क्या भागलपुर बारूद के ढेर पर बैठी है?
भागलपुर बम विस्फोट और मकान जमींदोज मामले में कुल 4 की मौत और 12 लोगों के गंभीर रूप से घायल होने की पुष्टि हुई है। भागलपुर रेज के डीआईजी सुजीत कुमार ने घटना के प्राथमिक कारणों में बारूद और अवैध पटाखा व देशी बम बनाने की बात कही गई। एफएसएल की टीम की जांच के बाद तय होगा। लेकिन स्थानीय जनता और जन प्रतिनिधि प्रति शेखर का कहना था कि भागलपुर में आये दिन बम विस्फोट की घटना बढ़ते ही जा रही है। प्रशासन और पुलिस से सवाल कर रही हैं कि क्या भागलपुर बारूद के ढेर पर बैठी है?
भागलपुर में देर रात कोतवाली थाना से महज 100 मीटर की दूरी पर एक मकान में जबरदस्त धमाका हुआ। आशंका जताई जा रही है कि बम विस्फोट की वजह से धमाका हुआ। एक तीन मंजिला मकान जमींदोज हो गया। घटना स्थल काजवलीचक इलाके में यतीमखाने के बगल की है। पड़ोसी यूसुफ़ की माने तो जमींदोज हुए मकान वाले बम बनाने का धंधा करते हैं। आरोप जांच का विषय है, लेकिन भागलपुर के जेएलएन अस्पताल मायागंज में 7 की संख्या में गंभीर रूप से घायलों की भर्ती कराया गया है। जबकि बाहर दो लोगों की लाश पड़ी है। घटना स्थल पर रेस्क्यू जारी है। मौके पर भागलपुर रेंज के डीआईजी सुजीत कुमार, एसएसपी बाबु राम समेत तमाम रेस्क्यू दस्ता ऑपरेशन कर रही है। चुकी मकान तीन मंजिला था। जबरदस्त बम धमाके से पूरे मकान के क्षतिग्रस्त होने पर अनुमान लगाया जा रहा है कि मलबे के अंदर 10 से 15 लोग दबे हो सकते हैं। फिलहाल घटना को लेकर भागलपुर पुलिस खामोशी साधे हुए हैं। लेकिन पड़ोसी की दर्द भरी दास्तां सामने आ रही है।
भागलपुर में बारूदी विस्फोट मामले में डीएम सुब्रत सेन को भी देर रात जागना पड़ा। मौके पर घटना स्थल पर एफएसएल की टीम के साथ पहुंचे। स्वीकार किया कि बारूद और अवैध पटाखा निर्माण का काम जमींदोज घर में होता था। घायलों और मृतकों की संख्या का आकलन अभी तय नहीं है। रेस्क्यू जारी है।