उत्तरप्रदेश के ब्राह्मणों में उपजे असन्तोष को भुनाने चले समाजवादी पार्टी के सन्तोष पाण्डेय।

उत्तर प्रदेश में मिशन 2022 की तैयारियों में जुटी समाजवादी पार्टी ब्राह्मण एजेंडे को धार देने के लिए अक्टूबर अंत तक लखनऊ में 108 फीट की भगवान परशुराम की मूर्ति लगवाने जा रही है।
 
उत्तरप्रदेश के ब्राह्मणों में उपजे असन्तोष को भुनाने चले समाजवादी पार्टी के सन्तोष पाण्डेय।

डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
उत्तरप्रदेश संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 21 अगस्त।

उत्तरप्रदेश के ब्राह्मणों में उपजे असन्तोष को भुनाने के चले समाजवादी पार्टी के सन्तोष पाण्डेय।

उत्तर प्रदेश में मिशन 2022 की तैयारियों में जुटी समाजवादी पार्टी ब्राह्मण एजेंडे को धार देने के लिए अक्टूबर अंत तक लखनऊ में 108 फीट की भगवान परशुराम की मूर्ति लगवाने जा रही है।

इसके लिए पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के समीप मौरा गांव में दो बीघा जमीन भी चिन्हित कर ली गई है। मूर्ति के अनावरण के मौके पर सपा ब्राह्मणों का एक बड़ा कार्यक्रम भी आयोजित करेगी। इसमें महामंडलेश्वरों को भी बुलाने की योजना है।

चर्चा है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगी।

उल्लेखनीय है कि समाजवादी पार्टी ब्राह्मणों को अपना बनाने के लिए अलग-अलग जिलों में भगवान परशुराम के मंदिर बनवा रही है। प्रदेश में सबसे बड़ी मूर्ति लखनऊ में लगने जा रही है।

कांस्य की यह मूर्ति जयपुर में प्रसिद्ध मूर्तिकार राजकुमार पंडित तैयार कर रहे हैं। यह वही मूर्तिकार हैं जिन्होंने लोक भवन में लगी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा बनाई है।

समाजवादी पार्टी के ब्राह्मण नेता व लंभुआ के पूर्व विधायक संतोष पांडेय की “चिरंजीवी भगवान परशुराम चेतना पीठ” यह मूर्ति लगवा रही है।

उक्त पीठ अब तक मेरठ के हस्तिनापुर, आगरा, जौनपुर, प्रयागराज, बुलंदशहर, हापुड़, गाजियाबाद, श्रावस्ती में 11 फीट से लेकर 31 फीट तक की भगवान परशुराम की मूर्ति लगवा चुकी है। गाजियाबाद के वसुंधरा व साहिबाबाद में भी भगवान परशुराम चौक की स्थापना भी की गई है।

यह पीठ विधानसभा चुनाव से पहले सभी जिलों में भगवान परशुराम का एक-एक मंदिर बनवाएगी। वाराणसी, जौनपुर, भदोही, प्रतापगढ़, श्रावस्ती, गोंडा, महराजगंज, बस्ती, गोरखपुर, फैजाबाद व सुलतानपुर में भी भगवान परशुराम की मूर्ति लगवाने की तैयारियां तेज हो गईं हैं। यहां मूर्ति लगाने के लिए भूमि चिन्हित कर ली गई है।

ब्राह्मणों का साथ पाने के लिए समाजवादी पार्टी सभी जिलों में प्रबुद्ध सम्मेलन भी करेगी। इसकी शुरुआत इसी माह बलिया व मऊ से हो चुकी है। अगले चरण में 25 अगस्त से पांच सितंबर के बीच जौनपुर, प्रतापगढ़, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज व गोंडा में प्रबुद्ध सम्मेलन आयोजित होंगे। इसके बाद श्रावस्ती, देवरिया, गोरखपुर व वाराणसी में यह सम्मेलन आयोजित होंगे।

पूर्वांचल के बाद पश्चिम के जिलों में भी ब्राह्मणों को जोड़ने के लिए प्रबुद्ध सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने इसकी जिम्मेदारी पार्टी के प्रमुख ब्राह्मण नेता पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय, पूर्व कैबिनेट मंत्री मनोज पांडेय व अभिषेक मिश्र, पूर्व विधायक सनातन पांडेय व संतोष पांडेय की पांच सदस्यीय टीम को सौंपी है।