महोबा की सनसनीखेज वारदात ने अपराधियों और अधिकारियों की सांठगांठ का काला सच उजागर कर दिया।

व्यापारी ने कहा कि पुलिस अधीक्षक 6 लाख रुपए मांग रहे हैं और नहीं देने पर हत्या करा देंगे। टापटेन अपराधी ने सूचित किया कि राजा साहब नाराज हैं। आखिरकार रुपए नहीं दिया और हत्या हो गई।
 
महोबा की सनसनीखेज वारदात ने अपराधियों और अधिकारियों की सांठगांठ का काला सच उजागर कर दिया।

डा. एस. के. पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 14 सितम्बर।
महोबा की सनसनीखेज वारदात ने अपराधियों और पुलिस अधिकारियों की सांठगांठ का काला सच उजागर कर दिया है।

आरजेएस स्टोन क्रशर के पार्टनर इंद्रकांत त्रिपाठी ने महोबा से हटाये गये पुलिस अधीक्षक मणिलाल पाटीदार पर आरोप लगाया कि वे खनन में लगी हुई गाड़ियों से हर महीने वसूली चाहते हैं और उनसे भी धमकाकर 6 लाख रुपए मांग रहे हैं और बताया कि नहीं देने पर वे उनकी हत्या करा देंगे। दो दिन बाद आशू नाम का टाप टेन अपराधी इन्द्रकान्त त्रिपाठी के साले ब्रजेश शुक्ल को फोन करके कहता है कि राजा साहब इन्द्रकान्त से बहुत नाराज़ हैं और दो घण्टे के अन्दर इन्द्रकान्त को गोली मार दी जाती है। रविवार को इलाज के दौरान इन्द्रकान्त त्रिपाठी की मौत भी हो जाती है।

इस घटनाक्रम से उत्तर प्रदेश में अपराधियों की अधिकारियों से गहरी सांठगांठ का पता चलता है।

हालांकि मुख्यमंत्री आदित्य नाथ गुस्से में हैं। जल्द ही पुलिस अधीक्षक मणिलाल पाटीदार, उनके सहयोगी पुलिसकर्मी और अन्य सह-आरोपियों की गिरफ्तारी हो सकती है।

इन्द्रकान्त त्रिपाठी की रविवार को मौत होने के बाद अब पुलिस अधीक्षक भी सलाखों के पीछे जा सकते हैं। एसपी से लेकर थानाध्यक्षों तक का करियर दांव पर लग गया है।

उत्तर प्रदेश के महोबा जिले के कबरई में प्रतिष्ठित क्रशर कारोबारी व विस्फोटक डीलर इंद्रकांत त्रिपाठी को धमकी के बाद गोली मारी गई थी, और उनकी रविवार शाम कानपुर में इलाज के दौरान मौत हो गई।

गोलीकांड से लगभग दो घंटे पहले का धमकी भरा ऑडियो भी सामने आया, जिसमें एक टॉप 10 अपराधी ने इन्द्रकांत के साले को धमकी दिया और टॉप 10 अपराधी राजा साहब की बात मानने का दबाव बना रहा था।

कस्बा कबरई के मोहल्ला जवाहर नगर निवासी क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी ने आठ सितंबर को पुलिस अधीक्षक मणिलाल पाटीदार पर हत्या कराने का आरोप लगाते हुए वीडियो वायरल किया था। वीडियो वायरल होने के चंद घंटे बाद ही दोपहर में बांदा से ऑडी कार से लौटते समय थाना कबरई के ग्राम नहदौरा के पास अज्ञात लोगो के द्वारा गोली मार दी गई थी। छह दिन तक रीजेंसी में उपचार कराने के बाद रविवार को उसकी मौत हो गई।

उक्त वायरल वीडियो को गंभीरता लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अगले ही दिन एसपी और थानेदारों को निलम्बित भी कर दिया था।

कारोबारी को गोली लगने के बाद स्थानीय पुलिस ने तो कोई कार्रवाई नहीं की, लेकिन लखनऊ से मिले निर्देश के बाद तीसरे दिन हत्या के प्रयास और हत्या की साजिश जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा लिखाया गया। कारोबारी की मौत के बाद अब यह मुकदमा हत्या व हत्या की साजिश में बदल जाएगा।

मृतक व्यापारी के भाई रविकान्त त्रिपाठी का कहना है कि महोबा के तत्कालीन एसपी मणिलाल पाटीदार ने मेरे भाई की हत्या कराई है। रविकान्त ने अपनी दर्ज कराई गई रिपोर्ट में महोबा के तत्कालीन एसपी मणिलाल पाटीदार, सुरेश सोनी, ब्रह्मदत्त तिवारी, कबरई के एसओ देवेन्द्र शुक्ला को भी नामजद किया है।

पहले तो मणिलाल पाटीदार पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 7, 13 और आईपीसी की धारा 387, 307 और 120-B के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई थी। लेकिन अब हत्या की धारा लगाई जाएगी।

महोबा के पूर्व एसपी मणिलाल पाटीदार के अलावा चरखारी थाने के निरीक्षक राकेश कुमार सरोज और खरेला के उप निरीक्षक राजू सिंह के खिलाफ भी जिले के कोतवाली थाने में केस दर्ज कराया गया है।

मणि लाल पाटीदार पर परिवहन में लगी गाड़ियों के चलाए जाने हेतु अवैध रूप से पैसे मांगने और वाहन स्वामी के उत्पीड़न का आरोप लगा है।

उत्तर प्रदेश गृह विभाग के प्रवक्ता के अनुसार महोबा के पुलिस अधीक्षक मणिलाल पाटीदार पर गिट्टी के परिवहन के लिए लगी गाड़ियों के चलाए जाने के लिए अवैध रूप से धन की मांग की गई थी, जिसे पूरा नहीं किए जाने पर वाहन स्वामी का पुलिस के माध्यम से उत्पीड़न किया गया था।

आरजेएस स्टोन क्रशर के पार्टनर इंद्रकांत ने पहले ही वीडियो जारी कर महोबा एसपी से जान का खतरा बताते हुए हत्या की आशंका जताई थी और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। कहा था कि उनसे छह लाख रुपये की मांग की जा रही। उन्होंने एसपी पर अवैध तरीके से गिट्टी व मौरंग के वाहन निकलवाने का भी आरोप लगाया। वीडियो में वह हताश नजर आ रहे थे। यह भी कहा कि यदि उनकी हत्या होती है तो जिम्मेदार एसपी और और कबरई निवासी विस्फोटक कारोबारी सुरेश सोनी होंगे।

आठ सितंबर को दोपहर 12 बजकर 44 मिनट पर व्यापारी इंद्रकांत के साले बृजेश शुक्ला के मोबाइल फोन पर कॉल करने वाले शख्स ने खुद का नाम आशू बताते हुए उन्हें धमकी दी थी। इसके कुछ समय बाद ही अपराह्न करीब दो बजे व्यापारी इंद्रकांत को गले में संदिग्ध हालात में गोली लगी थी। ऑडियो आने के बाद अब मामला और पेचीदा हो गया है कि आखिर वह राजा साहब कौन हैं, जिनके दम पर आशू नाम के शख्स ने धमकी दी।

हत्या के दो घंटे पहले इन्द्रकान्त के साले के पास आई फोन काल के आडियो के शब्द –

“आशू : हेलो मैं आशू बोल रहा हूं महोबा से। तुम्हारे जीजा कहां हैं, पता करके बताओ। राजा साहब नाराज हो गए हैं। जीजा से कहो कि तुरंत बात करें। वह कितना बड़ा अरबपति हो गया है।

बृजेश : उनके दोनों मोबाइल स्विच आफ हैं।

आशू : (धमकी भरे लहजे में) राजा साहब नाराज हो गए हैं, यदि अपने जीजा से बात नहीं कराई तो तुम समझ ही रहे हो न…। मुझे आशू कहते हैं पता कर लेना।”