मुख्तार अंसारी और अफजल अंसारी पर एमपी एमएलए कोर्ट में गैंगस्टर एक्ट के तहत आज आ सकता है फैसला
ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ, 29 अप्रैल:- उत्तर प्रदेश में शनिवार को अंसारी ब्रदर्स के लिए काफी अहम दिन है, माफिया डॉन से राजनेता बने गैंगस्टर मुख्तार अंसारी और बसपा सांसद अफजाल अंसारी के भाग्य का फैसला होने वाला है। गाजीपुर की एमपी एमएलए कोर्ट में गैंगस्टर एक्ट के तहत फैसला आना है, इस फैसले से अंसारी ब्रदर्स का भविष्य टिका है। सरकारी वकील नीरज श्रीवास्तव ने कहा की उन्हें पूरा यकीन है कि अंसारी ब्रदर्स कोर्ट के फैसले के बाद सलाखों के पीछे होंगे।
क्या था पूरा मामला- दरअसल, मुख्तार अंसारी पर चंदौली में साल 1996 में कोयला कारोबारी नंदकिशोर रूंगटा अपहरण व हत्या कांड और कृष्णानंद राय हत्या कांड को जोड़कर गैंग चार्ट बनाया गया था। इसके गैंग का कोड IS 191 है, जिसका सरगना मुख्तार अंसारी है। वहीं, अफ़ज़ाल अंसारी पर कृष्णानंद राय हत्याकांड को लेकर गैंग चार्ट बनाया गया था। इस मामले में अदालत में बहस पूरी हो चुकी है। कोर्ट को बीते 15 अप्रैल को इस मामले में अदालत को फैसला लेना था। लेकिन उस दिन जज साहेब छुट्टी पर थे, ऐसे में मामला 29 अप्रैल के लिए टल गया। गैंगस्टर एक्ट में एमपी एमएलए कोर्ट में यह तय होगा की अंसारी ब्रदर्स दोषी हैं या नहीं।
18 साल बाद आ सकता है फैसला- बता दें कि, गैंगेस्टर एक्ट के तहत आरोपी अंसारी ब्रदर्स पर साल 2005 में तत्कालीन बीजेपी विधायक कृष्णानन्द राय पर हत्या का आरोप है। यह हत्या मुहम्मदाबाद थाना क्षेत्र के बसनिया चट्टी पर हुई थी। इस मामले में बीजेपी विधायक कृष्णानन्द राय समेत 7 लोगों की मौत हुई थी। वहीं, सांसद अफजाल अंसारी और माफिया मुख्तार अंसारी पर 2007 में गैंगेस्टर एक्ट के तहत केस दर्ज हुआ था। गौरतलब है कि इस मामले साल 2012 में गाजीपुर की MP-MLA कोर्ट में ट्रायल शुरू हुआ था। गैंग चार्ट में अफजाल अंसारी पर कृष्णानन्द राय हत्याकांड का मामला है, जबकि मुख्तार अंसारी के खिलाफ इसके अलावा एक अन्य मामला रूंगटा अपहरण और हत्याकांड का भी चल रहा है।