कुशीनगर में टैग और चिप लगा हुआ गिद्ध देखकर लोगों में अटकलबाजी

 

डा. एस. के. पाण्डेय
राज्य संवाददाता

लखनऊ, 24 अप्रैल।
कुशीनगर जिले में शुक्रवार को बरवापट्टी थाना क्षेत्र के बकुलहवा गांव में गन्ने के खेत में एक विलुप्तप्राय गिद्ध घायलावस्था में पाया गया। उसके दोनों पंखों में C3 टैग और जीपीएस चिप लगा था। गिद्ध मिलने की सूचना मिलते ही मौके पर ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी और तरह-तरह की अफवाह उड़ने लगी। ज्यादातर लोग कह रहे थे कि चीन ने भारत में भेजा है। सूचना पर वन विभाग और पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और गिद्ध को अपने कब्जे में ले लिया। वन विभाग के मुताबिक, गिद्ध को चोट लगी है या फिर वह बीमार है। उसकी जांच की जा रही है।

रहस्यमय ढंग से लगी हुई चिप को देखते ही लोग तरह तरह की बातें कर रहे थे। लेकिन तमकुही रेंज के फॉरेस्ट ऑफिसर ने बताया कि यह विलुप्तप्राय प्रजाति का गिद्ध पक्षी है। किसी शोध संस्था के लोगों ने उसके पंखों पर अपना कोडिंग और लोकेशन ट्रेस करने के लिए चिप लगाया होगा। विलुप्त हो रहे पशु पक्षियों के अस्तित्व को जानने के लिए टैगिंग किया जाता है। हालांकि अभी बहुत कुछ स्पष्ट नहीं हो पा रहा है। मगर गिद्ध के पंखों में लगे चिप के माध्यम से सारी जानकारी मिल जाएगी। गिद्ध के लिए मांसाहारी भोजन का प्रबंध किया जा रहा है। बताया गया कि पिछले साल वन विभाग ने महराजगंज में गिद्धों की गिनती और टैगिंग कराई थी।

उल्लेखनीय है कि महराजगंज के फरेंदा में प्रदेश का पहला जटायु संरक्षण और प्रजनन केंद्र भी स्‍थापित किया जा रहा है। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि यह गिद्ध महराजगंज का भी हो सकता है। वन विभाग के मुताबिक गिद्धों की कौन सी प्रजाति खतरे में है, इसका सर्वे किया जा रहा है। इसके लिए मैपिंग तकनीक का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। ताकि इनकी सही संख्या और दिनचर्या का पता लगाया जा सके। फिलहाल जब तक कुछ कन्फर्म नहीं हो जाता है तब तक रहस्य बना रहेगा।