यूपी एटीएस ने मानव तस्करी के इंटरनेशनल नेटवर्क को किया तबाह, अरमान और अब्दुल अमीन गिरफ्तार

साल 2015 में अवैध तरीके से भारतीय पासपोर्ट प्राप्त करने के बाद से ही, मो. अरमान उर्फ अबु तल्हा, कई अरब देशों में जाकर बीते सात साल से नौकरी भी कर रहा था। बीते साल यानी साल 2022 के अक्टूबर महीने में सऊदी अरब से आकर, अरब देशों से अर्जित धन से इसने पश्चिम बंगाल में खुद की पहचान छिपाकर, भारत से हासिल अवैध दस्तावेजों के बलबूते जमीन खरीदकर मकान तक बनवा लिया था।
 

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

लखनऊ, 15 मार्च:- उत्तर प्रदेश पुलिस के आंतकवाद निरोधक दस्ते ने मंगलवार को बड़ी सफलता हासिल की, लंबे समय से रोहिंग्याओं और मानव तस्करों की तलाश में भटक रही दस्ते की टीमों ने इस बार हासिल कामयाबी में मानव तस्करी के एक इंटरनेशनल नेटवर्क को तबाह कर दिया है। इस गैंग के तार रोहिंग्याओं, म्यांमार और बांग्लादेश से जुड़े मिले हैं, फिलहाल इस मामले में एटीएस दस्तों ने दो कुख्यात मानव तस्करों को दबोचा है। इनके नाम मो. अरमान उर्फ अबु तल्हा और अब्दुल अमीन है, दोनों ही रोहिंग्या हैं। गिरफ्तार इंटरनेशनल मानव तस्कर मो. अरमान उर्फ अबु तल्हा मूल रूप से म्यांमार देश का रहने वाला है, वो भारत में पहचान बदलकर छिपा हुआ था। उत्तर प्रदेश पुलिस एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड के प्रमुख अपर महानिदेशक आईपीएस नवीन अरोरा ने की। एडीजी एटीएस यूपी पुलिस ने आगे कहा, “मो. अरमान उर्फ अबु तल्हा जो मूल रुप से म्यांमार का रहने वाला है वह, बलिया उ.प्र. के स्थानीय सहयोगियों की मदद से खुद की पहचान छिपाकर रह रहा था, हिंदुस्तानी एजेंसियों की नजर से बचने के लिए उसने, कई भारतीय दस्तावेज जिनमें, भारतीय पासपोर्ट प्रमुख था, को भी बनवा लिया था। यूपी पुलिस एटीएस प्रमुख अपर पुलिस महानिदेशक नवीन अरोरा ने कहा, “साल 2015 में अवैध तरीके से भारतीय पासपोर्ट प्राप्त करने के बाद से ही, मो. अरमान उर्फ अबु तल्हा, कई अरब देशों में जाकर बीते सात साल से नौकरी भी कर रहा था। बीते साल यानी साल 2022 के अक्टूबर महीने में सऊदी अरब से आकर, अरब देशों से अर्जित धन से इसने पश्चिम बंगाल में खुद की पहचान छिपाकर, भारत से हासिल अवैध दस्तावेजों के बलबूते जमीन खरीदकर मकान तक बनवा लिया था।

अंतर्राष्ट्रीय बॉर्डर पार कराए गए रोहिंग्याओं के थे मददगार- बीच-बीच में जब भी यह मास्टरमाइंड भारत आता था तो वह, यूपी के बलिया में रहने वाले सहयोगियों से मिलने जरूर जाता था। मो. अरमान अपने सहयोगियों के माध्यम से भारत-बांग्लादेश व, भारत म्यांमार अंतर्राष्ट्रीय बॉर्डर पार कराए गए रोहिंग्याओं को का मददगार भी था, वो उन्हें भारत में छिपने में और अपने भारतीय सहयोगियों की मदद से अवैध तरीके से, उनके भारतीय दस्तावेज बनवाने में मदद करता था।

एडीजी एटीएस यूपी पुलिस के मुताबिक- शातिर दिमाग मो. अरमान मंगलवार यानी 14 मार्च 2023 को जैसे ही बलिया पहुंचा उसे घेर लिया गया। पूछताछ में आरोपी ने कबूला है कि वो, बलिया में मौजूद अपने मददगारों से मिलकर अपने साथियों के अवैध तरीके से भारतीय दस्तावेज बनवाने की जुगत में था, ताकि वो उन्हें (म्यांमार और बंग्लादेश से आने वाले घुसपैठिया) अवैध तरीके से बॉर्डर पार करवा सके।” मो. अरमान की निशानदेही पर एटीएस यूपी पुलिस ने, रोहिंग्या अब्दुल अमीन को भी दबोच लिया। यूपी एटीएस की वाराणसी यूनिट लंबे समय से इस इंटरनेशनल मानव तस्करी गैंग की ताड़ में थी। मंगलवार को बलिया कोतवाली थाना क्षेत्र में इन दोनो को साथ देखते ही, यूपी एटीएस मो. अरमान उर्फ अबु तल्हा और रोहिंग्या अब्दुल अमीन को गिरफ्तार कर लिया। मो. अरमान के कब्जे से कई अवैध भारतीय दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं, इन जब्त दस्तावेजों में प्रमुख हैं भारतीय पासपोर्ट एवं आधार कार्ड, विदेशी करेंसी, सऊदी का मोबाईल सिम कार्ड, भारतीय सिम लगा हुआ आईफोन मोबाईल। जबकि उसके साथ गिरफ्तार और अवैध तरीके से भारत बांग्लादेश इंटरनेशनल बॉर्डर के रास्ते लाए गए, अब्दुल अमीन के कब्जे से, यूएनएचसीआर द्वारा रोहिंग्या शरणार्थियों के लिए जारी किए जाने वाला कार्ड भी बरामद किया गया।