फेसबुक पर आत्महत्या की पोस्ट डाली गई तो पुलिस एक्शन में आई और जान बचा लिया।

हमीरपुर में गत दिवस आत्महत्या करने की पोस्ट इंटरनेट मीडिया पर डालने के बाद फेसबुक हेडक्वार्टर से पुलिस को मिले एलर्ट को गंभीरता से लेकर युवक की जान बचा ली गई।
 

फेसबुक पर आत्महत्या की पोस्ट डाली गई तो पुलिस ने जान बचा लिया।

डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 31 मई।

हमीरपुर में गत दिवस आत्महत्या करने की पोस्ट इंटरनेट मीडिया पर डालने के बाद फेसबुक हेडक्वार्टर से पुलिस को मिले एलर्ट को गंभीरता से लेकर युवक की जान बचा ली गई।

जान बचाने वाले पुलिसकर्मियों को पुलिस महानिदेशक द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

हमीरपुर के थाना मौदहा क्षेत्र में रहने वाले एक 18 वर्षीय छात्र द्वारा रेलवे ट्रैक पर लेटकर अपनी फोटो की रील बनाकर आत्महत्या संबंधी पोस्ट को अपलोड किया गया था। 

इस पोस्ट के अपलोड होते ही मेटा कंपनी (फेसबुक हेडक्वार्टर) की तरफ से पुलिस मुख्यालय के इंटरनेट मीडिया सेंटर को ईमेल एवं फोन के जरिए अलर्ट प्राप्त हुआ। 

मुख्यालय की तरफ से तत्काल इसकी जानकारी हमीरपुर पुलिस को दी गई। इसके बाद थाना मौदहा पुलिस के चौकी इंचार्ज इचौली द्वारा उपलब्ध कराई गई लोकेशन पर अपनी टीम के साथ जाकर रेलवे के गार्ड के माध्यम से उक्त ट्रैक पर दोनों तरफ से आ रही ट्रेनों को रुकवाया गया और छात्र को ट्रैक से हटाकर उसकी काउंसलिंग की गई। 

छात्र ने बताया गया कि उसकी लड़ाई अपने मित्र से हो गई थी, जिस कारण से वह डिप्रेशन में था और रेलवे ट्रैक पर लेटकर उक्त पोस्ट की थी। 

छात्र की जान बचाने को लेकर पुुलिस महानिदेशक डाॅ. आरके विश्वकर्मा द्वारा पुलिस कर्मियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। 

सम्मानित होने वालों में विशेष पुलिस महानिदेशक प्रशान्त कुमार,अपर पुलिस अधीक्षक एटीएस व प्रभारी सोशल मीडिया सेंटर राहुल श्रीवास्तव, पुलिस उपाधीक्षक, सोशल मीडिया सेंटर संतोष कुमार, प्रभारी निरीक्षक सोशल मीडिया सेंटर संगीत कुमार, निरीक्षक सोशल मीडिया सेंटर संतोष कुमार यादव, उपनिरीक्षक सोशल मीडिया सेंटर संदीप पटेल, आरक्षी सोशल मीडिया सेंटर आकाश तिवारी, हमीरपुर के थाना मौदहा के उपनिरीक्षक रिन्कू तिवारी, हेड कांस्टेबल अशोक कुमार, हेड कांस्टेबल रणविजय सिंह, कांस्टेबल गिरेंद्र सिंह व मुख्य आरक्षी सोशल मीडिया सेल अमित सागर शामिल थे।