चाचा ने ही फिरौती के लिए किया मासूम का अपहरण। फिरौती न मिलने पर कर दी हत्या।

महराजगंज एसपी ने बताया कि अपहरण मामले में मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर आगे की कार्यवाही की जा रही है। सभी सबूतों को बरामद कर लिया गया है।
 
चाचा ने ही फिरौती के लिए किया मासूम का अपहरण। फिरौती न मिलने पर कर दी हत्या।

डा. एस. के. पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 13 दिसम्बर।
उत्तरप्रदेश के महराजगंज जिले से एक अत्यंत सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसमें एक बच्चे को उसके नाबालिग चाचा ने ही फिरौती के लिए अपहरण कर लिया और फिर फिरौती न मिलने पर गला घोंटकर हत्या भी कर दिया।

बच्चे के नाबालिग चाचा मनीष ने पहले उसका अपहरण करके पचास लाख रुपए की फिरौती मांगी और फिर मासूम का गला घोंटकर हत्या कर दी।

दीपक गुप्ता के बेटे पीयूष के गुरुवार शाम को घर के बाहर से गायब होने की सूचना मिली थी। जब पीयूष काफी देर तक घर नहीं पहुंचा तो उसे ढूंढा गया। आसपास पूछने पर भी उसका कुछ पता नहीं चला। घरवाले बच्चे को ढूंढकर थक गए तो घर वापस आए और पुलिस को सूचना दी।

सूचना मिलने के बाद से ही बच्चे की बरामदगी के लिए पुलिस व क्राइम ब्रांच की टीम लगाई गई थीं। घर के अंदर बाउंड्री के पास उन्हें एक कागज पड़ा हुआ नजर आया। कागज उठाकर देखा गया तो सभी दंग रह गए। इसमें बच्चे के किडनैप होने की बात लिखी थी और अपहरणकर्ता ने बच्चे को छोड़ने के बदले 50 लाख रुपये फिरौती मांगी थी।

लेटर में लिखी राइटिंग की पहचान कराने के लिए पुलिस ने हैंड राइटिंग एक्सपर्ट से जांच कराई, जिसमे परिवार के सभी सदस्यों के नमूने लिए गए। इसमें नाबालिग चाचा मनीष की राइटिंग से मैच हुई।

पुलिस ने मनीष को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ किया तो उसने 6 वर्षीय मासूम पीयूष के अपहरण के जुर्म को कबूल किया। मनीष की बताई जगह पर पुलिस पहुंची तो वहां पीयूष नहीं मिला। पुलिस टीम ने सघन चेकिंग की तो घर से 100 मीटर दूर खेत में बच्चे की लाश मिली।

महराजगंज एसपी प्रदीप गुप्ता ने बताया कि बच्चे के अपहरण के मामले में मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर आगे की कार्यवाही की जा रही है। सभी सबूतों को बरामद कर लिया गया है।