कही पाकिस्तान पर कब्जा करके परमाणु हथियारो पर कब्जा न कर ले तालिबान- अब अमेरिका को सता रहा है डर।।

 
कही पाकिस्तान पर कब्जा करके परमाणु हथियारो पर कब्जा न कर ले तालिबान- अब अमेरिका को सता रहा है डर।।

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

वर्ल्ड, 26 अगस्त:- अफगानिस्तान पर 20 साल बाद फिर से तालिबान का राज शुरू हो गया है, तालिबान के डर से लोग देश छोड़ने की कोशिश में जुट गए हैं। दूसरे देश भी अफगानिस्तान में फंसे अपने लोगों को निकालने की तैयारी कर रहे हैं। अफगानिस्तान से बाहर निकलने का एकमात्र रास्ता है काबुल स्थित हामिद करजई इंटरनेशनल एयरपोर्ट, यहां लोगों की भीड़ इकट्ठी होती जा रही है। जिस दिन अमेरिकी सेना के हवाई जहाज पर चढ़ने के लिए भीड़ जुटी और कुछ लोग पहिए पर चढ़ गए थे।

तालिबान ने अमेरिकी सेना को वापस लेने की दी थी धमकी:- अमेरिका द्वारा अफगानिस्तान से अपने सैनिकों की वापसी की घोषणा के बाद से तालिबान आक्रमक है। जब आतंकी संगठन के लड़ाकों ने काबुल पर कब्जा कर लिया तो अमेरिका को अपने दूतावास को लेकर काबुल एयरपोर्ट पर शिफ्ट होना पड़ गया। इतना ही नहीं एयरपोर्ट की सुरक्षा के लिए 6000 अतिरिक्त फोर्स भी भेजे गए। राष्ट्रपति जो बाइडेन के शुरुआती फैसले के मुताबिक, 31 अगस्त तक अमेरिकी सेना अफगानिस्तान से वापस चली जाएगी। अब ऐसा नहीं करने पर तालिबान ने अंजाम भुगतने की धमकी दी थी।

तालिबान ने कहा था:- तालिबान ने अमेरिका को धमकी दी है कि अगर उनकी सेना 31 अगस्त की समय सीमा से आगे रहती है तो परिणाम भुगतना होगा। तालिबान का कहना है कि अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी में किसी भी तरह की देरी के परिणाम संयुक्त राज्य अमेरिका के को भुगतने होंगे। आतंकी संगठन 31 अगस्त को डेड लाइन के तौर पर देख रहा है। इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने पहले कहा था कि नागरिकों को निकालने में मदद के लिए 31 अगस्त के बाद उनके सैनिक काबुल में रह सकते हैं।

अब सता रहा बड़ा डर:- अमेरिकी सांसदों के एक समूह ने राष्ट्रपति जो बाइडेन से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया है कि तालिबान जो अब अफगानिस्तान का वास्तविक शासक है, पाकिस्तान को अस्थिर न करे और परमाणु हथियार न हासिल कर सके, सांसदों ने मांग की है कि अफगानिस्तान में क्या हुआ और आगे बढ़ने की अमेरिका की क्या योजना है, इन महत्वपूर्ण सवालों का बाइडेन को जवाब देना चाहिए। क्या आप इस घटना के बाद क्षेत्रीय सहयोगियों का सैन्य रूप से समर्थन करने के लिए तैयार हैं, अगर तालिबान अफगानिस्तान की सीमा का सैन्यीकरण करता है? यह सुनिश्चित करने के लिए आपकी क्या योजना है कि तालिबान अपने परमाणु पड़ोसी पाकिस्तान को अस्थिर न करे?

सांसदों ने एक पत्र के माध्यम से किए कई सवाल:- सीनेट और प्रतिनिधि सभा के 68 सांसदों के समूह ने बुधवार को बाइडेन को संबोधित एक पत्र में इस संबंध में सवाल किए, इस पत्र में ये भी पूछा गया कि क्या आपके पास यह सुनिश्चित करने की कोई योजना है कि तालिबान के कब्जे वाला अफगानिस्तान कभी भी परमाणु हथियार हासिल नहीं करेगा? सांसदों ने कहा कि पिछले हफ्तों में तालिबान ने चौंकाने वाली तेजी के साथ अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया था। पूरी दुनिया इसे सदमें की तरह देख रही थी। अफगानिस्तान से अमेरिकी सैन्य बलों की वापसी और वहां से अमेरिकी नागरिकों की निकासी में देरी हुई, तालिबान शासन में ऐसी स्थिति हो गई है, जिसमें महिलाओं, लड़कियों का उत्पीड़न, नागरिक समाज का दमन, घरों से अनगिनत अफगानों का विस्थापन शामिल है। अमेरिकी सांसदों ने कहा कि चीन इस सबके बीच पैदा हुए शून्य का फायदा लेकर तालिबान के साथ अपने संबंधों को बढ़ाना चाहता है, सांसदों ने कहा कि इस कार्रवाई के ऐसे परिणाम सामने आए हैं, जो दशकों तक दिखाई देंगे।

अलकायदा को रोकने की आपकी क्या योजना:- इन परिणामों से निपटने का मतलब है कि हमें अमेरिकी रणनीति के लिए अभी कार्रवाई करनी चाहिए, हम इसलिए आपको लिख रहे हैं कि बताएं कि अफगानिस्तान को लेकर अमेरिका की आगे बढ़ने की योजना क्या है। उन्होंने कहा कि खुफिया समूहों ने चेतावनी दी है कि तालिबान अल कायदा और आईएसआईएस को अमेरिका के खिलाफ भविष्य के आतंकवादी हमलों के लिए प्रशिक्षित और लैस करने के लिए अफगानिस्तान को एक सुरक्षित आश्रय के रूप में इस्तेमाल कर सकता है। सुनिश्चित करें कि अल कायदा फिर से अफगानिस्तान में पैर नहीं जमा पाए, इस खतरे से मुकाबले के लिए आप किस तरह से तैयार है। इसके साथ ही ये भी पूछा गया है कि तालिबान के हाथों में चले गए अमेरिकी हथियारों को दोबारा हासिल करने की आपकी क्या योजना है।

वही युवतियों और महिलाओं की लिस्ट बना रहे इमाम:- तालिबानी क्रूरता के चलते लोगों को अपने जीवन, सम्मान, गरिमा और संपत्ति की रक्षा के लिए हथियार उठना पड़ रहा है। पूर्व गृहमंत्री अंदराबी ने बताया कि तालिबान के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है, वहां के इमामों को 12 से 45 वर्ष की लड़कियों और महिलाओं की लिस्ट बनाने को कहा है। ताकि वो उनके साथ अपने लड़ाकों की शादी कर सके, उन्होंने कहा कि तालिबान के खिलाफ विद्रोह कभी खत्म नहीं होगा। उसके सताए लोग आवाज उठाते रहेंगे।।