मुंशीगंज के संजय गाँधी अस्पताल को जनहित में शीघ्र चालू कराने के लिए प्रमोद तिवारी ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र।
मुंशीगंज के संजय गाँधी अस्पताल को जनहित में शीघ्र चालू कराने के लिए प्रमोद तिवारी ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र।
डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क
लालगंज, प्रतापगढ़।
मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में राज्य सभा सदस्य ने सूचित किया है कि उक्त अस्पताल में उन्नतिशील एवं आधुनिक उपकरणों द्वारा कुशल चिकित्सकों की निगरानी में जन सामान्य को भी उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधा प्रदान की जाती है।
राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने अमेठी के मुंशीगंज स्थित संजय गांधी अस्पताल को जनहित में अविलम्ब चालू कराए जाने को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है।
प्रमोद तिवारी ने मुख्यमंत्री से कहा है कि उनके गृह जनपद प्रतापगढ़ के साथ सुल्तानपुर एवं रायबरेली सहित पूर्वांचल के तमाम जिलों के मरीजों के उपचार के लिए यह चिकित्सा संस्थान अपना विशेष महत्व रखता है।
मुख्यमंत्री को सांसद प्रमोद तिवारी ने पहली अक्टूबर को लिखे गये पत्र में उन्हें यह भी जानकारी दी है कि गांधी परिवार एवं जनप्रतिनिधियों ने अपने निजी संसाधनों से चार दशक पहले संजय गांधी अस्पताल की स्थापना करायी थी।
तत्कालीन प्रधानमंत्री स्वर्गीय इन्दिरा गांधी ने 1982 में पहली सितंबर को कई जिलों की स्वास्थ्य सेवाओं की आवश्यकताओं को देखते हुए इसकी आधारशिला रखी थी।
राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने मुख्यमंत्री का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा है कि राजनैतिक हस्तक्षेप एवं दबाव में अमेठी के सीएमओ द्वारा इस चिकित्सा संस्थान को सील कर दिया गया है।
सांसद प्रमोद तिवारी ने यह भी तथ्य रखा है कि अस्पताल को बंद करने का एक मरीज की मौत होने का कारण बताया गया है। उन्होेनें सीएम को अवगत कराया है कि वास्तविकता यह है कि उस मरीज की स्थिति बहुत नाजुक थी।
ऐसी दशा में चिकित्सा संस्थान ने मरीज को एसजीपीजीआई लखनऊ अथवा किसी अन्य उच्च संस्थान में इलाज कराने की सलाह दी थी। मरीज के तीमारदारों द्वारा असमर्थता व्यक्त करने पर स्वयं चिकित्सा संस्थान ने उसे लखनऊ के मेदान्ता अस्पताल में भर्ती करवाया।
उन्होनें कहा कि गंभीर रोग से ग्रसित एवं खराब स्थिति के कारण मरीज की जान नहीं बचायी जा सकी।
राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में यह भी सवाल उठाया है कि प्रदेश में तमाम खबरें आती हैं कि लापरवाही के कारण अमुक चिकित्सा संस्थान में मरीज की मौत हो गई। उन्होनें कहा है कि ऐसी स्थिति में उन चिकित्सा संस्थानों को सील नही किया जाता। तो फिर संजय गांधी अस्पताल अमेठी को ही क्यों सील किया गया।
मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल के हवाले से मंगलवार को राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी के प्रदेश के मुख्यमंत्री को लिखे गये पत्र की यहां जानकारी दी गई है।