अतीक अहमद के तीन और मामलों में इसी महीने आ सकता है फैसला

मॉफिया डॉन अतीक की क्राइम हिस्ट्री काफी लंबी है, उसके खिलाफ पहला केस 1979 में दर्ज हुआ, लेकिन बीते 44 साल में पहली बार ऐसा हुआ कि उसका मामला ना केवल ट्रॉयल तक पहुंचा, बल्कि सजा भी हुई। पुलिस के मुताबिक वैसे तो अतीक के खिलाफ कुल 101 मुकदमे दर्ज हुए, लेकिन अतीक के खौफ के चलते 51 मामलों ट्रॉयल से पहले ही खत्म हो गए। फिलहाल कुल 50 मामले ही कोर्ट में ट्रॉयल तक पहुंचे हैं, इनमें NSA, गैंगस्टर और गुंडा एक्ट के डेढ़ दर्जन से अधिक मामले शामिल हैं।
 

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

प्रयागराज, 01 अप्रैल:- माफिया डॉन अतीक अहमद के खिलाफ दर्ज मुकदमों में फैसला आना शुरू हो गया है। पहले ही मुकदमे में आजीवन कारावास की सजा पाए अतीक के खिलाफ तीन और मामलों में इसी महीने फैसला आ सकता है, वैसे तो अतीक के खिलाफ मुकदमों की लंबी फेहरिस्त है, लेकिन इनमें कई मामले ऐसे भी हैं जिनमें गवाही ही पूरी नहीं हो पायी। बावजूद इसके अभी भी 50 से अधिक मामले ट्रॉयल तक पहुंच गए हैं। एडीजी अभियोजन आशुतोष पांडेय के मुताबिक फिलहाल तीन मुकदमों का ट्रॉयल अंतिम चरण में हैं, इनमें अतीक अहमद के साथ उसका भाई अशरफ और उमर के अलावा अन्य आरोपी हैं, का फैसला किसी भी दिन आ सकता है। उन्होंने बताया कि अभियोजन पक्ष की ओर से सभी साक्ष्य कोर्ट में जमा कर दिए गए हैं, उम्मीद है कि इनमें भी फैसला सजा के रूप में ही आएगा।

राजूपाल हत्याकांड और कई बड़े मामले में आ सकते है फैसले- इन मुकदमों के अलावा अतीक के खिलाफ बड़े मामलों में राजू पाल हत्याकांड और जीशान पर हमले का मामला भी शामिल है, उन्होंने बताया कि जीशान मामले में विवेचक को रिमांड मिल गई है। जल्द ही पुलिस टीम अतीक से पूछताछ के लिए साबरमती जेल जाएगी, एडीजी अभियोजन के मुताबिक जिन तीन मामलों में फैसला आना है, उनमें मोहित जायसवाल और जैद खालिद अपहरण कांड शामिल है। उन्होंने बताया कि लखनऊ के रियल एस्टेट कारोबारी मोहित जायसवाल का अपहरण 29 दिसंबर 2018 को हुआ था। आरोप है कि अतीक के बड़े बेटे उमर के साथ गुफरान, फारुख, गुलाम और इरफान ने इस वारदात को अंजाम दिया था। आरोपियों ने देवरिया जेल ले जाकर मोहित रॉड मारकर बेहोश कर दिया था और उसकी 45 करोड़ की प्रापर्टी के कागजात अपने नाम करा लिए थे। इसी वारदात के बाद देवरिया जेल में बंद अतीक को साबरमती जेल ट्रांसफर किया गया था, इस वारदात से पहले अतीक ने अपने ही गुर्गे व प्रापर्टी डीलर जैद खालिद का अपहरण कराया था। जैद के साथ उसके भाई उमैश और दोस्त अभिषेक का अपहरण हुआ था, बदमाश इन्हें 22 नवंबर 2018 को देवरिया जेल ले गए, जहां मारपीट कर इनकी भी पांच करोड़ की जमीन अपने नाम करा ली थी।

क्राइम हिस्ट्री काफी लंबी- प्रयागराज पुलिस के मुताबिक मॉफिया डॉन अतीक की क्राइम हिस्ट्री काफी लंबी है, उसके खिलाफ पहला केस 1979 में दर्ज हुआ, लेकिन बीते 44 साल में पहली बार ऐसा हुआ कि उसका मामला ना केवल ट्रॉयल तक पहुंचा, बल्कि सजा भी हुई। पुलिस के मुताबिक वैसे तो अतीक के खिलाफ कुल 101 मुकदमे दर्ज हुए, लेकिन अतीक के खौफ के चलते 51 मामलों ट्रॉयल से पहले ही खत्म हो गए। फिलहाल कुल 50 मामले ही कोर्ट में ट्रॉयल तक पहुंचे हैं, इनमें NSA, गैंगस्टर और गुंडा एक्ट के डेढ़ दर्जन से अधिक मामले शामिल हैं। एडीजी अभियोजन की माने तो ज्यादातर मामलों में गवाह कोर्ट में पलट गए, वहीं चार मामलों को सरकार ने वापस ले लिया। अतीक अहमद खुद तो माफिया है ही, उसके पत्नी बेटे भी हिस्ट्रीशीटर हैं। पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन के खिलाफ तीन केस हैं, वहीं बेटे अली पर छेड़छाड़ के चार मामले हैं। इसी प्रकार उमर पर भी एक केस दर्ज है, पुलिस के मुताबिक अली अहमद के खिलाफ हत्या का प्रयास, दंगा भड़काने, धार्मिक भावनाओं से छेड़छाड़ में दर्ज केस की विवेचना अभी जारी है। अली करैली में हुई हत्या के प्रयास मामले में नैनी जेल में बंद है, जबकि उमर सीबीआई द्वारा दर्ज कराए गए डकैती और किडनैपिंग मामले में लखनऊ की जेल में है।