लोकसभा और विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में पराजय से घबराई मोदी सरकार।

दीप महोत्सव पर लालगंज स्थित क्षेत्रीय विधायक आराधना मिश्रा 'मोना' के कैम्प कार्यालय पर बालिकाओं द्वारा आकर्षक रंगोली कला का प्रदर्शन किया गया।
लोकसभा और विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में पराजय से घबराई मोदी सरकार।

लोकसभा और विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में पराजय से घबराई मोदी सरकार।

डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

प्रतापगढ़, 8 नवम्बर

दीप महोत्सव पर लालगंज स्थित क्षेत्रीय विधायक आराधना मिश्रा ‘मोना’ के कैम्प कार्यालय पर बालिकाओं द्वारा आकर्षक रंगोली कला का प्रदर्शन किया गया।

बतौर मुख्य अतिथि पूर्व राज्यसभा सदस्य एवं केन्द्रीय कांग्रेस वर्किग कमेटी के सदस्य प्रमोद तिवारी ने प्रतिभागियों को सम्मानित करते हुए पुरस्कृत किया। वहीं प्रमोद तिवारी ने कैम्प कार्यालय पर जुटे कार्यकर्ताओं तथा व्यापारियों एवं अधिवक्ताओं के समूह को संबोधित करते हुए कहा कि वैभवशाली रामपुरखास के निर्माण मे सतत सहयोग के जरिए क्षेत्र को विकसित बनाए जाने मे जनता के विश्वास को और मजबूती दी जाएगी।

उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा डीजल व पेट्रोल को लेकर दस से पांच रूपये मात्र टैक्स घटाये जाने पर भी मोदी सरकार पर जमकर तंज कसा। प्रमोद तिवारी ने कहा कि दुनिया मे पेट्रोलियम पदार्थो का दाम घटने के बावजूद मोदी सरकार द्वारा इन पदार्थो की बिक्री मे बेतहासा मूल्य वृद्धि की गई है।

उन्होने कहा कि अब टैक्स घटाने से देश की जनता यह जान गई है कि आखिर निर्दोष जनता पर मंहगाई थोपने वाली सरकार मे टैक्स चोरी कौन कर रहा है। सीडब्ल्यूसी मेंबर प्रमोद तिवारी ने कहा कि लोकसभा की तीन मे से दो तथा हिमांचल एवं राजस्थान समेत कई राज्यों मे विधानसभा के उपचुनाव मे मिली हार से घबराई मोदी सरकार ने मजबूरी मे मात्र मामूली टैक्स की कमी करते हुए लोगो का ध्यान हटाने का प्रयास किया है।

रंगोली मे सराहनीय प्रतिभाग के लिए शिवांगी सिंह व कृति सिंह को पुरस्कृत भी किया। कार्यक्रम मे मौजूद मशहूर सिनेगायक रवि त्रिपाठी ने भी प्रतिभागियों की हौसला आफजाई की। सीडब्ल्यूसी मेंबर प्रमोद तिवारी ने राष्ट्रीय प्रगति की कामना के साथ नगर के चौक पर शहीद प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण भी किया।

नगर पंचायत कार्यदायी संस्था द्वारा दीप महोत्सव पर चलाए गये स्वच्छता अभियान को लेकर चेयरपर्सन अनीता द्विवेदी की भी सराहना की। वहीं प्रमोद तिवारी ने बाबा घुइसरनाथ धाम मे दर्शन पूजन करते हुए आदिगंगा सई आरती की परम्परा की भी सराहना की। श्री तिवारी कैम्प कार्यालय तथा रामपुर बावली, अमावां, बेलहा आदि स्थानों पर पार्टी कार्यकर्ताओं तथा लोगों से मुलाकात कर दीपावली की शुभकामनाएं भी सौपते दिखे।

इस मौके पर इं. अमित प्रताप सिंह, संतोष द्विवेदी, अशोक सिंह बब्लू, ज्ञानप्रकाश शुक्ल, आशीष उपाध्याय, केडी मिश्र, डा. चंद्रेश सिंह, छोटेलाल सरोज, सुधाकर पाण्डेय, लालजी यादव, रघुनाथ सरोज, भुवनेश्वर शुक्ल, रवीन्द्र मिश्र, रिंकू सिंह परिहार, पवन शुक्ल, मुन्ना तिवारी, गबलू जायसवाल, गौरव केसरवानी, मुरलीधर तिवारी आदि रहे।

प्रमोद तिवारी ने नोटबंदी के फैसले को देश की अर्थव्यवस्था की तबाही का गलत फैसला करार दिया है। आठ नवम्बर को मोदी सरकार द्वारा नोटबंदी के लिए गए तत्कालीन फैसले पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए श्री तिवारी ने कहा है कि नोटबंदी के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अविवेकपूर्ण फैसले से जीडीपी माइनस में पहुंच गई तथा विकास दर में भी भारी गिरावट आ गई है।

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार को अर्थशास्त्र का बहुत ज्ञान न होने के कारण भी अर्थशास्त्री मानकर नोटबंदी का लिया गया फैसला देश के सैंतालीस वर्षों के इतिहास में सबसे अधिक बेरोजगारी की पीड़ा दे गयी है।

प्रमोद तिवारी ने कहा है कि इस फैसले से लघु तथा मध्यम एवं बड़े उद्योग बन्दी के कगार पर पहुंच गये। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नोटबंदी के चलते मात्र दो घरानों तथा मुख्य रूप से देश के चैदह बड़े औद्योगिक घरानों में देश की छियासी प्रतिशत दौलत सिमटकर रह गयी।

सीडब्ल्यूसी मेम्बर प्रमोद तिवारी ने कहा कि मोदी सरकार के दावें के विपरीत इस फैसले से न तो विदेशों से काला धन वापस आया और न ही आतंकवाद रूक सका। उन्होंने तगड़ा तंज कसा कि आर्थिक पलायन तक रोकने में विफल सरकार के नोटबंदी के फैसले से पहले की ब्लैक मनी आज की ह्वाईट मनी हो गयी है। श्री तिवारी ने कहा कि देश की अर्थ व्यवस्था को समाप्त करने वाले इस दुर्भाग्यपूर्ण कदम से देश को आर्थिक तबाही की पीड़ा झेलनी पड़ रही है। श्री तिवारी ने कहा कि मोदी सरकार ने कोरोना काल की आड़ में नोटबंदी के काले अध्याय की कमी को छिपाने का हर संभव प्रयास किया। किन्तु सच्चाई यही है कि बेरोजगारी तथा जीडीपी की गिरावट कोरोना काल से बहुत पहले शुरू हो चुकी थी।

उन्होंने सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि सरकार ने नोटबंदी के दुष्परिणाम से खुद को उबारने के लिए जनता को एक सौ दस से एक सौ पन्द्रह रूपये महीनों महंगें पेट्रोल बेचें हैं। मीडिया प्रभारी ज्ञान प्रकाश शुक्ल के हवाले से सोमवार को यहां जारी बयान में श्री तिवारी ने चुटकी ली कि भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के जन्म दिन पर नोटबंदी की वर्षगांठ अपने संरक्षक और पथप्रदर्शक को राजनीतिक वनवास में भेजने की प्रधानमंत्री की नीयत और अर्थनीति का भी दुखद एहसास दिला गया है।

तिवारी ने कहा कि अब तो देश के एक राज्यपाल तक किसानों की जमीन की कीमत पर मौतों के सिलसिले को लेकर अपना मंतव्य सामने लाकर इस बात को और बलबती बना दिया है कि मोदी सरकार पूरी तरह किसान विरोधी हो चुकी है। उन्होंने कहा कि सरकार जब तक तीनों काले कृषि कानूनों को वापस नही नहीं लेती कांग्रेस किसानों के हक की लड़ाई में अपना संघर्ष और तेजी से जारी रखेगी।