रियाद से आए तस्‍करों को लखनऊ एयरपोर्ट पर सुरक्षित निकालने वाले कस्‍टम के 5 अधिकारी सस्‍पेंड।

रियाद से आए दो तस्करों को करोड़ों के सोने के साथ एयरपोर्ट से सुरक्षित बाहर निकालने के मामले में कस्टम कमिश्नर ने एयरपोर्ट पर तैनात सीमा शुल्क के पांच अधिकारियों को निलम्बित कर दिया। इसमें एक अधीक्षक और चार वरिष्ठ इंस्पेक्टर शामिल हैं।
 
रियाद से आए तस्‍करों को लखनऊ एयरपोर्ट पर सुरक्षित निकालने वाले कस्‍टम के 5 अधिकारी सस्‍पेंड।

रियाद से आए तस्‍करों को लखनऊ एयरपोर्ट पर सुरक्षित निकालने वाले कस्‍टम के 5 अधिकारी सस्‍पेंड।

डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 10 सितम्बर

रियाद से आए दो तस्करों को करोड़ों के सोने के साथ एयरपोर्ट से सुरक्षित बाहर निकालने के मामले में कस्टम कमिश्नर ने एयरपोर्ट पर तैनात सीमा शुल्क के पांच अधिकारियों को निलम्बित कर दिया। इसमें एक अधीक्षक और चार वरिष्ठ इंस्पेक्टर शामिल हैं।

डीआरआई यानी राजस्व खुफिया निदेशालय की टीम ने गुरुवार को एयरपोर्ट पर तस्करों की मदद करने वाले कस्टम के एक हवलदार राम कुमार यादव को गिरफ्तार किया था। हवलदार की मदद से तस्कर 4.5 करोड़ रुपए सोने के बिस्कुट बाहर निकाल ले गए थे। इनको डीआरआई की टीम ने आगरा एक्सप्रेस वे पर पीछा करके पकड़ा था।

कस्टम कमिश्नर वेद प्रकाश शुक्ला को आशंका हुई कि इस मामले में अन्य अधिकारी भी शामिल हैं। उन्होंने खुफिया एजेंसियों को जांच करने के लिए कहा। इसी बीच डीआरआई लखनऊ टीम जो तस्करों के पीछे लगी थी, उसको सफलता मिल गई और पूरे मामले का भंडाफोड़ हो गया।

इसके बाद कस्टम मुख्यालय से एयर कस्टम सुपरिंटेंडेंट वीके श्रीवास्तव, एयर कस्टम ऑफिसर नीलम सिन्हा, एयर कस्टम अफसर नीरज कुमार, एयर कस्टम अफसर नीरज वर्मा और एयर कस्टम अफसर शैलेश कुमार सिंह को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया है।

इसके पूर्व डीआरआई की टीम मुखबिर और सर्विलांस की मदद से ठाकुरगंज स्थित एक मकान पर पहुंची। यहां से रात में एक आरोपी को उठाया गया। उसने खुफिया एजेंसी को बताया कि एयरपोर्ट से सोना बाहर लाने में कस्टम का कर्मचारी मिला हुआ है। इसके बाद टीम ने एयरपोर्ट से हवलदार को उठाया। उसने बताया कि दो तस्कर कुछ देर पहले ही एयरपोर्ट से बाहर निकले हैं। इस बीच दोनों तस्कर एयरपोर्ट से 48 किलोमीटर आगे निकल चुके थे। खुफिया एजेंसी ने पीछा कर दो एसयूवी को रोका। अन्ततः कुल नौ लोग गिरफ्तार हो चुके हैं।

इस मामले में तस्करों का बड़ा नेटवर्क पकड़ में आया है। खुफिया सूत्रों का कहना है कि जल्द ही मुफ्फरनगर में कुछ गिरफ्तारियां हो सकती हैं। दोनों तस्कर और उनके सहयोगी एयरपोर्ट से बाहर आने के बाद एसयूवी से सोना लेकर मुजफ्फरनगर ही जा रहे थे। वहां जिन लोगों ने सोना मंगवाया था अब वो डीआरआई के रडार पर हैं। इसके अलावा लखनऊ से भी एक और गिरफ्तारी भी हो सकती है।

उल्लेखनीय है कि विदेश से आने वाले यात्री को सुरक्षा के तीन चरण पार करने होते हैं। चेक-इन बैगेज और हैंडबैगेज एक्सरे-स्कैनर से गुजरते हैं। इसमें पूरी टीम काम करती है। ऐसे में बिना दो से तीन कर्मियों की मिलीभगत किसी को बिना संदेह बाहर निकलवाना संभव नहीं हो सकता।