सावधान- McDonald’s और KFC जैसी कंपनियों के नाम पर ठगों ने शुरू की धोखाधड़ी

शिकायतकर्ता प्रशान्त जमदग्नि निवासी आशुतोष नगर ऋषिकेश देहरादून ने पुलिस को बताया था कि उनसे मैकडोनल्ड्स की फ्रेंचाइजी के नाम पर ठगी की गई है। उन्हें ऑनलाईन वेबसाईट www.mcdonaldspartner.com के जरिए फंसाया गया था। शिकायतकर्ता द्वारा मैकडोनल्ड्स रेस्टोरेन्ट की फ्रेन्चाइजी के लिए आवेदन किया था, उसके बाद अज्ञात ने शिकायतकर्ता को कॉल कर स्वंय को मैकडोनल्ड्स का कस्टमर रिलेशनशिप मैनेजर बताया और कहा कि मेकडोनल्ड्स कम्पनी द्वारा आवेदन स्वीकार करने की बात ही आगे किसी का फोन आए तो बताना।
 
Cyber Crime

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

साइबर क्राइम, 02 अप्रैल:- McDonald’s और KFC जैसे मशहूर ब्रांड्स की फ्रेंचाइजी लेने की चाहत रखने वाले सावधान हो जाएं, इसलिए क्योंकि इन कंपनियों के नाम पर ठगों ने धोखाधड़ी शुरु कर दी है। जिसके चलते देशभर में अब तक 14 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हुए हैं। जबकि 90 से ज्यादा शिकायतें मिल चुकी हैं, ठगी का यह गोरखधंधा फर्जी वेब साईट बनाकर किया जा रहा था। इस मामले का भांडाफोड़ उत्तराखंड राज्य पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने किया है, गैंग के चार ठगों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है। इस गैंग के तार फिलहाल तेलंगाना और आंध्र प्रदेश से भी जुड़े हुए मिले हैं। राज्य एसटीएफ ने और साइबर क्राईम टीमों ने इस सिलसिले में पटना (बिहार) से भी कुछ ठग पकड़े हैं, अब तक यह गैंग घर बैठे-बैठे ही लोगों से लाखों रुपए ऐंठ चुका है, फिलहाल देश भर में 90 से ज्यादा शिकायतें ऐसी मिल चुकी हैं।

ठग गिरफ्तार- इन मामलों में 14 मुकदमे तेलंगाना राज्य में और एक मुकदमा आंध्र प्रदेश में दर्ज मिला है, इस तरह के मुकदमे अन्य किन-किन राज्यों में दर्ज है, यह एसटीएफ उत्तराखंड पता कराने में जुट गई है, इस तरह के ऑनलाइन साइबर अपराधों पर लगाम लगाने की जिम्मेदारी राज्य के मुख्यमंत्री के निर्देश पर कुछ महीने पहले ही उत्तराखंड राज्य पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने दिए थे। इस गैंग में शामिल और गिरफ्तार चार साइबर अपराधियों का नाम सनी कुमार वर्मा निवासी न्यू कॉलोनी थाना मालसलामी पटना बिहार (19), सूरज कुमार, निवासी न्यू कॉलोनी थाना मालसलामी पटना बिहार (34), सनी कुमार, निवासी गुल मैया चौक सबलपुर थाना नदी मोजीपुर पटना बिहार (19) और चन्दन कुमार उर्फ विकास, निवासी जमुनापुर चाईटोली पटना बिहार (19) है। ठगों ने दोनो नामी कंपनियों की फ्रेंचाइजी देने के नाम पर लाखों रुपए घर बैठकर ऐंठने को कई फर्जी वेबसाइट्स बना रखी थीं, यह गैंग ई-मेल व दूरभाष व अन्य सोशल साईटों के माध्यम से सम्पर्क कर स्वयं को, विभिन्न नामी-गिरामी कम्पनियों (Mcdonald’s, KFC आदि) का प्रतिनिधि बताते थे।

फर्जी वेबसाइट के जरिए फंसाया- इसी क्रम में एक प्रकरण साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून को प्राप्त हुआ था, जिसमें शिकायतकर्ता प्रशान्त जमदग्नि निवासी आशुतोष नगर ऋषिकेश देहरादून ने पुलिस को बताया था कि उनसे मैकडोनल्ड्स की फ्रेंचाइजी के नाम पर ठगी की गई है। उन्हें ऑनलाईन वेबसाईट www.mcdonaldspartner.com के जरिए फंसाया गया था। शिकायतकर्ता द्वारा मैकडोनल्ड्स रेस्टोरेन्ट की फ्रेन्चाइजी के लिए आवेदन किया था, उसके बाद अज्ञात ने शिकायतकर्ता को कॉल कर स्वंय को मैकडोनल्ड्स का कस्टमर रिलेशनशिप मैनेजर बताया और कहा कि मेकडोनल्ड्स कम्पनी द्वारा आवेदन स्वीकार करने की बात ही आगे किसी का फोन आए तो बताना, जिसके पश्चात अज्ञात व्यक्ति द्वारा शिकायतकर्ता को फिर कॉल कर स्वंय को मेकडोनल्ड्स का हेड ऑफ वैरिफिकेशन टीम से बताया गया amit.jatia@mcdonalds.com से मेल कर कम्पनी में रजिस्ट्रेशन, एनओसी तथा लाईसेन्स फीस आदि के नाम पर धोखाधड़ी से भिन्न-भिन्न लेन-देन के माध्यम से 35 लाख 40 हजार रुपए की ऑनलाईन धोखाधड़ी की गई। शिकायतकर्ता की शिकायत पर थाना साइबर क्राईम पर धारा 420, 120 बी भादवि व 66 डी आईटी एक्ट पंजीकृत किया गया था। मामले की जांच निरीक्षक विकास भारद्वाज के सुपुर्द की गई थी।

फ्रेंचाइजी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी- अभियोग की जांच के दौरान यह भी संज्ञान में आया कि अभियुक्तों ने गैंग के रूप में कार्य करने के लिए फर्जी वेबसाईट बनाकर फ्रेन्चाइजी देने के नाम पर सम्पूर्ण भारत के भिन्न-भिन्न राज्यो में धोखाधड़ी की है। एसटीएफ टीम ने घटना में प्रयुक्त मोबाईल नम्बर व अभियुक्तों द्वारा शिकायतकर्ता से प्राप्त धनराशि की जानकारी प्राप्त की गई। तब पता चला कि अभियुक्तों द्वारा शिकायतकर्ता से मेकडोनल्ड्स की फ्रेन्चाइजी देने के नाम पर वास्तव में धोखाधडी की गई है। मोबाईल नम्बर व खातों की जानकारी से अभियुक्तगणों का पटना बिहार से सम्बन्ध मिला, वहां पुलिस टीमों ने छापा मारकर चारों ठगों को गिरफ्तार कर लिया। ठगों के कब्जे से पुलिस ने घटना में प्रयुक्त 4 मोबाईल फोन, 12 सिम कार्ड, 2 डेबिट कार्ड, 2 आधार कार्ड व 1 पेन कार्ड बरामद किए हैं। ठगों के कब्जे से पुलिस ने साढ़े छह लाख रुपए भी बैंक खातों में जमा पाए हैं, इस गैंग के भांडाफोड़ के लिए उत्तराखंड एसटीएफ के निरीक्षक विकास भारद्वाज, उप निरीक्षक राजीव सेमवाल और अपर उप-निरीक्षक सुरेश कुमार की विशेष टीम गठित की गई थी।