भाजपा के लोकसभा सदस्य डॉ. रमेश चंद बिंद से एक बदमाश ने 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगी।

भदोही के सांसद ने आशियाना थाने में तहरीर दी, जिसपर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। रुपये न देने पर उनके और बेटे को अपहरण कर जान से मारने की धमकी दी गई है।
भाजपा के लोकसभा सदस्य डॉ. रमेश चंद बिंद से एक बदमाश ने 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगी।

डा. एस. के. पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 9 नवम्बर।
भदोही से भाजपा के लोकसभा सदस्य डॉ. रमेश चंद बिंद से एक बदमाश ने 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगी है। रुपये न देने पर उनके और बेटे को अपहरण कर जान से मारने की धमकी भी दी गई है।

सांसद ने आशियाना थाने में तहरीर दी जिस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। मामले की पड़ताल की जा रही है और पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है।

भदोही से भाजपा के सांसद डॉ. रमेश चंद बिंद का आवास आशियाना थानाक्षेत्र के सेक्टर-के में खजाना मार्केट के पास है। सांसद डॉ. रमेश चंद बिंद केंद्र सरकार में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस संबंधी स्थायी समिति व परामर्शदात्री समिति तथा ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज समिति के सदस्य भी हैं।

सांसद ने बताया कि वह 5 नवंबर को अपने आवास पर थे। इसी बीच उनके मोबाइल पर 7028296217 नम्बर से कॉल आई। कॉल रिसीव होते ही कॉल करने वाले ने गालियां व अभद्र शब्दों का प्रयोग शुरू कर दिया। इसके बाद उसने सांसद को धमकी देते हुए 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगी। विरोध करने पर बुरा अंजाम भुगतने को कहा।

सांसद के अनुसार, कॉल करने वाले ने 5 नवंबर की रात को 8.30 बजे से लगातार कई बार कॉल किया। लगातार घंटी बज रही थी। इसी कारण उन्होंने रिसीव किया। कॉल करने वाले ने धमकी दी कि अगर रकम नहीं मिली तो सांसद व उनके बेटे को अगवा कर हत्या कर देगा। इसके बाद कॉल कट गई।

शनिवार को आशियाना पुलिस ने सांसद की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस इस मामले में सर्विलांस सेल की मदद से कॉल करने वाले तक पहुंचने के प्रयास में जुटी है।

इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक आशियाना केशव कुमार तिवारी ने कुछ टिप्पणी करने से इंकार कर दिया।

रमेश बिंद पूर्वांचल में बिंद समाज के बड़े नेता के तौर पर जाने जाते हैं। वह मिर्जापुर में बिंद समाज पर उनका अच्छा खासा प्रभाव भी है। राजनीति में बसपा से सामाजिक मिशन के साथ एक कार्यकर्ता के तौर पर जुड़ने वाले रमेश बिंद की बसपा में इंट्री एक साधारण कार्यकर्ता के तौर हुई थी। विधानसभा चुनाव 2002 बसपा ने मझवां विधानसभा से अपना प्रत्याशी बनाकर उन्हें चुनावी मैदान में उतारा। चुनाव जीतने के बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।

बसपा की ही टिकट पर मझवां विधानसभा से वह लगातार तीन बार विधायक रहे। लोकसभा चुनाव 2019 से पहले इन्होंने बसपा का साथ छोड़कर भाजपा की सदस्यता ली, जिसके बाद उन्हें भाजपा ने भदोही लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाया और वे विजयी हुए।