डेढ़ साल का बच्चा वाशिंग मशीन में गिरा, बहुत मुश्किल से डॉक्टरों ने बचाई जान

बच्चे को बचाना डॉक्टरों के लिए भी एक बड़ी चुनौती थी। बच्चे की मां ने बताया कि वह किसी काम के लिए थोड़ा बाहर चली गई थी, वाशिंग मशीन का ढक्कन शायद खुला रह गया था। पास में पड़ी कुर्सी के सहारे बच्चा खड़ा हुआ और तभी उसका संतुलन बिगड़ा और वाशिंग मशीन में गिर गया। जब वह वाशिंग मशीन के पास आई तो देखा कि बच्चा उसमें है, तत्काल उसे बाहर निकाला गया, लेकिन उसका शरीर बेजान पड़ गया था।
 

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

दिल्ली, 15 फरवरी:- राजधानी दिल्ली में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, एक डेढ़ साल का बच्चा वाशिंग मशीन में गिर गया और करीब 15 मिनट तक उसमें वॉश होता रहा। हालांकि, परिजनों को जैसे ही इस बात की भनक लगी, उन्होंने वाशिंग मशीन को तत्काल बंद किया। लेकिन, तबतक बच्चे की हालत बिगड़ चुकी थी, परिजनों ने उसे आनन-फानन अस्पताल में भर्ती कराया। परिजन इस घटना से सदमे में थे, उन्हें आशंका थी कि कोई अनहोनी न हो जाए। लेकिन, डॉक्टरों ने उसे बचा लिया, अब बच्चे के माता-पिता इसे एक चमत्कार मान रहे हैं। डॉक्टरों के मुताबिक, बच्चे की हालत बेहद खराब थी। वह सात दिन तक कोमा में रहा, डॉक्टरों की एक टीम घंटे बच्चे की निगरानी करती रही। अंत में डॉक्टरों ने बच्चे को बचा लिया, बच्चा वसंत कुंज फोर्टिस अस्पताल में करीब 12 दिन भर्ती रहा। डॉक्टरों ने कहा कि बच्चा सामान्य व्यवहार कर रहा है और वह पूरी तरह से ठीक है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जब उसे अस्पताल लाया गया तो बच्चा बेहोशी की हालत में था। शरीर ठंडा पड़ चुका था, वह नीला पड़ गया था। उसकी हार्ट रेट भी धीमी हो गई थी, वह तेजी से हांफ रहा था। लेकिन, जैसे-जैसे उसका इलाज होता रहा, उसकी हालत में सुधार होता गया। बच्चे को बचाना डॉक्टरों के लिए भी एक बड़ी चुनौती थी। बच्चे की मां ने बताया कि वह किसी काम के लिए थोड़ा बाहर चली गई थी, वाशिंग मशीन का ढक्कन शायद खुला रह गया था। पास में पड़ी कुर्सी के सहारे बच्चा खड़ा हुआ और तभी उसका संतुलन बिगड़ा और वाशिंग मशीन में गिर गया। जब वह वाशिंग मशीन के पास आई तो देखा कि बच्चा उसमें है, तत्काल उसे बाहर निकाला गया, लेकिन उसका शरीर बेजान पड़ गया था। डॉक्टरों ने बताया कि बच्चे को सांस और पेट का संक्रमण हो गया था, उसे एंटीबायोटिक्स दिया गया। साथ ही उसे भोजन में पौष्टिक तरल पदार्थ ही दिया गया, वह ठीक होने लगा। पहले उसे वेंटिलेटर पर रखा गया था। लेकिन, उसकी हालत में सुधार आने पर उसे वेंटिलेटर से हटा लिया गया, हालांकि, बच्चे को अब भी कुछ दवाइयां दी जा रही हैं।