राजधानी लखनऊ में बीच सड़क पर दबंगों ने छेड़छाड़ की पीड़िता पर मुकदमा वापस कराने को उसकी मां पर हमला बोल दिया।

हमले के बाद आरोपित दिलशाद और रईस घर में ताला बंद कर भाग निकले। आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस की टीमें गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही हैं।
 

डा. एस. के. पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 24 फरवरी।
उत्तरप्रदेश में महिला अपराधों में बेतहाशा वृद्धि हो रही है। उन्नाव, शाहजहांपुर के बाद अब राजधानी लखनऊ में मंगलवार को बीच सड़क दबंगों ने छेड़छाड़ की पीड़िता की मांं पर हमला बोल दिया।

महिला को लोहे की चेन और बेल्ट से पीट-पीटकर उसका सिर फोड़ दिया गया।

घटना के दौरान किसी ने वीड‍ियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया, जिसके बाद पुलिस हरकत में आयी।

हमले के बाद आरोपित घर में ताला बंद कर भाग निकले। आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस की टीमें गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही हैं।

पीड़िता ने नवंबर माह के एक मामले में इन्हीं हमलावरों के खिलाफ से छेड़छाड़ में कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था।

ताज़ा मामला ठाकुरगंज थानाक्षेत्र स्‍थि‍त कैंपवेल रोड का है। यहां के निवासी एक ई-रिक्शा चालक की पत्नी मंगलवार को घर के बाहर बैठी थी। आरोप है कि इस बीच पड़ोस में रहने वाले दिलशाद और रईस पहुंचे।

दोनों अभियुक्तों ने उक्त महिला पर बेटी से छेड़छाड़ का मुकदमा वापस लेने और मामले में पैरवी न करने का दबाव बनाया। महिला के विरोध पर दिलशाद और रईस ने उस पर हमला बोल दिया। दोनों ने लोहे की चेन और बेल्ट से महिला को बीच सड़क गिराकर पीटा।

हमले के दौरान हमलावरों के घर की महिला भी आ गईं, और उन्‍होंने भी पीड़ि‍ता के बाल पकड़कर जमकर पीटा। हमले से पीड़ि‍ता का सिर फट गया। वह खून से लथपथ हो गई। इसके बाद हमलावर घर में ताला जड़कर भाग निकले।

परिवारीजन महिला को अस्पताल लेकर पहुंचे। इंस्पेक्टर ठाकुरगंज सुनील दुबे ने बताया कि महिला ने आरोपितों के खिलाफ बीते नवंबर में छेड़छाड़ का मुकदमा कोर्ट के आदेश पर दर्ज कराया था। हमलावरों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर उनकी तलाश में दबिश दी जा रही है।

महिला ने बीते नवंबर में हमलावरों के खिलाफ छेड़छाड़ समेत अन्य धाराओं में कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज कराया था। पीड़ि‍ता का आरोप है कि आए दिन उक्त शोहदे उसकी बेटी के साथ छेड़छाड़ करते रहते हैं। उसने कई बार थाने में शिकायत की थी पर पुलिस ने सुनवाई नहीं की।

पीड़ि‍ता ने बताया कि बीते सोमवार की शाम को भी दिलशाद और रईस ने उसे धमकाया था। मुकदमा वापस लेने का दबाव बनाया था। विरोध पर दोनों झगड़ा करने लगे थे। पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी गई थी। ठाकुरगंज पुलिस मौके पर पहुंची भी लेकिन मामले की गम्भीरता को नहीं समझा और वापस चली गई थी। अगर, पुलिस उसी दिन कार्रवाई कर देती तो मंगलवार को हमला न होता।