जानिए कौन है मेकअप का अविष्कारक, मेकअप के आविष्कार के पहले कैसी थी दुनिया।।

 
जानिए कौन है मेकअप का अविष्कारक, मेकअप के आविष्कार के पहले कैसी थी दुनिया।।

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

हटके, 04 सितंबर:- मेकअप का जिक्र आते ही इसे लड़कियों के साथ जोड़ दिया जाता है। इसको अक्सर लड़कियों के लिए एक आवश्यक वस्तु के रूप में वर्णित किया जाता है। बाजार तरह-तरह के मेकअप उत्पादों से भरा पड़ा है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि यह शब्द कैसे और क्यों आया या जिसने इस शब्द से दुनिया को कुछ नया परिचित कराया। आपको जानकर हैरानी होगी कि मेकअप के पीछे किसी लड़की या महिला का दिमाग नहीं बल्कि पुरुष का योगदान होता है। मैक्स फैक्टर वह शख्स था जिसने दुनिया को बताया कि मेकअप क्या है और इसे कैसे इस्तेमाल करना है।

कैसी थी मेकअप के पहले की दुनिया:- 5000 साल पहले सुमेरिन आदमी और औरतें कीमती रत्नों को पीसकर उसका इस्तेमाल होठों को सजाने के लिए करते थे। वहीं इजिप्ट की किल्योपेट्रा कीड़ों को मारकर अपने होठों को लाल रंग से सजाने का काम करती थीं। वहीं इंडस वैली सिविलाइजेशन की औरतें गेरू का इस्तेमाल लिपस्टिक के तौर पर करती थीं। बता दें कि उस दौर में केवल शक्तिशाली और धनवान मिस्री औरतें ही लिपस्टिक का इस्तेमाल हर रोज करती थीं।

अरब वैज्ञानिक ने बनाई थी पहली लिपस्टिक:- वहीं इतिहास की मानें तो मिस्र में औरतों का लिपस्टिक लगाना ओरल सेक्स का संकेत समझा जाता था। इजिप्ट की वेश्याएं अपने सेक्स पार्टनर को रिझाने के लिए लिपस्टिक का प्रयोग करती थी। 19वीं शताब्दी के अंत तक, एक फ्रांसीसी कॉस्मेटिक कंपनी गुएरलेन ने लिपस्टिक का निर्माण करना शुरू कर दिया था। पहली व्यावसायिक लिपस्टिक का आविष्कार 1884 में हुआ था, यह अविष्कार फ्रांस के पेरिस में इत्र निर्माताओं द्वारा किया गया। अरब वैज्ञानिक अबुलकोसिस ने सबसे पहले 9वीं ईसवी में ठोस लिपस्टिक का अविष्कार किया था। इसके अलावा सबसे अधिक समय तक टिकने वाली पहली लिपस्टिक की खोज 1950 में की गई थी।

आज का आधुनिक दौर:- आज के समय मेकअप बॉलीवुड और हॉलीवुड को छोड़कर हर आम लड़की और लड़के के लिए खूबसूरत दिखने की कला का हिस्सा बन गया है। मैक्स फैक्टर सीनियर इस शब्द के पीछे दिमाग है। मैक्स फैक्टर के प्रोडक्ट्स के बारे में तो आप शायद जानते ही होंगे। इन उत्पादों का नाम पोलैंड के मैक्सिमिलियन फैक्टोरोविस के नाम पर रखा गया था। वह एक बिजनेसमैन और ब्यूटीशियन थे। उन्होंने मैक्स फैक्टर एंड कंपनी की स्थापना की। इसके अलावा उन्होंने कई नई चीजों की खोज भी की थी। अमेरिका में आधुनिक कॉस्मेटिक उद्योग की शुरुआत की और मेकअप शब्द को लोकप्रिय बनाया। इसके साथ ही उन्हें कई मशहूर हस्तियों का मेकअप करने का श्रेय दिया जाता है। दुनिया आज भी कई मशहूर लोगों को याद करती है और उनके रूप-रंग का श्रेय मैक्स फैक्टर को दिया जाता था। मैक्स फैक्टर ने संयुक्त राज्य अमेरिका में थिएटर कलाकारों को विग और ग्रीस पेंट बेचने के लिए अपनी खुद की कंपनी शुरू की। लेकिन उन्हें जल्द ही एहसास हो गया कि वह जिस ग्रीस पेंट को फिल्म अभिनेताओं को बेच रहे थे, वह बहुत भारी था और कैमरे पर एक अभिनेता इसकी वजह से डरावना लग सकता था।

इसके बाद उन्होंने पहला मेकअप प्रोडक्ट ईजाद किया:- इसे पैनकेक मेकअप के रूप में जाना जाने लगा। दरअसल ये वो प्रोडक्ट था जिसके बाद स्टूडियो की रोशनी में भी एक्टर के चेहरे पर कोई दरार नहीं दिखी। धीरे-धीरे उनके उत्पाद हॉलीवुड में लोकप्रिय हो गए। हॉलीवुड एक्ट्रेस को देखकर आम महिलाओं में भी मेकअप के प्रति दिलचस्पी बढ़ गई। इसके बाद मैक्स फैक्टर ने उत्पादों की पूरी सीरीज लॉन्च की। मैक्स फैक्टर ने आधुनिक आई एस आई एस एक्सटेंशन का आविष्कार किया। इसी के साथ उन्होंने मेकअप इंडस्ट्री की पहली नींव रखी। मैक्स फैक्टर को फिल्म उद्योग में उनके योगदान के लिए 1928 में ऑस्कर से सम्मानित किया गया था। उनकी कंपनी में पिछले कुछ वर्षों में कई बदलाव हुए हैं। आज हर लड़की का सपना होता है कि वह एक मैक्स फैक्टर उत्पाद खरीदे क्योंकि यह दुनिया का सबसे महंगा मेकअप उत्पाद है।।