राजधानी में इस साल पहली बार शुक्रवार को कोरोना के 50 नए मरीज मिले।

कोविड केसों में एकाएक हुई तेज वृद्धि से स्वास्थ्य विभाग को एलर्ट कर दिया गया है। प्रदेश सरकार ने सभी कोविड पॉजिटिव नमूनों की जीनोम सीक्वेंसिंग कराने के आदेश दिए हैं।
 

राजधानी में इस साल पहली बार शुक्रवार को कोरोना के 50 नए मरीज मिले। 

डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 8 अप्रैल।

कोविड केसों में एकाएक हुई तेज वृद्धि से स्वास्थ्य विभाग को एलर्ट कर दिया गया है। प्रदेश सरकार ने सभी कोविड पॉजिटिव नमूनों की जीनोम सीक्वेंसिंग कराने के आदेश दिए हैं।

लखनऊ के सीएमओ मनोज अग्रवाल ने बताया कि सबसे अधिक 12 संक्रमित सरोजनीनगर से मिले। आलमबाग व एके रोड इलाके में आठ-आठ लोग कोरोना की जद में आए। सिल्वर जुबली में सात पॉजिटिव मिले। चिनहट व इंदिरानगर में चार-चार संक्रमित निकले। अलीगंज, माल और रेडक्रॉस में दो-दो मरीज मिले। ऐशबाग, कैसरबाग व गुडंबा में एक-एक केस सामने आया।

केजीएमयू में भर्ती संक्रमितों में एक बच्चा व बुजुर्ग है। वृद्ध को कई गंभीर बीमारियों के बाद लाया गया था। जांच में कोविड की भी पुष्टि हुई। लोकबंधु अस्पताल में भर्ती बुजुर्ग पैर में फैक्चर की वजह से अस्पताल आए थे। जांच में पॉजिटिव निकले।

कोविड से निपटने के लिए सरकारी व निजी संस्थानों में 520 वेंटिलेटर हैं। इसके अलावा करीब चार हजार बेड के इंतजाम हैं। आईसीयू में 658 बेड हैं। 

स्वास्थ्य विभाग ने लेवल दो व तीन के अस्पताल तैयार कर लिए हैं। अति गंभीर मरीजों को लेवल तीन में भेजा जाएगा, जिनमें पीजीआई, केजीएमयू है। लोकबंधु अस्पताल लेवल दो ग्रेड में है। यहां ऑक्सीजन सपोर्ट संग 10 बेड की वेंटिलेटर यूनिट तैयार है। 

पीजीआई में सभी वेंटिलेटर बेड हैं। चार बेड बच्चों के लिए होंगे। जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. निशांत ने बताया कि सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था है। 

28 ऑक्सीजन प्लांट चल रहे हैं। 1086 ऑक्सीजन सिलेंडर सरकारी अस्पतालों में हैं। स्वास्थ्य विभाग ने कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग बढ़ाने के लिए रैपिड रिस्पांस टीमों की संख्या 39 से 60 कर दी है। जरूरत पर संख्या और बढ़ाई जाएगी। मरीज के संपर्क में आए 50 लोगों की जांच कराई जाएगी।

सरकारी व निजी अस्पतालों की ओपीडी में आ रहे ऐसे लोग जिन्हें सर्दी-जुकाम, बुखार व सांस लेने में दिक्कत है, उनकी 24 घंटे के भीतर कोरोना जांच कराने के निर्देश भी दिए गए हैं। विदेश यात्रा से लौट रहे लोगों की अनिवार्य रूप से कोरोना जांच कराई जाएगी।

स्वास्थ्य विभाग ने कांट्रेक्ट ट्रेसिंग बढ़ाने के लिए रैपिड रिस्पांस टीम बढ़ा दी है। इससे अब कांट्रेक्ट ट्रेसिंग में आसानी होगी। अभी तक टीम कम होने से मरीज के संपर्क में आने वाले लोगों की जांच तक जल्द नहीं हो पा रही थी।

सीएमओ के अधीन अभी तक जिले में 39 रैपिड रिस्पांस टीम लगी थी। जो पॉजिटिव आए लोगों के क्लोज कांट्रेक्ट लोगों की जांच कर रही थी। 

जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. निशांत निर्वाण के मुताबिक, जिले में आरआरटी टीमें बढ़ा दी गई है। अब 60 टीमें बनी है। जरूरत होने पर इनकी संख्या को बढ़ाया जाएगा। बताया कि पॉजिटिव आने वाले मरीज के संपर्क में आए करीब 50 लोगों की जांच कराई जाएगी।

इस संबंध में स्वास्थ्य सचिव रविंद्र की ओर से सभी जिलों को भी शुक्रवार को विस्तृत दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। इसके तहत सभी जिलों की लैब से कोरोना संक्रमित लोगों के सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग कराने के लिए इसे केजीएमयू भेजने के निर्देश दिए गए हैं। 

जिलों में बने इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटरों को फिर से सक्रिय करने, शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में सर्विलांस के लिए टीमें गठित करने, जिले व ब्लॉक स्तर पर बनाई गई रैपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) और आशा वर्कर, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व ग्राम निगरानी समिति को फिर से ट्रेनिंग दिलाने के लिए भी कहा गया है।

जारी निर्देशों में कहा गया है कि निगरानी समितियां लक्षण युक्त लोगों को मेडिकल किट का वितरण करेंगी। आरआरटी में एक चिकित्सक अनिवार्य रूप से शामिल हो और कोरोना संक्रमित मरीज के घर का भ्रमण कर उसके संपर्क में आए लोगों की 24 घंटे के भीतर जांच कराना सुनिश्चित किया जाए। 

संपर्क में आए ऐसे लोग जिनमें कोरोना के लक्षण नहीं हैं, उन्हें भी सतर्क किया जाए। लक्षण दिखते ही कोरोना की जांच के लिए इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर से मदद लेने को कहा गया है। 

जिलों में जरूरत के अनुसार कोविड-19 अस्पताल सक्रिए किए जाएं। इनमें वेंटिलेटर, आक्सीजन कंसंट्रेटर व आक्सीजन प्लांट सक्रिय हों और दवाओं का पर्याप्त इंतजाम किया जाए। कोविड अस्पतालों में डाक्टर व पैरामेडिकल कर्मियों की तैनाती की जाए।

कोरोना जांच के लिए एयरपोर्ट, रेलवे व बस स्टेशन पर हेल्प डेस्क बनाकर लोगों की स्क्रीनिंग की जाए। लोगों को मास्क लगाने व दो गज की शारीरिक दूरी के नियम का पालन करने के लिए प्रेरित किया जाए। इसके लिए प्रचार-प्रसार किया जाए। फिलहाल जिलों को कोरोना से बचाव के पर्याप्त इंतजाम करने के निर्देश दिए गए हैं।

प्रदेश में बीते 24 घंटे में कोरोना से संक्रमित 232 नए रोगी मिले। सबसे ज्यादा 62 नए मरीज गौतमबुद्ध नगर में मिले हैं। लखनऊ में 52 रोगी, गाजियाबाद में 24 और वाराणसी में 7 नए मरीज मिले हैं। अब सक्रिय केस बढ़कर 991 हो गए हैं। सप्ताह भर में मरीजों की संख्या में दोगुने से अधिक की बढ़ोतरी हुई है। वहीं 18 मार्च को सिर्फ 74 सक्रिय केस थे, ऐसे में बीते 22 दिनों में रोगियों की संख्या 13 गुना से अधिक बढ़ गई है।

प्रदेश सरकार की ओर से कोरोना से बचाव के लिए जांच को बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। पिछले 24 घंटे में 42,751 लोगों की कोरोना जांच की गई। अब सबसे ज्यादा कुल 276 सक्रिय केस गौतमबुद्ध नगर में हैं। दूसरे नंबर पर 161 रोगी लखनऊ में हैं। तीसरे नंबर पर 103 रोगी गाजियाबाद में, चौथे नंबर पर 48 मरीज वाराणसी में और पांचवें नंबर पर 37 मरीज ललितपुर में हैं। 

अब तक 60 जिलों तक में कोरोना का संक्रमण पहुंच चुका है। फिलहाल बुजुर्गों, गंभीर रोगियों, गर्भवती व बच्चों को भीड़-भाड़ वाले स्थान पर जाने से बचने की सलाह दी गई है।

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