हापुड़-मिर्ची गैंग के सरगना आशु जाट को 3 साल की सज़ा, जानिए दरोगा के कान को दांत से चबाने की पूरी कहानी

भाजपा नेता  समेत 50 से अधिक मुकदमे में वांछित चल रहे मिर्ची गैंग के सरगना अंशू जाट को गिरफ्तार कर पुलिस ला रही थी तो निजामपुर कट के पास आंसू जाट ने लघु शंका करने की बात कही ।अंधेरे का फायदा उठाते हुए वह एक सिपाही की पिस्टल छीन कर भाग निकला था, लेकिन पुलिस ने उसे दोबारा दबोच लिया था 

 
Hapud mirchi Gang Anshu jaat news

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

हापुड़,22 जनवरी। मिर्ची गैंग के सरगना वह कुख्यात अपराधी आशु जाट को पुलिस हिरासत से भागने के मामले में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट ने दोषी करार देते हुए उसे 3 वर्ष के कठोर कारावास की सजा सुनाई जबकि ₹12000 का अर्थदंड लगाया ।ह आशु जाट पर चोरी, लूट, हत्या और डकैती के करीब चार दर्जन से अधिक मुकदमें दर्ज है । बताया जाता है ढाई साल पहले मुंबई से हापुर लाते समय उसने पुलिस अधीक्षक से भागने का प्रयास किया था ।

संयुक्त निदेशक अभियोजन अधिकारी मुकेश गोयल व अभियोजन अधिकारी प्रकाश गौतम ने बताया कि पुलिस ने नगर कोतवाली में कुख्यात अपराधी आंसू जाट के खिलाफ एक रिपोर्ट दर्ज कराई उसमें उसने कहा कि पुलिस अपने उच्च अधिकारी के आदेश पर आशु जाट को गिरफ्तार करने के लिए मुंबई गई थी जहां पुलिस ने महाराष्ट्र राज्य पुलिस के सहयोग से ढाई लाख रुपए के इनामी अपराधी आंसू जाट को 5 सितंबर 2020 को मुंबई से गिरफ्तार किया उसके बाद पुलिस ने आंसू जाट को मुंबई में एक न्यायालय में पेश किया जहां से ट्रांजिट रिमांड लेकर निजी कार से हापुड़ के लिए रवाना हुई जब पुलिस उसको लेकर आ रही थी तो निजामपुर कट के पास आज पूजा करने की बात कही और अंधेरे का फायदा उठाते हुए एक सिपाही की पिस्टल छीन कर भाग निकला उसने हाथ में लोहे के हाथ घड़ी से पुलिसकर्मियों पर भी किए लेकिन पुलिस ने उसे दबोच लिया मामले की सुनवाई में कोर्ट में चल रही थी जहां पर सरकार की तरफ से उनके द्वारा की गई उनके द्वारा मजबूत मामले के गवाहों की मजबूती पर आएगी दोनों पक्षों को सुनने के बाद में मामले में शनिवार को ने कहा कि उनके साथियों के साथ में किसी भी प्रकार का विरोधाभास नहीं है अभियोजन की तरफ से परीक्षण द्वारा अभियोजन की तरफ से प्रस्तुत किए गए लेखों को साबित करते हैं इसीलिए उक्त मामले में आरोपी को दोषी करार दिया जाता है न्यायाधीश ने अपने आदेश में कहा कि दोषी अर्जुन का भुगतान नहीं करता है तो उसे 9 माह का अतिरिक्त कारावास की सजा भुगतनी होगी।

बताया जाता है कि आंशु जाट उर्फ प्रवीण कुमार उर्फ राजेंद्र मूल रूप से मेरथ जिले के  गांव लौटी  का निवासी है और वह धौलाना में दो भाजपा नेताओं चंद्रपाल, राकेश शर्मा और नोएडा के गौरव चंदेल की हत्या के मामले में फरार चल रहा था ।उसके खिलाफ संगीन धाराओं में 52 मुकदमे दर्ज हैं ।आरोपी हत्या के बाद करीब डेढ़ साल तक फरार रहकर मुंबई में फल बेचता था
आरोपी वेश बदलने में भी माहिर था ।जिस समय से गिरफ्तार किया गया उसने लंबी दाढ़ी बढ़ा रखी थी पुलिस को उसे पहचानने में काफी दिक्कत हुई थी ।

मिर्ची गैंग के सरगना आंसू जाट की पूरी कहानी

यूपी मैं वैसे तो बाहुबली नेताओं की भरमार है लेकिन पश्चिमी यूपी में जब अपराधी पनपने शुरू हुई है तो मामला नहीं थमा। अपराधियों का इलाके में खौफ तो है ही लेकिन कुछ ऐसे भी हैं जिनके जेल में बंद होने के बावजूद भी आतंक अभी भी बरकरार है, उन्ही में से एक है  हापुड़ जिले का आंशु जाट जिसे कोर्ट ने सजा सुनाई और यह मिर्ची गैंग का सरगना वेश बदलने में माहिर बताया जाता है।

इलाके के लोगों द्वारा बताया गया कि आंसू जाट ने अपने भाई भोला की राह पर चलते हुए आपराधिक वारदातों को अंजाम देना शुरू किया था । भाई भोला पहले लूटपाट और डकैती में शामिल हुआ करता था लेकिन जब उसने मिर्ची गैंग बनाई तो इलाके में एक धाक जमा ली। भोला के जेल जाने के बाद आशु जाट गैंग का सरगना बन गया ।इस गैंग का नाम कुछ यूं पड़ा की भोला या आंशु से जुड़े बदमाश वारदात के समय आंख में मिर्ची झोंककर फरार हो जाते थे।

पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक आंशु जाट को ही मिर्ची गैंग का सरगना माना गया है ।हालांकि पुलिस डोजियर में इस गैंग को डी-112 गैंग के नाम से दर्ज किया गया और इस गैंग में तकरीबन 90 सक्रिय बदमाश शामिल है,बाकी बदमाशों की संख्या तो सैकड़ों में है।

बात 2009 की है जब डसना की जेल में निरुद्ध उमेश भाई दलबीर का आंसू जाट को  साथ मिल गया । जेल से बाहर आने के बाद 2019 में नोएडा के गौरव चंदेल के साथ लूटपाट हत्या और सॉफ्टवेयर इंजीनियर गौरव सिंह के साथ लूटपाट व चाकू से हाथ काट देने की घटना में शामिल हुए थे ।
आँशु जाट चर्चा में तब आया जब इसने अपने ससुर से उधारी वसूलने पहुंचे भाजपा पन्ना प्रमुख चंद्रपाल को मौत के घाट उतार दिया था इसके बाद चंद्रपाल हत्या मामले में पैरवी करने पहुंचे भाजपा नेता राकेश शर्मा की हत्या कर आंसू जाट ने पुलिस और कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए थे। इस घटनाओं को अंजाम देने के बाद वह फरार चल रहा था ।शुरुआत में जैसे-जैसे हापुड़,गाजियाबाद, अलीगढ़ ,मेरठ समेत कई जनपदों में मामले बढ़े, ईनाम  की राशि भी बढ़ाकर ढाई लाख रुपए तक जा पहुंची ।

आशु पर हत्या लूट अपहरण डकैती जैसे 50 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज है इसके अलावा आशु जाट कई पेट्रोल पंप और टोल प्लाजा लूट में भी शामिल रहा और उसे इस काम में महारथ हासिल थी ।बताया जाता है कि डेढ़ साल की फरारी काटने के बाद उसे 2020 में मुंबई से पकड़ा गया तो वह सड़क किनारे सब्जी का ठेला लगाता था ।वहां भाजपा नेता राकेश शर्मा चंद्रपाल और नोएडा के चर्चित गौरव चंदेल हत्याकांड में वांछित था इसके अतिरिक्त उसने गाजियाबाद में एक दरोगा से भी लूटपाट की थी और जब दरोगा ने इसका विरोध किया तो इस अपराधी ने दरोगा का कान दांत से चबा लिया था।