चित्रकूट जेल कांड अपडते- चित्रकूट जेल बना जंग का मैदान, मरने वाले बदमाशों का इतिहास।।

मरने वालों में कुख्यात बदमाश मेराज, बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी का करीबी बताया जा रहा है।।
 

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

चित्रकूट, 14 मई:- खबर यूपी के जनपद चित्रकूट से है जहाँ जनपद कारागार रगौली में कुख्यात अपराधियों के बीच आपसी विवाद में जमकर गोलीबारी हुई, गोलीबारी में 3 कैदियों की मौत की सूचना है।

पूरा मामला:- उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जेल में फायरिंग हुई है, इस फायरिंग में जेल के अंदर दो बदमाशों की हत्या कर दी गई। इसमें एक बदमाश बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी का करीबी था। हत्या करने वाले गैंगस्टर अंशु दीक्षित को जेल पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया है। बताया जा है कि यह फायरिंग दो गुटों के बीच हुई, इस फायरिंग में जेल के अंदर दो बदमाशों की हत्या कर दी गई। मारा गया एक बदमाश, बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी का करीबी था। हत्या करने वाले गैंगस्टर को जेल पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया है।

बदमाशों का संक्षिप्त इतिहास

अंशु दीक्षित:- पूर्वांचल के माफिया मुख्तार अंसारी का खास व शार्प शूटर था। सीतापुर का रहने वाला था। 27 अक्टूबर 2013 को मप्र और उप्र एसटीएफ पर भी गोलियां चलाई थीं। दिसंबर 2014 में इसे पकड़ा गया था। चित्रकूट जेल आधुनिक होने से इसे यहां करीब दो साल पहले भेजा गया था। पूर्वांचल कर माफियाओं का चहेता भी बताया जाता है।

मेराज अली:- वाराणसी का रहने वाला था। पहले मुन्ना बजरंगी का खास था, फिर मुख्तार से जुड़ा। इसकी अंशु दीक्षित से तनातनी रहती थी। संभव है उसी खुन्नस में अंशु ने इसे मारा हो।

मुकीम काला:- पश्चिमी यूपी के दुर्दांत अपराधी व एसटीएफ के हाथों में मुठभेड़ में मारे जा चुके वसीम काला का भाई था। पंजाब हरियाणा तक इसका गैंग वारदातें करता था। सहारनपुर में वर्ष 2015 में तनिष्क ज्वैलरी शोरूम में डकैती कांड को अंजाम दिया था। दर्जनों लूट, हत्या व मुठभेड़ के मुकदमे दर्ज हैं। मुकीम काला वही अपराधी है जिसमें NIA ऑफ़िसर तंजील अहमद को दिन दहाड़े मौत के घाट उतार दिया था। मुकिम काला ने NIA अफ़सर तंजील अहमद को मारने से पहले प्रैक्टिस के तौर पर लखनऊ में निर्दोष होटल मैनेजर की हत्या कर दी थी।।