केन नदी और तालाब में डूबकर भाई-बहन समेत पांच की मौत

महालक्ष्मी पर्व पर केन नदी स्नान करने गए थे भाई बहन महबुलिया विसर्जित करने गई बालिका भी पानी में हुई लापता
 
केन नदी और तालाब में डूबकर भाई-बहन समेत पांच की मौत

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

रिपोर्ट – देवेन्द्र देव निगम संवाददाता

बांदा। महालक्ष्मी पर्व पर मंगलवार को केन नदी स्नान करने गए भाई बहन समेत तीन लोग केन नदी में डूब गए। आसपास मौजूद लोगों ने उन्हें बचाने का प्रयास किया लेकिन असफल रहे। तीनो लोगों की जलसमाधि हो गई। महालक्ष्मी पर्व पर कोहराम मच गया। इधर, तालाब और नाले में डूबने से एक किशोरी समेत दो लोगों की मौत हो गई। जबकि दो सगी बहनें केन नदी में डूब गईं। उन्हें भी आसपास नहा रहे लोगों ने बचा लिया। दोनो को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
गिरवां थाना क्षेत्र के कोलावल रायपुर गांव निवासी उमेश (15) पुत्र बाबूराम अपनी बहन सीता (11) के साथ केन नदी महालक्ष्मी पर्व पर अपनी मां के साथ नहाने गए थे। उसका चचेरा भाई सूरज उर्फ छोटे (7) पुत्र रामफल भी गया था। सभी लोग मां के साथ नदी में नहा रहे थे। इसी बीच पैर फिसल जाने से तीनो बच्चे गहरे पानी में समा गए। बच्चों को डूबता देख मां और आसपास मौजूद महिलाएं बचाने पहुंची तो वह भी डूबने लगीं। लेकिन आसपास नहा रहे लोगों ने किसी तरह महिलाओं को पानी से बाहर निकाल लिया, लेकिन तीनो बच्चे पानी में समा गए। जानकारी मिलने पर परिवार के अन्य लोग मौके पर पहुंच गए। कड़ी मशक्कत के बाद उमेश और उसकी बहन सीता को पानी से बाहर निकाल लिया गया। लेकिन दोनो की मौत हो चुकी थी। सूरज लापता हो गया था। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंच गई। करीब पांच घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद सूरज का भी शव मछुवारों ने जाल डालकर बरामद कर लिया। अचानक हुई इस घटना से घरवालों में कोहराम मच गया।
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पानी भरे गड्ढे में डूबने से किशोरी की मौत
बांदा। देहात कोतवाली क्षेत्र के जारी गांव निवासी निशा (14) पुत्री आनंद द्विवेदी अपनी मां के साथ मंगलवार सुबह गांव में ही तालाब नुमा बने गड्ढे में महालक्ष्मी पर्व पर नहाने गई थी। नहाते समय पैर फिसल जाने से निशा और उसकी छोटी बहन गहरे पानी में डूब गई। आसपास नहा रहे लोगों ने देखा तो निशा की छोटी बहन को तो बाहर निकाल लिया, लेकिन निशा गहरे पानी में समा गई। सूचना पाकर परिवार के अन्य लोग मौके पर पहुंच गए। कड़ी मशक्कत के बाद निशा को पानी से बाहर निकाला गया। देखा तो उसकी सांसें चल रही थीं। उसे तत्काल जिला अस्पताल में दाखिल कराया, वहां चिकित्सकों ने देखने के बाद निशा को मृत घोषित कर दिया। परिजन बिना पोस्टमार्टम कराए ही शव को वापस घर ले गए। पिता ने बताया कि कुछ दिनों पूर्व गड्ढे की चोरी छिपे मिट्टी खुदवा दी गई थी, इससे गड्ढा गहरा हो गया और उसमें बारिश का पानी भर गया।
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नाले में डूबने से आठ वर्षीय बालिका की मौत
बांदा। बिसंडा थाना क्षेत्र के इटरा मिलौली गांव निवासी अमृता साहू (8) पुत्री हरीप्रसाद साहू अपनी मां और पड़ोस की अन्य महिलाओं के साथ महालक्ष्मी पर्व पर गड़रा नाला स्नान करने गई थी। नहाते समय पैर फिसल जाने से अमृता गहरे पानी में डूब गई। महिलाओं ने देखा तो उसे बचाने का प्रयास किया, लेकिन अमृता गहरे पानी में समा गई। शोरशराबा सुनकर परिजन और गांव के लोग आ गए। करीब डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद उसे पानी से बाहर निकाला गया। लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
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महबुलदाई विसर्जन को गई बालिका लापता
बबेरू। महबुलदाई विसर्जन करने गई बालिका गहरे पानी में समाकर लापता हो गई। 20 घंटे गुजर जाने के बाद बालिका का कुछ पता नहीं चला। बबेरू कोतवाली के टोलाकलां गांव निवासी राधा (6) पुत्री सुरेंद्र वर्मा सोमवार की शाम पड़ोसी बच्चों के साथ मटियारा नाला महबुलदाई विसर्जन करने गई थी। पैर फिसल जाने से वह गहरे पानी में समा गई। मौके पर मौजूद बच्चों ने देखा तो आनन-फानन घरवालों को सूचना दी। सूचना पाकर परिजन मौके पर पहुंच गए। खबर मिलते ही क्षेत्राधिकारी और कोतवाली प्रभारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। बालिका की खोजबीन करने में जुट गए। गोताखोरों को बुलवाकर उसकी खोजबीन कराई गई, लेकिन पता नहीं चला। करीब 20 घंटे गुजर जाने के बाद भी राधा का पता नहीं चला। पुलिस का कहना है कि पानी का तेज बहाव होने के कारण बालिका बह गई।
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केन में डूबी दो सगी बहनें, बचाई जान
बांदा। मटौंध थाना क्षेत्र के दुरेड़ी गांव निवासी सोना (19) पुत्री लक्ष्मण अपनी छोटी बहन चांदनी (10) के साथ मंगलवार सुबह पड़ोस की अन्य महिलाओं के साथ केन नदी सुचि करने गई थी। तभी पैर फिसल जाने से दोनो बहनें गहरे पानी में समा गईं। आसपास नहा रही महिलाओं ने देखा तो शोर मचाया। शोर सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंच गए। कड़ी मशक्कत के बाद दोनो बहनों को पानी से बाहर निकाला। देखा तो उनकी सांसें चल रही थीं। दोनो को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। वहां उनकी हालत खतरे से बाहर बताई गई।