स्कूल संचालक से लाखों रुपए की घूस वसूलने वाले आईपीएस अधिकारी अनिरुद्ध सिंह पर आरोप सिद्ध

वायरल वीडियो में बदनाम आईपीएस अनिरुद्ध सिंह द्वारा लाखों रुपए रिश्वत मांगने की बात अब वाराणसी कमिश्नर की जांच में सही साबित हो गई है, यहां बताना जरूरी है कि इन्हीं खुराफाती दिमाग और इस कदर के बदनाम आईपीएस अधिकारी अनिरुद्ध सिंह की बीवी आईपीएस आरती सिंह, भी वाराणसी पोस्टिंग के दौरान बुरी तरह से चर्चाओं में रही थीं। उनके ऊपर आरोप लगा था कि वे जिस मकान में किराए पर रह रही थीं, उसका किराया तक भरने को राजी नहीं थीं।
 
देश की आईपीएस लॉबी भी अनिरुद्ध सिंह के शर्मनाक कांड पर खुद को शर्मिंदा महसूस कर रही।

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

लखनऊ, 17 जून:- स्कूल संचालक से लाखों रुपए की घूस वसूलने का वायरल वीडियो से बदनाम यूपी के आईपीएस अधिकारी अनिरुद्ध सिंह की बुरी तरह से फंस चुके हैं। वाराणसी पुलिस कमिश्नर की ओर से की गई जांच में अनिरुद्ध सिंह के खिलाफ रिश्वत वसूलने के आरोप सिद्ध हो चुके हैं, फिलहाल अब विभागीय जांच की बात कही गई है। अगर विभागीय जांच में दोष सिद्ध साबित हो गए तो अनिरुद्ध सिंह के ऊपर बर्खास्तगी तक की तलवार लटकी हुई नजर आ रही है। फिलहाल इस जांच रिपोर्ट के बाद राज्य पुलिस मुख्यालय में भी हड़कंप मचा है। क्योंकि रिश्वतखोरी जैसे शर्मनाक मामले में सूबे में आईपीएस स्तर का कोई अफसर लंबे समय बाद धरा गया है। अब शासन इस मामले में विभागीय जांच कमेटी गठित करने के लिए माथापच्ची में जुटा है, यह वही बदनाम आईपीएस अफसर अनिरुद्ध सिंह हैं जो मेरठ सीबीसीआईडी में तैनाती के दौरान वायरल हुए रिश्वतखोरी-वसूली के वीडियो से चर्चा में आ गए थे।

देश का आईपीएस लॉबी भी अनिरुद्ध सिंह के उस शर्मनाक कांड पर खुद को शर्मिंदा महसूस कर रही- हालांकि, वायरल वीडियो पुराना बताया गया था। मगर उस वीडियो में जिस तरह से अनिरुद्ध सिंह वसूली-रंगदारी की खुद ही ‘डील’ करते दिखाई दिए थे, उसने न केवल यूपी पुलिस महकमे की इज्जत दांव पर लगा दी, अपितु देश का आईपीएस लॉबी भी अनिरुद्ध सिंह के उस शर्मनाक कांड पर खुद को शर्मिंदा महसूस कर रही थी। रिश्वत वसूली की डील करने का वो वायरल वीडियो तब का बताया जा रहा था जब, खाकी वर्दी का बदनाम नाम अनिरुद्ध सिंह वाराणसी में तैनात थे, उन्होंने एक स्कूल संचालक से लाखों रुपए ‘रंगदारी’ की डील करते हुए वायरल वी़डियो के बारे में पता चला कि वो वीडियो अनिरुद्ध सिंह की वाराणसी की पोस्टिंग के दौरान का ही था, उस घटना के संज्ञान में आते ही यूपी के चीफ मिनिस्टर योगी आदित्यनाथ ने सूबे के पुलिस मुखिया याना तत्कालीन डीजीपी आईपीएस (अब रिटायर्ड) डीएस चौहान को तलब करके रिपोर्ट मांग ली थी।वमुख्यमंत्री को बीच में आया देखकर राज्य पुलिस मुखिया के हाथ पांव फूल गए, लिहाजा उन्होंने आनन-फानन में मामले की जांच वाराणसी कमिश्नर के हवाले कर दी।

वाराणसी कमिश्नर की जांच में सही निकला मामला- वाराणसी के कमिश्नर की रिपोर्ट जब इस मामले में राज्य पुलिस महानिदेशालय पहुंची तो वहां फिर हड़कंप मच गया। क्योंकि वायरल वीडियो में बदनाम आईपीएस अनिरुद्ध सिंह द्वारा लाखों रुपए रिश्वत मांगने की बात अब वाराणसी कमिश्नर की जांच में सही साबित हो गई है, यहां बताना जरूरी है कि इन्हीं खुराफाती दिमाग और इस कदर के बदनाम आईपीएस अधिकारी अनिरुद्ध सिंह की बीवी आईपीएस आरती सिंह, भी वाराणसी पोस्टिंग के दौरान बुरी तरह से चर्चाओं में रही थीं। उनके ऊपर आरोप लगा था कि वे जिस मकान में किराए पर रह रही थीं, उसका किराया तक भरने को राजी नहीं थीं। हालांकि महकमे ने उनकी हरकतों के सामने आते ही उन्हें भी वाराणसी से हटाकर, कानपुर में तैनात कर डाला था। यूपी राज्य पुलिस महानिदेशालय सूत्रों के मुताबिक, रिश्वतखोरी के यह वायरल वीडियो बनाए जाने के वक्त अनिरुद्ध सिंह वाराणसी में चेतगंज सर्किल (सब डिवीजन के) के एएसपी हुआ करते थे। उसी दौरान सनबीम स्कूल से संबंधित रेप का एक मामला दर्ज किया गया था। उसी मामले में कुछ लोगो को बचाने के लिए यह बदनाम अफसर लाखों रुपए की ‘सेवा मनी’ वसूलने की जुगत में था। हालांकि वो मामला जब शुरूआती दौर में उठा और जांच हुई तो इसी अनिरुद्ध सिंह को जांच में ब-इज्जत बरी कर दिया गया। बदकिस्मती से वही वीडियो जब दुबारा वायरल हुआ तो, आरोपी आईपीएस बुरी तरह से महकमे की जांच के शिकंजे में फंस गए।