श्रीमद् भागवत कथा सुनने से मानव का लोक परलोक दोनों बन जाता है

अगर आप अपने मन मे हर समय ये विचार रखते हैं कि भगवान आपको ही देख रहे हैं तो आपका मन मलिन नहीं होगा और पाप भी नहीं होंगे। भगवान से केवल संसार को मांगने के लिए ही न याद करें अपितु उनसे उन्हें ही मांगे, उनकी भक्ति ही मांगे और जो कुछ आपको प्राप्त है उसके लिए उनका आभार भी व्यक्त करें। आप जैसे भी हैं अच्छे-बुरे, क्रोधी-लोभी, सकारात्मक-नकारात्मक सच्चे मन से प्रभु की शरण मे ग्रहण करें।
 

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

लखनऊ, 21 जनवरी:- सुरेन्द्र नगर मनकामेश्वर शनि हनुमान मंदिर के परिसर में श्रीमद् भागवत फाउंडेशन द्वारा आयोजित श्रीमद भागवत कथा के छठवे दिन कौशलेंद्र कृष्ण शास्त्री जी ने कहा कि श्रीमद भागवत कथा पुराण सुनने से मानव का लोक परलोक दोनों बन जाता है। बिना भगवान के कृपा के भागवत पुराण कथा कराने एवं सुनने का सौभाग्य नही मिलता है। जो लोग भगवान की कथा सुनकर भाव विभोर होकर अश्रु गिराते है, वह फूल बनकर ईश्वर के चरणों मे चढ़ जाता है। कौशलेंद्र कृष्ण शास्त्री जी महाराज ने बताया अगर आप अपने मन मे हर समय ये विचार रखते हैं कि भगवान आपको ही देख रहे हैं तो आपका मन मलिन नहीं होगा और पाप भी नहीं होंगे।

भगवान से केवल संसार को मांगने के लिए ही न याद करें अपितु उनसे उन्हें ही मांगे, उनकी भक्ति ही मांगे और जो कुछ आपको प्राप्त है उसके लिए उनका आभार भी व्यक्त करें। आप जैसे भी हैं अच्छे-बुरे, क्रोधी-लोभी, सकारात्मक-नकारात्मक सच्चे मन से प्रभु की शरण मे ग्रहण करें। ईश्वर अवश्य ही आप पर कृपा करेंगे।कथा के अनेकानेक ज्ञानवर्धक प्रसंगों के साथ ही कौशलेंद्र कृष्ण शास्त्री जी की मधुर वाणी में भजनों पर सभी भक्तजन झूमते नजर आए और पूरा पांडाल कृष्णभक्ति एवं जयकरों से गूंज उठा। ज्योतिषाचार्य पंडित अतुल शास्त्री ने बताया यह कथा के मुख्य यजमान महंत राम उदय दास है‌। लवकुमार शुक्ला, अजय शुक्ला जगदीश यादव,नीरज तिवारी,सूरज शुक्ला, जयचंद कुशवाहा आदि लोग उपस्थित रहे।