप है कि चार फरवरी की रात को वह मेस में खाना खाने जा रहा था। इस दौरान बीएड प्रथम सेमेस्टर के छात्र आकाश यादव और एमएड तृतीय सेमेस्टर के छात्र सत्येंद्र यादव पहुंचे और बरामदे में उसे पकड़ लिया और फिर कमरा नंबर 233 में ले गए। यह कमरा प्रेम प्रकाश के नाम से आवंटित था।

पीड़ित ने बताया कि दोनों ने उसे सिगरेट पीने को कहा। इनकार करने पर जलती सिगरेट जबरदस्ती मुंह में डाल दी। इसके बाद आरोपी छात्रों ने उसे बंधक बनाकर पीटा और उसके साथ कुकर्म किया। दोनों छात्रों ने मुंह खोलने पर पीड़ित को जान से मारने की धमकी भी दी।

पीड़ित ने विवि प्रशासन से शिकायत की। विश्वविद्यालय प्रशासन ने घटना की जांच कराया और घटना सही निकलने पर आठ फरवरी को पीड़ित की तहरीर पर प्रॉक्टर की मुहर लगाकर थाने भेजी।

प्रभारी निरीक्षक पारा राजेश कुमार के मुताबिक, मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश की जा रही है।

रजिस्ट्रार ने कहा कि इस मामले को भी दिखवाया जा रहा है। मामला एंटी रैगिंग सेल को ट्रांसफर किया गया है। छात्र का मेडिकल कराया गया है। उसे विवि में किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं होने पाएगी। अगर शिकायत सही है तो गलत करने वाले के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।