ताउते ने रोकी मायानगरी की रफ्तार, 114 किमी रफ्तार से पहुँची आफत से भारी बारिश के पानी से बनी टापू।।

 
ताउते ने रोकी मायानगरी की रफ्तार, 114 किमी रफ्तार से पहुँची आफत से भारी बारिश के पानी से बनी टापू।।

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

मुंबई, 18 मई:- सोमवार को अरब सागर से उठा चक्रवाती तूफान गंभीर रूप धारण कर लिया है। मुंबई में 114 किमी की रफ्तार से चली आंधी और मूसलाधार बारिश ने पूरी मायानगरी को टापू में बदल दिया। मुंबई का निचला इलाका पानी-पानी हो गया है। 200 से ज्यादा जगहों पर पेड़ व होर्डिंग टूटने की घटनाएं भी हुई है। रेलवे लाइन पर पानी भर जाने से लोकल ट्रेनों का संचालन पूरी तरह बंद रहा। ताउते के मद्देनजर महानगर पालिका (बीएमसी) ने मुंबई में मौसम निगरानी के लिए 60 स्वचालित मौसम केंद्र बनाए गये हैं। मौसम विभाग के कोलाबा स्थित केंद्र ने सुबह 11 बजे हवा की गति 102 किमी प्रति घंटा दर्ज की। दोपहर दो बजे हवा की रफ्तार 114 किमी प्रति घंटा रही। तूफान के मद्देनजर मुंबई में आरेंज और रायगढ़ जिले में रेड अलर्ट घोषित किया गया।

कोविड से संक्रमित मरीजों को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट किया गया:- सोमवार को ताउते का रौद्र रूप देखते हुए सुबह मुंबई के तीन कोविड सेंटर से मरीजों को दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट किया गया बीएमसी ने अकेले बांद्रा-कुर्ला कांप्लेक्स (बीकेसी) स्थित जंबो कोविड सेंटर से 182 मरीजों को इमरजेंसी में दूसरे अस्पताल में शिफ्ट किया जबकि रविवार को 580 मरीजों को अन्य अस्पातालों में भेजा गया।

तेज़ आंधी से टीकाकरण केंद्र की छत उड़ गई:- तेज आंधी की वजह से बोरिवली टीकाकरण केंद्र की पूरी छत भी उड़ गई। वहीं बीकेसी के वेटिंग रूप की छत भी उड़ गई। मौसम विभाग के मुताबिक कोलाबा इलाके में 189 मिमी और मुंबई उपनगर में 194 मिमी बारिश हई। इस दौरान मुंबई में 26 मकान क्षतिग्रस्त हुए। ताउते की चेतावनी को लेकर रेलवे ने भी आपातकालीन राहत दल व रेल गाड़ियों को हाई अलर्ट पर रखा है। रेल मंत्रालय ने डिवीजनल कंट्रोल रूम खोले हैं जो हालात पर नजर बनाए हुए हैं। ये दक्षिण पश्चिम, कोंकण, मध्य और पश्चिमी रेलवे से लगातार हलात का जायजा ले रहे हैं। रेलवे की एक्सिडेंट रिलीफ ट्रेन व मेडिकल रिलीफ वैन और टॉवर वैगन को हाई अलर्ट मोड पर रखा गया है जो जरूरत पड़ने पर फौरन मोर्चा संभालेंगी।

रक्षामंत्री ने तीनों सेनाओं को अलर्ट मोड़ पर रखा:- सोमवार को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने तीनों सेनाओं को अलर्ट मोड पर रखते हुए महाराष्ट्र और गुजरात को हर संभव मदद करने का निर्देश दिया हैं। वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से तूफान से निपटने के लिए सेना की तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान सीडीएस जनरल बिपिन रावत, रक्षा सचिव अजय कुमार, नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह, वायुसेना प्रमुख एयरचीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया व सेना प्रमुख एमएम नरवणे भी मौजूद रहे। रक्षा मंत्री को बताया गया कि नौसेना के गोताखोरों की 11 टीमें, 12 बाढ़ राहत टीमें और मेडिकल टीमें स्टैंडबाय पर हैं।।