कोरोना का भय आखिर क्यों
आखिर लोग कोरोना से इतना क्यों भय खा रहे है इसको समझने के लिए अपने मष्तिस्क पर थोडा जोर देना होगा।
दोस्तों आज पूरा विश्व कोरोना की महामारी से लड़ रहा है। सुबह से लेकर रात तक या कहें 24 x 7 हमारे सामने कोरोना की ही ख़बरें सामने आ रही हैं ऐसे में लोग बहुत पैनिक हो रहे हैं। लोग डरे हुए हैं, एक तरह से ये डर जरूरी भी है लेकिन कोरोना का डर कुछ इस तरह से लोगों के अन्दर बैठ गया है कि नॉर्मल लोग जो COVID-19 positive भी नहीं हैं वो खुद को इससे पीड़ित समझ रहे हैं। कोरोना में जितने लक्षण होते हैं, एक स्वस्थ व्यक्ति भी नेगेटिव न्यूज़ दिन भर देखने, पढ़ने व सुनने के बाद खुद में ही कोरोना जैसे लक्षण पैदा कर रहा है।
दिन भर टीवी पर यही खबरें देखने और अख़बारों में इसी एक बात की खबर पढ़ने के कारण स्वस्थ व्यक्ति भी खुद को कोरोना का मरीज समझ रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से हम रेगुलर इसी एक विषय पर बात कर रहे हैं, कोरोना…कोरोना…और सिर्फ कोरोना।
आज एक ही बात हमारे मन-मस्तिष्क में बसी हुई है और वो है कोरोना… और आज किसी व्यक्ति को डराने के लिए यही एक नाम काफी है। इस महामारी से डर होना भी जरूरी है लेकिन एक स्वस्थ व्यक्ति भी जिसे ऐसी कोई बीमारी नहीं है, बार बार इसी बारे में सोचता रहेगा तो वो न चाहते हुए भी इस बीमारी के लक्षण खुद में ला सकता है और नॉर्मल सर्दी-जुखाम होने पर भी खुद को और भी ज्यादा डरा सकता है, उसे लग सकता है कि कहीं वो भी कोरोना का तो मरीज नहीं।
इससे बचने के लिए कृपया बार-बार कोरोना जैसी ख़बरें ही न देखते रहें कुछ पॉजिटिव चीजों पर अपना ध्यान लगायें और आप जैसे नॉर्मल थे वैसे रहें, घर पर रहें और सरकार द्वारा जो भी जरूरी कदम उठाये गए हैं उनका पालन करें। घर पर रहना ही और Social Distancing ही कोरोना से बचने का एक उपाय है और इसके अलावा कोई भी तरीका नहीं जिससे आप खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित कर सकें। ज्यादा से ज्यादा अपने माइंड को अच्छी चीजों की तरफ लेकर जाएं और डर को अपने दिमाग से निकाल दें, पैनिक बिलकुल भी मत हों।
STAY HOME… STAY SAFE…