विपक्ष के नेता बीमारी और महामारी के माहौल में भी राजनीति के अवसर खोजने से बाज नहीं आ रहे हैं।

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव प्रो. राम गोपाल यादव ने पार्टी के सांसद आजम खां की तबीयत बिगड़ने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।
 
विपक्ष के नेता बीमारी और महामारी के माहौल में भी राजनीति के अवसर खोजने से बाज नहीं आ रहे हैं।

डाo शक्ति कुमार पाण्डेय
विशेष संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 12 मई।
भ्रष्ट और स्वार्थी लोगों द्वारा आपदा में पैसा कमाने के अवसर के बारे में लगातार सुनने में आता रहता है। आपदा में राजनीति के अवसर भी खूब खोजे जा रहे हैं।

विपक्ष के नेता बीमारी और महामारी के माहौल में भी राजनीति के अवसर खोजने से बाज नहीं आ रहे हैं।

समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव प्रदेश सरकार पर आरोप लगा रहे हैं कि आजम खान को इलाज के लिए जेल से बाहर लाने में देरी की गई। जबकि सबको मालूम है कि आजम खान इलाज के लिए जेल से बाहर निकलने को तैयार नहीं थे।

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव प्रो. राम गोपाल यादव ने पार्टी के सांसद आजम खां की तबीयत बिगड़ने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।

उन्होंने कहा कि जिस तरह से आजम खां को अकारण जेल में रखकर इलाज तक की अनुमति नहीं दी गई, वह नीचता की पराकाष्ठा है।

प्रो. राम गोपाल यादव ने ट्वीट कर कहा कि ‘यूपी में निकृष्टतम शासकों का राज्य है। जिस तरह से आजम साहब को अकारण जेल में रखकर इलाज तक की अनुमति नहीं दी गई, वह नीचता की पराकाष्ठा है। ऐसे लोग नरकगामी होंगे। यह मेरे जैसे लाखों लोगों की बद्दुआएं हैं।’

उल्लेखनीय है कि सीतापुर जेल में बंद कोरोना वायरस से संक्रमित समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता व सांसद आजम खां को इलाज के लिए बाहर आने के लिए डाक्टरों और अधिकारियों ने लगातार मिन्नतें किया लेकिन वे किसी भी दशा में बाहर आने को तैयार नहीं थे।

अन्ततः हालत बिगड़ने पर वे केवल मेदांता अस्पताल लखनऊ में भर्ती होने को राजी हुए। तब उन्हें नौ मई को लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भर्ती किया गया।

फिलहाल उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है। चिकित्सकों का कहना है कि हाई ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत को देखते हुए उन्हें कोविड आईसीयू में रखा गया है और क्रिटिकल केयर टीम की निगरानी में उनका इलाज चल रहा है।

कोरोना संक्रमित आजम खां के बारे में फैली अफवाहों को लेकर आजम खां की पत्नी रामपुर की विधायक डॉ. तजीन फात्मा ने नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी।

सांसद आजम खां सीतापुर जेल में बंद थे। उनके साथ उनके बेटे अब्दुल्ला आजम भी हैं। जेल में ही दोनों कोरोना संक्रमित हो गए। हालत बिगड़ने पर नौ मई की रात में दोनों को मेदांता अस्पताल लखनऊ में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।

वहीं इंटरनेट मीडिया पर उनके बारे में तरह-तरह की पोस्ट डाली गईं, जिससे उनके समर्थक चिंतित हो उठे। आजम खां के मीडिया प्रभारी फसाहत अली खां शानू ने बताया कि आजम खां की हालत गंभीर है, दुआओं की जरूरत है।