पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई दे रहा महिला एजेंटों ट्रेनिंग, भारत मे फेसबुक मैसेंजर से बना रहा हनीट्रैप का शिकार।।

 
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई दे रहा महिला एजेंटों ट्रेनिंग, भारत मे फेसबुक मैसेंजर से बना रहा हनीट्रैप का शिकार।।

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

नई दिल्ली, 13 सितंबर:- पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलीजेंस (आईएसआई) के लिए भारत से सामरिक महत्व की सूचनाएं हासिल करने में फेसबुक मैसेंजर बड़ा हथियार साबित हो रहा है। गत पांच वर्षों में देश के पांच दर्जन से अधिक लोग आईएसआई की महिला एजेंट के हनीट्रेप में फंस चुके हैं। इनमें सेना से जुड़े सामान्य सैनिक, पूर्व सैनिक व उनके परिजन, सीमावर्ती व सैन्य छावनियों के आसपास रहने वाले लोग तथा गांव-कस्बों के जनप्रतिनिधि भी शामिल हैं। विशेष बात यह है महिला एजेंट फेसबुक पर फे्रंड रिक्सवेस्ट भेजती हैं। दोस्ती होने के बाद मैसेंजर पर बातें शुरू होती हैं। फिर वाट्सएप चैटिंग के जरिए ये एजेंट्स व्यक्ति को जाल में फंसा लेती है। फिर वाट्सएप के जरिए सूचनाओं का आदान-प्रदान शुरू हो जाता है। हाल ही जयपुर में पकड़ा गया जोधपुर मूल का डाक कर्मचारी भी इसी तरह हनीट्रेप में फंसने की बात सामने आ रही है।

पोखरण का व्यक्ति हुआ था हनीट्रैप का शिकार:- देश की सबसे बड़ी फायरिंग रेंज पोखरण से सटे गांव का एक व्यक्ति पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के जाल में उलझकर हनी ट्रैप का शिकार हो गया था। पाकिस्तानी युवती के मोह में फंसा यह व्यक्ति लंबे अरसे से सेना से जुड़ी खुफिया जानकारी पाकिस्तान भेज रहा था। इसकी जानकारी होने के बाद भारतीय खुफिया एजेंसियों ने इसको गिरफ्तार कर लिया। यह व्यक्ति पोखरण से सटे गाँव लाठी गांव का एक 40 साल का व्यक्ति करीब 10 महीने पहले सोशल मीडिया के माध्यम से एक युवती के संपर्क में आया। इसके बाद उसे हनीट्रैप कर लिया गया। ये शख्स, काफी समय से पोखरण क्षेत्र में सैन्य हलचल सहित कई अन्य महत्वपूर्ण सूचनाएं उसे भेजता रहा।

महिलाएं भी बन रही शिकार:- आईएसआई ने हाल ही में पूर्व सैनिकों के परिवार की महिलाओं से सूचनाएं हासिल करने के लिए पुरुष एजेंट्स को काम पर लगाया है, मध्यप्रदेश में पकड़ी गई दो बहनों को मैट्रिमोनियल वेबसाइट के जरिए पाक एजेंट्स ने शादी का झांसा देकर हनीट्रेप में फंसाया। पाक एजेंट्स महिलाओं को स्वयं के सेना के जुड़े होने का विभिन्न तरीके से हवाला देते हैं, जिससे सैनिक परिवार से जुड़ी महिलाएं उनकी बातों में आ जाती है।

कॉलिंग इंडिया से वाट्सएप पाक से:- भारत में पाक के कुछ एजेंट्स अपने एक मोबाइल नम्बर का इस्तेमाल केवल कॉलिंग के लिए करते हैं, जबकि उस नम्बर पर वाट्सएप पाकिस्तान में आइएसआइ के एजेंट इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में भारतीय नम्बर से आया अनजान वाट्सएप भी पाकिस्तानी एजेंसियों का हो सकता है। वही पाकिस्तान में आईएसआई एजेंट बनने के लिए कुछ निजी संस्थान एजेंट की ट्रेनिंग भी दे रहे हैं। पाकिस्तान के पंजाब कॉलेज के कई ट्रेनिंग सेंटर ट्रेनिंग के साथ आईएसआई में प्रवेश करवाने का काम भी कर रहे हैं। ये संस्थान आईएसआई को पाकिस्तानी युवाओं के बीच सिविलियन गवर्नमेंट से अधिक ताकतवर व बेहतर बताकर प्रचारित करते हैं। कुछ समय से महिला एजेंट्स को प्राथमिकता दी जा रही है। महिला एजेंट का अधिकतर कार्यक्षेत्र केवल भारत रहता है।

क्या होता है हनी ट्रैप:- कुछ खूबसूरत महिला एजेंट्स सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को अपने जाल में फंसाती है। सोशल मीडिया पर ये महिलाएं अलग-अलग क्षेत्र के लोगों से दोस्ती करने के बाद उनका भरोसा जीतने का काम करती है। इसके बाद उन्हें अपने जाल में फंसाती चली जाती है। एक बार इनके जाल में फंसने के बाद बाहर निकल पाना बेहद मुश्किल होता है। कई बार ये महिलाएं उनकी पहचान उजागर करने के नाम पर लगातार ब्लैकमेल करती रहती हैं। इस मामले में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी को माहिर माना जाता है। गौरतलब है कि, पूर्व में भी कुछ सैनिक हनी ट्रैप के शिकार हो चुके हैं।।