पुत्र प्राप्ति की मन्नत पूरी होने के बाद पशुपतिनाथ मंदिर में गए थे मत्था टेकने, विमान हादसे में गई जान

ग्रामीणों ने बताया कि सोनू और उसके तीन दोस्तों को पर्यटन स्थल पोखरा में पैराग्लाइडिंग का आनंद लेने के बाद मंगलवार को गाजीपुर लौटना था। अधिकारियों ने नेपाल में बताया कि चारों पशुपतिनाथ मंदिर के पास गौशाला में रुके थे और फिर पोखरा जाने से पहले थमेल में होटल डिस्कवरी इन में रुके थे।
 

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

नेपाल, 16 जनवरी:- नेपाल में अबतक के सबसे बड़े विमान हादसे की दुर्घटना में मारे गए 70 लोगों में से एक सोनू जायसवाल हाल में पुत्र प्राप्ति की मन्नत पूरी होने के बाद काठमांडू के पशुपतिनाथ मंदिर में मत्था टेकने गया था। उसके परिवार के सदस्यों ने यह जानकारी दी, चक जैनब गांव के जायसवाल (35) की दो बेटियां हैं और उन्होंने भगवान पशुपतिनाथ से मन्नत मानी थी कि अगर उन्हें पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई तो वह मंदिर आएंगे। सोनू के रिश्तेदार और चक जैनब गांव के प्रधान विजय जायसवाल ने बताया कि सोनू अपने तीन दोस्तों के साथ 10 जनवरी को नेपाल गया था। सोनू का एकमात्र मकसद भगवान पशुपतिनाथ के दर्शन करना था, क्योंकि बेटा होने की उसकी इच्छा हाल में पूरी हुई थी, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था, उसका बेटा अभी छह माह का है।

ग्रामीणों ने कहा कि वे गोरखपुर के रास्ते पोखरा से भारत लौटने की योजना बना रहे थे, स्थानीय लोगों के अनुसार, अनिल कुमार राजभर कंप्यूटर व्यवसाय में था और ‘जन सेवा केंद्र’ चलाता था, जबकि अभिषेक भी कंप्यूटर व्यवसाय में था और विशाल शर्मा दोपहिया वाहनों की दुकान में कंप्यूटर ऑपरेटर के रूप में काम करता था। एयरलाइंस से पता चला कि अभी तक किसी के जीवित बचने की कोई सूचना नहीं है। अधिकारियों ने कहा कि रविवार को येती एयरलाइंस यात्री विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, इस हादसे में 5 भारतीयों समेत कम से कम 68 लोगों की मौत हो गई। येती एयरलाइंस के एक अधिकारी ने बताया कि संजय जायसवाल नामक एक अन्य भारतीय की भी मौत हुई है।