देश के अन्दर मनी लॉन्ड्रिंग के बड़े रैकेट का खुलासा, 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा के हवाला ट्रांजैक्शन का पता चला।

सीबीडीटी ने कहा कि गुप्त सूचना मिली थी कि चीन के कुछ लोग भारत में अपने सहयोगियों के साथ मिलकर फर्जी कंपनियों के सहारे मनी लॉन्ड्रिंग और हवाला लेनदेन का काम कर रहे हैं।
 

डा. एस. के. पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 12 अगस्त।
देश के अन्दर मनी लॉन्ड्रिंग के बड़े रैकेट का खुलासा हुआ है, जिसमें 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा के हवाला ट्रांजैक्शन का पता चला है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, शेल कंपनियों के जरिए चल रही मनी लॉन्ड्रिंग के रैकेट में कई चीनी नागरिक, उनके भारतीय सहयोगी, बैंक कर्मचारी आदि शामिल पाये गये हैं।

आयकर विभाग ने एक हजार करोड़ रुपये के हवाला रैकेट में चीन के कुछ लोगों और उनके भारत में सहयोगियों के ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई की है। पता चला है कि शेल कंपनियां खोलकर हवाला लेनदेन को अंजाम दिया गया था।

केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने बताया कि चाइनीज कंपनियों की सहायक कंपनियों और संबंधित लोगों ने शेल कंपनियों से भारत में फर्जी बिजनेस (रिटेल शोरूम) करने के नाम पर करीब 100 करोड़ रुपये का अडवांस लिया, और इन पैसों से हवाला का कारोबार किया गया।

सीबीडीटी ने कहा कि गुप्त सूचना मिली थी कि चीन के कुछ लोग भारत में अपने सहयोगियों के साथ मिलकर फर्जी कंपनियों के सहारे मनी लॉन्ड्रिंग और हवाला लेनदेन का काम कर रहे हैं। इसी के आधार पर छापेमारी की गई। कुछ बैंक अधिकारियों के खिलाफ भी छापेमारी की गई है।

हवाला कारोबार में शामिल कंपनियों का नाम गुप्त रखते हुए सीबीडीटी ने बयान जारी कर कहा है कि चीनी लोगों के कहने पर फर्जी कंपनियों के नाम पर 40 से अधिक बैंक खाते खोले गए। इन बैंक खातों में एक हजार करोड़ रुपये से अधिक की रकम जमा कराई गई। छापे की कार्रवाई में हवाला लेनदेन व मनी लांड्रिंग और उसमें बैंक कर्मचारियों व चार्टर्ड एकाउंटेंट के शामिल होने से संबंधित दस्तावेज मिले हैं।

सीबीडीटी ने कहा है कि विदेशी हवाला लेनदेन के सुबूत भी मिले हैं। अमेरिका और हांगकांग के डॉलर में लेनदेन किए गए हैं।

इनकम टैक्स ने दिल्ली, गाजियाबाद और गुरूग्राम में 24 ठिकानों पर छापेमारी कर 1000 करोड़ के हवाला और मनी लॉन्ड्रिंग रैकेट का पर्दाफाश किया है। भारत सरकार के चीनी कंपनियों की एप्लीकेशन को बंद करने के बाद भारत में रह रहे चीन के नागरिकों के चल रहे अवैध कारोबार पर ये पहला बड़ा एक्शन है।

इनकम टैक्स को इस बात की जानकारी मिली थी कि देश में हवाला के जरिये करोड़ों का कारोबार हो रहा है और इसमें चीन के नागरिक भी शामिल हैं। इसी जानकारी के आधार पर इनकम टैक्स ने दिल्ली गाजियाबाद और गुरूग्राम में रिटेल शॉप, बैंक अधिकारी, चार्टर्ड अकांउटेंट और व्यापारियों के 24 ठिकानों पर ये छापेमारी की।

जांच में ये पता चला है कि इस पूरे नेटवर्क को कुछ चीनी नागरिक चला रहे थे, इसमें एक चीनी नागरिक लुओ सैंग ने मणिपुर राज्य का नागरिक बनकर चार्ली पैंग के नाम से फर्जी पासपोर्ट बनवा रखा था। बाकी चीन के नागरिक देश में वीजा पर थे।

जानकारी के मुताबिक इनकम टैक्स और पुलिस ने फर्जी पासपोर्ट बना कर देश में रहने पर लुओ सैंग को हिरासत में लिया है और फर्जी पासपोर्ट बनाने का मामला दर्ज कर लिया गया है। हवाला के कारोबार में शामिल बाकी आरोपियों को इनकम टैक्स ने पूछताछ के लिये हिरासत में लिया हुआ है।