लखीमपुर- खालिस्तानी आतंकवाद की दोबारा दस्तक से मिनी पंजाब में हलचल।।

प्रतिबंधित आतंकी संगठन बब्बर खालसा के दो आतंकियों की खीरी में गिरफ्तारी के बाद सुरक्षा बल एलर्ट।।
 
लखीमपुर- खालिस्तानी आतंकवाद की दोबारा दस्तक से मिनी पंजाब में हलचल।।

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

लखीमपुर, 03 अक्टूबर:- प्रतिबंधित आतंकी संगठन बब्बर खालसा के दो आतंकियों की खीरी में गिरफ्तारी के बाद यहां सुरक्षा व खुफिया एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं। ये मामला तब और गंभीर हो गया, जब ये बात सामने आई कि पकड़े गए दोनों आतंकी लंबे समय से यहां से लेकर पंजाब तक स्लीपिंग मॉड्यूल के रूप में काम कर रहे थे। ‘मिनी पंजाब’ के नाम से मशहूर तराई के खीरी समेत पीलीभीत, शाहजहांपुर समेत उत्तराखंड का उधम सह नगर जिला तकरीबन तीस साल पहले खालसा आतंकवादियों का गढ़ था। अब यहां इतने सालों बाद बब्बर खालसा के आतंकियों के पकड़े जाने के बाद इस बात की संभावनाओं से कतई इनकार नहीं किया जा सकता है कि प्रतिबंधित आतंकी संगठन के स्लीपिंग मॉड्यूल यहां अब भी अपना काम कर रहे हैं।

क्या है बब्बर खालसा का स्लीपिंग मॉड्यूल:- दरअसल 80 के दशक में जब पंजाब में खालिस्तानी आतंकवाद चरम पर था तो तराई के खीरी समेत आसपास के जिले और उत्तराखंड में उधम सह नगर से लेकर नैनीताल तक का इलाका इन आतंकवादियों की सुरक्षित पनाहगाह बनकर उभरा था। उस दौरान यहां इन आतंकवादियों द्वारा फिरौती के लिए अपहरण, लूट व हत्याओं की घटना खूब अंजाम दी गई। हालांकि 90 के दशक में तराई से खालिस्तानी आतंकवाद का सफाया हो गया, लेकिन मैलानी के ग्रंट नंबर तीन स्थित हिंदुस्तान फार्म निवासी हरप्रीत उर्फ टोनी उर्फ जीतेंद्र सह और सदर कोतवाली के सिकंदरपुर निवासी सतनाम सह की यूपी एटीएस व पंजाब पुलिस द्वारा की गई गिरफ्तारी के बाद सुरक्षा व खुफिया एजेंसियां इस बात को लेकर हैरत में हैं कि यहां अब भी बब्बर खालसा के स्लीपिंग मॉड्यूल काम कर रहे हैं।।