स्कूल की छत पर खेलते समय दो किशोर हाईटेंशन तार की चपेट में आए। करंट से झुलसकर दोनों की मौत।

ग्रामीणों की मांग है कि इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार विद्युत विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और किशोरों के स्वजनों व पूर्व में झुलसी बालिका को मुआवजा दिया जाए।
स्कूल की छत पर खेलते समय दो किशोर हाईटेंशन तार की चपेट में आए। करंट से झुलसकर दोनों की मौत।

डाo शक्ति कुमार पाण्डेय
विशेष संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 7 जून।

बलरामपुर गौरा चौराहा थाना क्षेत्र के ग्राम जमुवरिया में स्कूल की छत पर खेलते समय दो किशोर ऊपर से निकली हाईटेंशन तार की चपेट में आ गए। करंट से झुलस कर दोनों किशोर की मौत हो गई।

अब्दुल मजीद का 13 वर्षीय बेटा इदुज्जमा व सनाउल्ला का 12 वर्षीय बेटा फिरोज की करंट की चपेट में आने से मौत हो गई। स्वजनों का रो-रो कर हाल बेहाल है।

दोनों किशोर गांव में ही स्थित प्राइमरी स्कूल परिसर में खेल रहे थे। खेलते -खेलते दोनों स्कूल की छत पर चढ़ गए। वहीं खेलने लगे। छत के ऊपर से निकले तार की चपेट में आ गए जिससे दोनों की मौत हो गई।

अचानक हुई इस घटना से गांव में अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीणों व स्वजनों ने दोनों का शव छत से नीचे उतारा। परिजनों का रो-रो कर हाल बेहाल है।

ग्राम प्रधान उबैदुर्रहमान ने बताया कि बिजली तार स्कूल परिसर के ऊपर से निकला है जो काफ़ी नीचा है। इससे दोनों किशोर करंट की चपेट में आ गए।

स्वजनों ने पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया। गौरा चौराहा थाना की पुलिस को सूचना देकर पंचनामा कराकर शव परिवारजनों को दे दिया गया। दोनों का अंतिम संस्कार भी कर दिया गया है।

ग्रामीणों ने स्कूल परिसर के ऊपर से निकले बिजली तार को हटवाने की मांग की है।

प्राथमिक विद्यालय जमुवरिया परिसर में कंरट की चपेट में आने से दो किशोर की मौत की घटना को लेकर ग्रामीण आक्रोशित है।

ग्रामीण फैजुर्रहमान, अब्दुल जब्बार, जगराम, अब्दुल मलिक, बदरूदजमा ने विद्युत विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है। कहा कि करीब एक माह पहले स्कूल में ही एक बालिका करंट की चपेट में आकर झुलस गई थी। उसी समय तार हटवाने के लिए प्रार्थना पत्र दिया गया था, लेकिन विभागीय अधिकारियों ने सुनवाई नहीं की।

ग्रामीणों की मांग है कि इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार विद्युत विभाग के अधिकारी व कर्मचारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। दोनों किशोरों के स्वजन व पूर्व में झुलसी बालिका को मुआवजा दिया जाए।

एसडीओ विमलेंद्र श्रीवास्तव का कहना है कि घटना लापरवाही से हुई है। डंडा लेकर दोनों किशोर छत पर खेल रहे थे। इसलिए करंट की चपेट में आ गए। छत से तार की दूरी पांच मीटर है। स्कूल भी बंद चल रहा है। स्कूल परिसर से तार हटवाने के लिए शिक्षा विभाग से बजट की मांग की गई थी, लेकिन मिला नहीं। मुआवजा दिलाने के लिए विद्युत सुरक्षा खंड को रिपोर्ट दी जाएगी। मानक के अनुरूप सहायता मिलेगी।